जनता से सीधे जुड़ाव के लिए झुंझुनूं पुलिस की नई पहल
झुंझुनूं। झुंझुनूं जिला पुलिस ने आमजन से सीधे जुड़ाव के लिए संदेश के नाम से एक नई सेवा शुरू की है, जिसमें अब पुलिस अधिकारियों के मोबाइल नं...
संदेश में जिले के पुलिस उपाधीक्षक इससे ऊपर रैंक के अधिकारियों के यूनिक मोबाइल नंबर सार्वजनिक किए गए हैं। इन नंबरों का अधिकाधिक उपयोग संदेश देने में ही किया जा सकेगा। पुलिस इन संदेशों के आधार संबंधित मामले में कार्रवाई करेगी। आपात स्थिति को छोडक़र इन नंबरों पर बातचीत नहीं हो सकेगी।
झुंझुनूं के जिला पुलिस अधीक्षक कुंवर राष्ट्रदीप ने बताया कि यदि किसी अधिकारी का तबादला भी हो जाता है तो नए आने वाले अधिकारी के पास भी वही नंबर रहेंगे। इसके अतिरिक्त झुंझुनूं पुलिस आम आदमी के साथ जुड़े रहने की कोशिश कर रही है। इसके लिए सोशल मीडिया का सहारा लेते हुए झुंझुनू पुलिस ने अपना फेसबुक पेज बनाया है। करीब 25 हजार से ज्यादा लोग अब तक अपने संदेश इस पेज पर छोड़ चुके हैं। हालांकि फेसबुक पेज और भी कई जिलों की पुलिस ने बना रखे हैं लेकिन झुंझुनूं में संदेश को जनता से जुडऩे के लिए अपनी तरह की पहल बताया जा रहा है।
संदेश शुरू करते वक्त पांच बिंदुओं का खास ध्यान रखा गया। ये हैं सार्वजनिक स्थानों पर असामाजिक तत्वों का जमावड़ा, स्कूल कॉलेजों के बाहर खड़े रहने वाले आवारा युवक, शराब ठेकों पर देर रात तक बिक्री, किसी वांछित अपराधी की सूचना, पुलिस संबंधी कोई सार्वजनिक महत्व की सूचना या जानकारी।
इनके अलावा पुलिस संबंधी और भी कोई बात हो तो इन यूनिक नंबरों पर एसएमएस या वाट्स-एप्प के जरिए पुलिस अधिकारियों से साझा कर सकते हैं। ये सभी यूनिक नंबर वाट्स एप्प के जरिए आपस में कनेक्टेड हैं। जो मैसेज वाट्स एप्प के जरिए किसी एक अधिकारी को किया जाएगा वह ग्रुप वाले सभी अधिकारी पढ़ सकेंगे। इसलिए कोई अधिकारी मैसेज नहीं मिलने का बहाना नहीं बना सकेगा।
झुंझुनूं के जिला पुलिस अधीक्षक कुंवर राष्ट्रदीप का कहना है कि संदेश सेवा शुरू करने का मकसद आम आदमी को पुलिस से सीधे जोडऩा है। जितनी जल्दी कोई सूचना मिलेगी उतनी ही जल्दी उस पर कार्रवाई शुरू हो सकेगी। हमें विश्वास है कि यह संदेश सेवा पुलिस और आमजन के बीच सामंजस्य बैठाने में कारगर होगी।