परिंदों के लिए शहर रविवार से चलेगा परिंडा अभियान
https://khabarrn1.blogspot.com/2016/05/parinda-campaign-to-run-from-sunday-for-birds.html
जयपुर। अखिल भारतीय नाटाणी परिवार की ओर से रविवार से जयपुर में छोटी चौपड़ स्थित सीताराम जी के मंदिर से सुबह 9 बजे से परिंडा अभियान की शुरूआत की जाएगी। यहां से परिण्डा बांधते हुए समाज के लोग सांगानेर, चाकसू, बाड़ा पदमपुरा जैन मंदिर तक जाएंगे। समाज की ओर से यहां से परिण्डा बांधने के बाद पूरे माह यह कार्यक्रम चलेगा।
कार्यक्रम संयोजक विनोद नाटाणी ने बताया कि समाज की ओर से हर साल परिण्डे बांधे जाते है। इस कार्यक्रम में स्थानीय लोग,व्यापारी और दूसरे समाज का भरपूर समर्थन मिलता है। समाज की ओर से परिण्ड सीकर रोड, चारदीवारी, मानसरोवर, मालवीय नगर, चांदपोल सहित विभिन्न जगहों पर बांधे जा चुके है। अब समाज की ओर से शहर में बाकी जगहों पर परिण्ड बांधे जाएंगे।
इस अवसर पर लोगों में परिण्डे वितरित भी किए जाएंगे। वहीं सभी लोगों को पक्षी सेवा और नियमित परिण्डे में पानी डालने की शपथ दिलाई जाएंगी। कार्यक्रम में समाज के गणमान्य लोग मौजूद रहेंगे। कार्यक्रम की शुरूआत अखिल भारतीय नाटाणी परिवार के अध्यक्ष रामकिशोर नाटाणी करेंगे।
इस दौरान नगर निगम सांस्कृतिक समिति की अध्यक्ष कुसम यादव भी मौजूद रहेंगी। समाज की ओर से महाराजा राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय के साथ सरकारी भवनों और सरकारी बंगलो और पार्कों में भी परिंडे बांधे जांएगे।
कार्यक्रम संयोजक विनोद नाटाणी ने बताया कि समाज की ओर से हर साल परिण्डे बांधे जाते है। इस कार्यक्रम में स्थानीय लोग,व्यापारी और दूसरे समाज का भरपूर समर्थन मिलता है। समाज की ओर से परिण्ड सीकर रोड, चारदीवारी, मानसरोवर, मालवीय नगर, चांदपोल सहित विभिन्न जगहों पर बांधे जा चुके है। अब समाज की ओर से शहर में बाकी जगहों पर परिण्ड बांधे जाएंगे।
इस अवसर पर लोगों में परिण्डे वितरित भी किए जाएंगे। वहीं सभी लोगों को पक्षी सेवा और नियमित परिण्डे में पानी डालने की शपथ दिलाई जाएंगी। कार्यक्रम में समाज के गणमान्य लोग मौजूद रहेंगे। कार्यक्रम की शुरूआत अखिल भारतीय नाटाणी परिवार के अध्यक्ष रामकिशोर नाटाणी करेंगे।
इस दौरान नगर निगम सांस्कृतिक समिति की अध्यक्ष कुसम यादव भी मौजूद रहेंगी। समाज की ओर से महाराजा राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय के साथ सरकारी भवनों और सरकारी बंगलो और पार्कों में भी परिंडे बांधे जांएगे।