बेरोजगार युवाओं को रोजगारपरक प्रशिक्षण आज की महती आवश्यकता - आनंदी
बून्दी । देश में बढती हुई जनसंख्या एवं बेरोजगारी हमारे देश के नवयुवको के लिए एक विकट समस्या बनती जा रही है। रोजगार की सीमित संभावनाओं त...
उन्होनें कहा कि रोजगार के अभाव में ग्रामीण क्षेत्रों से युवा वर्ग का शहरों की ओर पलायन हमारी सामाजिक संरचना पर प्रतिकूल प्रभाव डाल रहा है। इसीलिए इस वर्ग विश्ेाष के लिए रचनात्मक कार्यक्रमों का सृजन तथा समुचित प्रशिक्षण प्रदान कर उन्हें स्वावलम्बी बनाने के प्रयासों को और अधिक गति प्रदान की महती आवश्यकता है। बून्दी जिले में बेरोजगार युवा वर्ग को पैरो पर खड़ा करने के प्रयासों में बडौदा स्वरोजगार विकास संस्थान महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर रहा है। इसके लिए संस्थान प्रबंधन को जिला प्रशासन की ओर से हार्दिक बधाई एवं साधुवाद। उन्होनें कहा कि वर्तमान युग कम्प्युटर का युग है। सभी प्रकार की सेवाएँ कम्प्युटर आधारित हो चुकी है, ऐसे में हर वर्ग के प्रत्येक व्यक्ति को, विशेष रूप से किशोर एवं युवा वर्ग को कम्प्युटर की जानकारी होना बहुत आवश्यक है ।
जिला कलक्टर ने कहा कि सभी प्रकार की सरकारी सेवाएँ भी अब आॅन लाइन हो चुकी है। जनसमस्याओं को दर्ज करने तथा उनका निस्तारण करने की पूरी प्रक्रिया भी आॅन लाइन चुकी है। सभी सेवा सुविधाएँ आॅन लाईन ही प्राप्त की जाने लगी है। इन सेवओं को प्राप्त करने के लिए कम्प्युटर की जानकारी होना बहुत जरूरी है। उन्हें उम्मीद है कि प्रशिक्षित युवक युवतियाँ स्वरोजगार अपनाकर अथवा किसी तरह का जाॅब करके स्वावलम्बी बन अपने परिवार के लिए आजीविका का सहारा बनेगें। उन्होनें सुझाव दिया कि निशक्त युवा आशार्थियों तथा शिक्षित युवाओं के लिए नर्सरी कक्षा के स्कूलों का संचालन व प्रबंधन के अल्पावधि प्रशिक्षण कार्यक्रम भी आयोजित किये जायें।
प्रशिक्षण के समापन सत्र में नाबार्ड के जिला विकास प्रबंधक एस.एल. बिरला ने अपने उद्बोधन में बेरोजगार युवाओं को स्वावलम्बी बनाने हेतु किये जा रहे सार्थक प्रयासों के लिए बडौदा स्वरोजगार विकास संस्थान की सराहना की। उन्होनें कहा कि प्रशिक्षण प्राप्त युवा अपने ज्ञान में सतत रूप से वृद्धि करते हुए और अधिक दक्षता प्राप्त कर इस विधा को उद्यम व्यवसाय के रूप में अपनायेगे।
इस अवसर पर प्रशिक्षण प्राप्त युवक युवतियों ने जिला कलक्टर को इस प्रशिक्षण कार्यक्रम के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए कार्यक्रम तथा संस्थान द्वारा की गई व्यवस्थाओं की मुक्त कण्ठ से सराहना की। अधिकांश युवक युवतियों ने अपने अनुभव बताते हुए कहा कि अपने जीवन में उन्होने पहली बार कम्प्युटर के बारे में जानकारी यही आ कर ली है, जबकि यहां आने से पहले उन्हें कम्प्युटर के बारे मे कुछ भी जानकारी नहीं थी। प्रशिक्षणार्थियों में बूंदी के जाबिर हुसैन, सीलोर के अशोक बैरवा, सीन्ता के जगदीश मीणा, बून्दी की संगीता शर्मा, रेणु, दुर्गावती सैनी, ज्योति योगी, धोवडा की जसराज कंवर तथा अन्य ने प्रशिक्षण का फीडबैक दिया और इस कार्यक्रम को बहुत उपयोगी बताया।
संस्थान के निदेशक जी. आर. रैगर ने जानकारी देते हुए बताया कि फरवरी 2011 से आंरभ इस संस्थान में बेरोजगार युवक युवतियों को निःशुल्क प्रशिक्षण दिया जा रहा है। अब तक विभिन्न ट्रेड्स में 79 बैच के 1925 युवक युवतियां प्रशिक्षण ले चुके है, जिनमें 1020 युवक युवतियां रोजगार से जुड गये है। चालू वित्तीय वर्ष 2013-2014 में अब तक 11 प्रशिक्षण कार्यक्रमों में 276 को प्रशिक्षण दिया जा चुका है। इस कम्प्युटर प्रशिक्षण कार्यक्रम में 25 युवक युवतियों को प्रशिक्षण दिया गया जिनमें दो निशक्त युवा भी शामिल है।
दक्ष प्रशिक्षक अभिषेक वधवा ने बताया कि एक माह की अवधि के प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान उन्होनें कम्प्युटर हार्डवेयर, सोफ्टवेयर, हिंदी व अग्रेजी टंकण, वर्डपेड, बायोडाटा, आवेदन पत्र, नोटपेड, माइक्रोसोफ्ट आॅफिस, वर्ड, पम्पलेट डिजंाईन, विजिटिंग कार्ड, एक्सल, मार्कशीट चार्ट, पावर पाइंट प्रजेन्टेशन, इन्टरनेट, नेटवर्किग, ई-मेल, सोशल साईट्स, आॅन लाइन शोपिंग, इत्यादि की जानकारी दी है। इस मौके पर जिला कलक्टर ने प्रशिक्षित युवक युवतियों को दक्षता प्रमाण पत्र भी वितरित किये। कार्यक्रम में अग्रणी जिला प्रबंधक पी. सी. जैन तथा जन सम्पर्क विभाग के सहायक निदेशक घनश्याम वर्मा विशेष अतिथि के रूप में उपस्थित थें।