नवरात्रा समाप्ति पर चैतन्य दैवियों की आरती व सम्मान

जयपुर। प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय के वैशाली नगर मे स्थित सेंटर पर नवरात्रा समाप्ति एवं दशहरा पर्व के मौके पर तपस्वी र...

जयपुर। प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय के वैशाली नगर मे स्थित सेंटर पर नवरात्रा समाप्ति एवं दशहरा पर्व के मौके पर तपस्वी राजयोगिनी चैतन्य देवियों की आरती व मान-सम्मान का कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमे सभी ने नवरात्रा मे मौन व्रत व ज्ञान-ध्यान मे लीन अवस्था मे परममिता परमात्मा का ध्यान किया। विश्व व प्रकृति को मेडिटेशन के द्वारा शान्ति और शक्ति का योगदान दिया।

मौनव्रत खोलने के उपरान्त बी.के. सुषमा बहन ने कहा कि  मुल्यनिष्ठ नैतिकता व आध्यात्मिका को अपने जीवन मे धारण करने से श्रेष्ठ सकारात्मकता विचार उत्पन होते हैं और परोपकार की भावना जागृत होती है, जिससे सहयोग देनी की श्रद्धा भी पनपती है।
उन्होंने कहा कि असत्य पर सत्य और बुराई पर अच्छाई की जीत के पर्व दशहरा के मौके पर रावण का पुतला दहन किए जाने का मुख्य संदेश मनुष्य को अपने अन्दर में छिपी हुई बुराइयों और अवगुणों को त्यागना होता है। यही असल में रावण का दहन करने के समान है।

उन्होंने कहा कि दशहरे के इस यादगार पर्व पर रावण के वंशज इन अवगुणों, व्यर्थ संकल्प, हृदय क्षीण बोल, कुदृष्टि, लोभ, अहम और अपने अंदर छिपी रावण रूपी बुराइयों को भी रावण के पुतले के साथ जलाकर खत्म करने से ही रामराज्य कायम हो पाएगा और संसार में सभी प्राणियों का जीवन सुखमय बन सकेगा।

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