तमाम अनिष्टों का हरण करने वाले हैं यह नवरात्रा
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- कल घर-घर होगी घट स्थापना, मंदिरों में होगे विशेष आयोजन
जयपुर। कल से शुरू हो रहे शारदीय नवरात्र इस बार बेहद खास होने के साथ दस दिवसीय होने के कारण भक्तों के लिए मंगल की वर्षा और अमंगल को हरने के लिए आ रहे हैं। मंदिरों में इस बार विशेष आयोजन के साथ आमेर स्थित शिला देवी मंदिर में भक्तों की भीड़ उमड़ेगी। शारदीय नवरात्र शक्तिप्रधान होते हैं। इस कारण इन नवरात्रों में शक्ति उपासना के साथ रामंदिरों में भी भक्तों की भीड़ उमड़ेगी।
वहीं दूसरी ओर, शहर की कुलदेवी माने जाने वाली आमेर स्थित शिलादेवी के यहां भी अभिजीत मुहर्त में स्थापना के कारण भक्तों को माता के दर्शनों के लिए इंतजार करना पड़ सकता है। वहीं शहर में नवदुर्गा मंदिर और राममंदिरों में भी नवरात्र में घट स्थापना के साथ रामायण पाठ, दुर्गासप्तशती पाठ सहित सुंदरकाण्ड, भजन, सत्संग और जगरात्र का दौर शुरू हो जाएगा।
नवरात्रों में भक्त घरों में घट स्थापना के साथ अखण्ड दीप जलाए जाते हैं और नौ दिन तक माता की ज्योत देखते हैं। ऐसे में इस बार के एक नवरात्रा बढऩे के कारण यह नवरात्रा तमाम अनिष्ट को हरण करने वाले होंगे। पंडितों के अनुसार यह नवरात्र विशेष फलदायी है।
जानिए, आखिर क्यों मनाई जाती है नवरात्रि?
वहीं दूसरी ओर, शहर की कुलदेवी माने जाने वाली आमेर स्थित शिलादेवी के यहां भी अभिजीत मुहर्त में स्थापना के कारण भक्तों को माता के दर्शनों के लिए इंतजार करना पड़ सकता है। वहीं शहर में नवदुर्गा मंदिर और राममंदिरों में भी नवरात्र में घट स्थापना के साथ रामायण पाठ, दुर्गासप्तशती पाठ सहित सुंदरकाण्ड, भजन, सत्संग और जगरात्र का दौर शुरू हो जाएगा।
कैसे शुरू हुई नवरात्री की परंपरा और क्यों मनाई जाती है वर्ष में दो बार
नवरात्रों में भक्त घरों में घट स्थापना के साथ अखण्ड दीप जलाए जाते हैं और नौ दिन तक माता की ज्योत देखते हैं। ऐसे में इस बार के एक नवरात्रा बढऩे के कारण यह नवरात्रा तमाम अनिष्ट को हरण करने वाले होंगे। पंडितों के अनुसार यह नवरात्र विशेष फलदायी है।
आखिर क्या होता है 'उपवास'?
यहां होगे खास आयोजन:
- ताड़केश्वर महादेव मंदिर में त्रिपुर संदुरी विंधेश्वरी की 9 दिन विशेष पूजा।
- स्वर्ण पथ मानसरोवर में नवदुर्गा मंदिर पर दस दिन तक दुर्गासप्तशती पाठ का आयोजन।
- ढेहर के बालाजी में रामायण पाठ सहित धार्मिक आयोजन।
- सोडाला स्थित राममंदिर में नौ दिन तक विशेष आयोजन।
- बाइसगोदाम हवा सड़क स्थित राममंदिर में नौ दिन तक रामायण पाठ।
- अग्रवाल फार्म स्थित 56 भैरू और 64 योगिनी मंदिर में विशेष पूजा।
- खोले के हनुमान जी मंदिर में रामायण पाठ सहित विशेष आयोजन।
- राजपार्क स्थित वैष्णों माता मंदिर में 10 दिन विशेष आयोजन।
- बड़ के बालाजी भांकरोटा में 10 दिन तक रामायण पाठ।
- मानसरोवर किरण पथ स्थित वैष्णों माता मंदिर में दस दिन तक नियमित कीर्तन।
- मुहाना रोड स्थित श्याम बाबा मंदिर में 9 दिन तक विशेष पूजा आयोजन।
- चौड़ा रास्ता स्थित राममंदिर में रामायण पाठ।
- चांदी की टकसाल स्थित हनुमान मंदिर में 10 दिन विशेष पूजा-अर्चना।
- विद्याधर नगर स्थित पापड़ के हनुमानजी एवं धनुषधारी हनुमान के विशेष पूजा पाठ।
- आमेर रोड स्थित शीला माता एवं मनसा माता मंदिर में 9 दिन तक माता की विशेष पूजा अर्चना।
