छात्रसंघ चुनावों के चलते बेकायदा हुए सभी नियम-कायदे
जयपुर। राजस्थान विश्वविद्यालय में छात्रसंघ चुनाव में मतदान की तारीख पासे आने के साथ प्रचार अपने पूरे चरम पर है। इस दौरान विश्वविद्यालय मे...
https://khabarrn1.blogspot.com/2014/08/breaks-all-the-rules-in-student-election-in-rajasthan-university.html
जयपुर। राजस्थान विश्वविद्यालय में छात्रसंघ चुनाव में मतदान की तारीख पासे आने के साथ प्रचार अपने पूरे चरम पर है। इस दौरान विश्वविद्यालय में नियमों की पूरी तरह धज्जिया उड़ती दिखाई दी और विश्वविद्यालय प्रशासन पूरी तरह मूकदर्शक दिखाई दिया।
गुरूवार को एक बार फिर प्रचारके दौरान एनएसयूआई और एबीवीपी के समर्थक आमने सामने हो गए। हालांकि पुलिस प्रशासन के हस्ताक्षेप के बाद मामला शांत हो गया। छात्रसंघ चुनाव में विश्वविद्यालय प्रशासन के चुप्पी साधने के कारण इस बार चुनाव में वोटों के लिए छात्र नेताओं के बीच जबर्दस्त संघर्ष दिखाई दे रहा है।
छात्र नेता विजयी बनने के लिए नियमों को ताक में रखने से नहीं चूक रहे है। प्रचार में झण्डे, बैनर, पोस्टर और अन्य संसाधनों का जमकर भेजा इस्तमाल किया जा रहा है। गली-गली छात्र नेताओं के समर्थक की पूरे दिनभर निकलने वाली गाड़ियों ने दर्शा रही कि चुनाव में पैसों की खुली बर्बादी किस तरह की जा रही है और यूनवर्सिटी प्रशासन चुपचाप बैठकर तमाशा देख रहा है।
छात्र नेताओं के समर्थकों ने शहर की दीवारों, सार्वजनिक पार्कों, बस स्टेण्ड, मिनी बसे,आॅटो रिक्शा सहित अन्य जगहों पर अपने पोस्टर चस्पा कर दिए है। इस कारण पूरा शहर जगह-जगह से बदरंग दिखाई दे रहा है और नगर निगम ने कुछ छात्र नेताओं और उनके समर्थकों के खिलाफ कार्रवाई कर इतिश्री कर ली है।
विश्वविद्यालय प्रशासन भी नियमों को तोड़कर प्रचार करने वाले छात्र नेताओं के खिलाफ कठोर अनुशासनात्मक कार्रवाई करने से बच रहा है। ऐसे में कानून को ताक में रखने वाले छात्र नेताओं की मनमानी को बल मिल रहा है।
गुरूवार को एक बार फिर प्रचारके दौरान एनएसयूआई और एबीवीपी के समर्थक आमने सामने हो गए। हालांकि पुलिस प्रशासन के हस्ताक्षेप के बाद मामला शांत हो गया। छात्रसंघ चुनाव में विश्वविद्यालय प्रशासन के चुप्पी साधने के कारण इस बार चुनाव में वोटों के लिए छात्र नेताओं के बीच जबर्दस्त संघर्ष दिखाई दे रहा है।
छात्र नेता विजयी बनने के लिए नियमों को ताक में रखने से नहीं चूक रहे है। प्रचार में झण्डे, बैनर, पोस्टर और अन्य संसाधनों का जमकर भेजा इस्तमाल किया जा रहा है। गली-गली छात्र नेताओं के समर्थक की पूरे दिनभर निकलने वाली गाड़ियों ने दर्शा रही कि चुनाव में पैसों की खुली बर्बादी किस तरह की जा रही है और यूनवर्सिटी प्रशासन चुपचाप बैठकर तमाशा देख रहा है।
छात्र नेताओं के समर्थकों ने शहर की दीवारों, सार्वजनिक पार्कों, बस स्टेण्ड, मिनी बसे,आॅटो रिक्शा सहित अन्य जगहों पर अपने पोस्टर चस्पा कर दिए है। इस कारण पूरा शहर जगह-जगह से बदरंग दिखाई दे रहा है और नगर निगम ने कुछ छात्र नेताओं और उनके समर्थकों के खिलाफ कार्रवाई कर इतिश्री कर ली है।
विश्वविद्यालय प्रशासन भी नियमों को तोड़कर प्रचार करने वाले छात्र नेताओं के खिलाफ कठोर अनुशासनात्मक कार्रवाई करने से बच रहा है। ऐसे में कानून को ताक में रखने वाले छात्र नेताओं की मनमानी को बल मिल रहा है।

