कृषि उपज मंडी से बेरंग लोटे किसान, हर तरफ रही नए नोटों की चर्चा
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कोटा। बूंदी जिले के देई कस्बे सरकार द्वारा पांच सो व एक हजार के नोटो को बंद करने से बुधवार को बाजारो, सब्जी मंडी से लेकर कृषि उपज मंडी तक व्यापार प्रभावित हुआ। कृषि उपज मंडी देई मे बुधवार को अपनी जिंसो को बेचने आए किसानो को कृषि उपज मंडी मे माल की खरीददारी नही करने से वापस बेरंग लोटना पडा।
सुबह मंडी मे कही किसान अपना माल लेकर आए व मंडी मे जिंसो का ढेर लगा दिया। लेकिन मंडी मे अवकाश के चलते जिंसो की खरीद फरोखत नही हुई। जिससे किसानो को अपनी जिंसो को वापस समेटकर ले जाना पडा। वही कही किसानो ने ट्रोली मे से ही अपनी जिंसो को नीचे नही उतारा।
सूहरी से मकका उडद मसूर लेकर आए नंदलाल हीरालाल ने बताया कि मंडी मे अवकाश की जानकारी नही थी। इसलिए माल लेकर चले आए। अब वापस लोटना पड रहा है। वही लक्ष्मीपुरा निवासी किसान भंवरलाल ने अपनी उडद की जिंस नही बिकने पर निराशा व्यक्त की।
सुबह मंडी मे कही किसान अपना माल लेकर आए व मंडी मे जिंसो का ढेर लगा दिया। लेकिन मंडी मे अवकाश के चलते जिंसो की खरीद फरोखत नही हुई। जिससे किसानो को अपनी जिंसो को वापस समेटकर ले जाना पडा। वही कही किसानो ने ट्रोली मे से ही अपनी जिंसो को नीचे नही उतारा।
सूहरी से मकका उडद मसूर लेकर आए नंदलाल हीरालाल ने बताया कि मंडी मे अवकाश की जानकारी नही थी। इसलिए माल लेकर चले आए। अब वापस लोटना पड रहा है। वही लक्ष्मीपुरा निवासी किसान भंवरलाल ने अपनी उडद की जिंस नही बिकने पर निराशा व्यक्त की।