तीर्थराज पुष्कर को बनाया जाएगा कैशलेस : गोयल
अजमेर। पूरे देश में कैशलेस भुगतान प्रक्रिया को बढ़ावा देने के लिए चलाई जा रही मुहीम के तहत अजमेर में किशनगढ़ के पास नयागांव जिले का पहला कै...
भारतीय रिजर्व बैंक जयपुर द्वारा गुरुवार को जवाहर रंगमंच में डिजीटल भुगतान जागरुकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए आरबीआई के मुख्य महाप्रबंधक पी.के. जेना ने कहा कि कुछ दशक पहले बैंकों से भुगतान, जमा और अन्य कामकाज में जो समय लगता था, वह अब बीते जमाने की बात हो गया है। अब ई बैंकिंग का जमाना है। यह बहुत महत्वपूर्ण है। बैंकिंग को ज्यादा तेज बनाने एवं पारदर्शितापूर्ण बनाने के लिए अब समय आ गया है कि हम ई बैंकिंग को अपनाएं।
उन्होंने कहा कि कैशलेस पेमेंट और ई बैंकिंग के क्षेत्रा में भारत की क्षमता दुनिया के किसी भी विकसित देश से कम नहीं है। वन टाइम पासवर्ड (ओटीपी) और सीबीएस यानि कोर बैंकिंग सोल्यूशन वर्तमान समय की आवश्यकता बन गए हैं। अब आप बैंक की किसी एक ब्रांच के ग्राहक नहीं हैं, वरन पूरे देश में कहीं से भी अपने खाते को आॅपरेट कर सकते हैं। बैंकिंग क्षेत्र का विस्तार ग्रामीण और कस्बाई क्षेत्र तक हुआ है। इन क्षेत्रों में भी ज्यादा से ज्यादा लोगों को बैंकिंग से जोड़ा जा रहा है। देश में कैशलेस सोसायटी के निर्माण के लिए सभी का सहयोग जरूरी है।
जिला कलेक्टर गौरव गोयल ने कहा कि अजमेर जिले में किशनगढ़ के पास नयागांव जिले का पहले कैशलेस गांव होगा। आरबीआई और लीड बैंक द्वारा आगामी 17 दिसम्बर को ग्रामीणों को डिजीटल भुगतान और ई-बैंकिंग के प्रति प्रेरित कर कैशलेस प्रक्रिया शुरू की जाएगी। गांव के सभी लोगों और दुकानदारों ने इसके लिए सहमति दी है कि वे गांव में नकदी से खरीद-फरोख्त नहीं कर मोबाइल या ई बैंकिंग के माध्यम से ही भुगतान देंगे एवं लेंगे। इसी तरह अन्तरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त तीर्थराज पुष्कर को भी कैशलेस किया जाएगा। यह एक माॅडल शहर बनेगा।
उन्होंने कहा कि नोटबंदी से भारतीय अर्थव्यवस्था एक बड़े बदलाव के दौर से गुजर रही है। यह बदलाव अच्छे के लिए हो रहा है। हम सभी को इसमें सहयोग करना होगा। इसके लाभ हमें तभी मिलेंगे जब हम नकदी का प्रयोग कम से कम करेंगे। डिजीटल पेमेंट देश की अर्थव्यवस्था को और बेहतर बनाएगा। सभी भुगतान और आहरण पारदर्शी होंगे। इससे आतंकवाद, अपराध और समाज की अन्य बुराइयों पर भी अंकुश लगेगा।
कार्यक्रम में आरबीआई की तृप्ति तोषावरा ने ई-बात के जरिए कार्यक्रम में उपस्थित व्यापारियों, किसानों, विद्यार्थियों एवं अन्य वर्गों के प्रतिनिधियों को इंटरनेट बैंकिंग, मोबाइल बैंकिंग की तकनीक और फायदों से अवगत कराया। बैंक आॅफ बड़ौदा के डीजीएम एम.के. मेहनोत एवं लीड बैंक अधिकारी एस.के. जांगिड़ ने डिजीटल भुगतान एवं कैशलेस ट्रांजेक्शन का प्रजेंटेशन दिया। आरबीआई के सहायक महाप्रबंधक अभय गुप्ता ने धन्यवाद ज्ञापित किया।