फिर बेबस हुई गौ माता, हड़ताल पर गए हिंगोनिया गौशाला कर्मचारी
गौरतलब है कि हिंगोनिया में कमोबेश हर 15 दिन में कर्मचारी हड़ताल पर चले जाते हैं, जिसका खामियाजा गायों को भुगतना पड़ता है और गौशाला प्रशासन मूकदर्शन बना बैंठा है। ताजा मामला भी भुगतान से जुड़ा है। भुगतान अटकने पर कर्मचारी सुबह काम पर नहीं आए। सुबह 11 बजे तक हड़ताल नहीं टूटी।
इधर इस मौसम में गायों को मौसमी बीमारियों से बचाव के कोई इंतजाम नहीं है, तो दूसरी तरफ समय पर चारा भी नसीब नहीं हो रहा है। ऐसे में तमाम निर्देशों के बावजूद हिंगोनिया गौशाला गायों के लिए अघोषित काल साबित हो रहा है।