धर्म बदलने से किया इन्कार तो नेशनल शूटर के पति ने की दरिंदगी की हदें पार
रांची। नेशनल शूटर तारा शाहदेव ने जब खुद को एक निजी कंपनी के मालिक बताने वाले रंजीत कुमार कोहली से इसी साल 7 जुलाई को शादी की थी, तब उसने ...
नेशनल शूटर तारा शाहदेव ने पति रंजीत कुमार कोहली पर छद्म नाम का सहारा लेकर उससे शादी रचाने का आरोप लगाया है। जबकि उसका असली नाम रकीबुल हसन है। अंतरराष्ट्रीय स्तर की निशानेबाज तारा के मुताबिक शादी के बाद से ही उस पर अत्याचार होने लगे और इसी बीच तारा को यह भी सच पता चला कि उसके पति का नाम रंजीत कोहली नहीं बल्कि रकीबुल हसन है, यानी कि वह एक मुसलमान है जिसने खुद को हिंदू बता कर हिंदू रीति-रिवाज से तारा से शादी की थी।
तारा ने इस मामले में स्थानीय पुलिस के पास एफआईआर दर्ज की है। एफआईआर दर्ज होने के बाद से ही रंजीत उर्फ रकीबुल अपनी मां के साथ फरार है, हालांकि पुलिस फिलहाल इस पूरे मामले में फूंक-फूंककर कदम रख रही है।
तारा को इस बात का पता उस वक्त चला जब शादी के बाद उनके घर पर मंत्री हाजी हुसैन अंसारी की तरफ से इफ्तार पार्टी का एक निमंत्रण आया, जिसमें जनाब रकीबुल हसन खान के नाम का संबोधन था। इसे देखकर तारा चौंक उठी। इसके बाद 9 जुलाई को उसके पति ने 20 से 25 हाजियों को घर बुलाया और उस पर जबरन धर्म परिवर्तन के लिए दबाव बनाया।
जब तारा ने विरोध किया तो उसे बुरी तरह पीटा गया और कई बार कुत्ते से कटवाया गया। उसे जुबान खोलने पर उसके भाई को मरवा डालने की धमकी तक दी गई। इस दौरान करीब डेढ़ माह तक तारा को रकीबुल हसन ने अपने कब्जे में रखा और उसे न तो खाना-पीना दिया और न ही किसी से मिलने दिया।
तारा का आरोप है कि बंदूक की नौक पर कई बार जबरन रकीबुल ने तारा के साथ शारीरिक संबंध भी बनाए। शादी के महज एक महीने बाद आज तारा अपने पैरों पर खड़ी भी नहीं हो पा रही है। 17 अगस्त को तारा ने घर में काम करने वाले एक नौकर से मोबाइल लेकर अपने भाई को फोन किया और आपबीती सुनाई।
इसके साथ ही उसने अपने भाई से कहा कि वह पुलिस लेकर ही उसके घर आए। तारा को डर था कि अगर उसका भाई अकेला आया तो ऊंचे रसूक वाला उसका पति उसे भाई को किसी मामले में फंसा देगा।
यूं चला मुलाकातों का सिलसिला
तारा की मुलाकात रंजीत से होटवार स्टेडियम में हुई थी, जहां वह शूटिंग की प्रेक्टिस करने अक्सर जाया करती थी। यहां रंजीत ने तारा को सबके सामने पसंद करने व शादी का प्रस्ताव दिया था। 14 जून को रंजीत कुमार ने उसे घर पर डिनर के लिए बुलाया, इसके ठीक एक दिन बाद 15 जून को एक दोस्त के निमंत्रण पर तारा उसके घर डिनर के लिए पहुंची, जहां रंजीत ने उसे अंगूठी व कंगन पहना कर शादी की तारीख तय करने की बात कही। इसके बाद 20 जून को दोनों की सगाई हुई और 7 जुलाई को दोनों विवाह बंधन में बंध गए।