अंग्रेजी सीखना अब होगा और आसान
जयपुर। किसी भी क्षेत्र में कार्य करने वालों के लिए हिन्दी के साथ-साथ अंग्रेजी का भी अच्छा-खासा ज्ञान होना आज के समय में एक महत्वपूर्ण जरू...
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जयपुर। किसी भी क्षेत्र में कार्य करने वालों के लिए हिन्दी के साथ-साथ अंग्रेजी का भी अच्छा-खासा ज्ञान होना आज के समय में एक महत्वपूर्ण जरूरत बनती जा रही है, जिसके चलते अंग्रेजी सिखाने के लिए कई कोचिंग सेन्टर्स खुल रहे हैं, लेकिन अगर आपको किसी कोचिंग में जाए बगैर घर बैठे अच्छी-खासी अंग्रेजी सीखने का जरिया मिल जाए, तो इससे बेहतर और क्या होगा। कुछ ऐसी ही सुविधा आॅक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी प्रेस इंडिया ने अंग्रेजी सीखने वालों के लिए शुरू की है।
अंग्रेजी सीखने वाले युवाओं के लिए आॅक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी प्रेस इंडिया ने एक द्विभाषीय कार्यक्रम इंग्लिश ग्रामर ‘जस्ट फॉर यू’ को वीआईटी केम्पस में चल रहे 9वीं अंतराष्ट्रीय और 45 वीं राष्ट्रीय ईएलटी कॉन्फ्रेंस में भारतीय विसा भवन और राजस्थान यूनिवर्सिटी के भाषा सैल के पूर्व निदेशक प्रो. रघुवीर प्रसाद भटनागर के हाथों लॉन्च करवाया।
इस ग्रामर को 30 वर्षों से अधिक अंग्रेजी का अध्ययन का अनुभव रखने वाले प्रख्यात प्रकाशित विद्वान राजीवन करल ने हिन्दी-अंगे्रजी संस्करण मे लिखा है। यह किताब फिलहाल इंग्लिश और हिन्दी-अंग्रेजी में मौजूद है, लेकिन जल्द ही इसे 9 अन्य (पंजाबी, बंगाली, तमिल, उड़िया, कन्नड़, तेलगु, मलयालम, गुजराती और मराठी) भाषाओं में भी उपलब्ध होगी।
अंग्रेजी सीखने वाले युवाओं के लिए आॅक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी प्रेस इंडिया ने एक द्विभाषीय कार्यक्रम इंग्लिश ग्रामर ‘जस्ट फॉर यू’ को वीआईटी केम्पस में चल रहे 9वीं अंतराष्ट्रीय और 45 वीं राष्ट्रीय ईएलटी कॉन्फ्रेंस में भारतीय विसा भवन और राजस्थान यूनिवर्सिटी के भाषा सैल के पूर्व निदेशक प्रो. रघुवीर प्रसाद भटनागर के हाथों लॉन्च करवाया।
इस ग्रामर को 30 वर्षों से अधिक अंग्रेजी का अध्ययन का अनुभव रखने वाले प्रख्यात प्रकाशित विद्वान राजीवन करल ने हिन्दी-अंगे्रजी संस्करण मे लिखा है। यह किताब फिलहाल इंग्लिश और हिन्दी-अंग्रेजी में मौजूद है, लेकिन जल्द ही इसे 9 अन्य (पंजाबी, बंगाली, तमिल, उड़िया, कन्नड़, तेलगु, मलयालम, गुजराती और मराठी) भाषाओं में भी उपलब्ध होगी।
