पति के साथ अंबाजी जाकर पूजा करना चाहती है जशोदा बेन
अहमदाबाद। लोकसभा चुनावों में अपने पति की नरेंद्र मोदी की जीत के लिए दुआ मांगने वाली नरेन्द्र मोदी की पत्नी जशोदा बेन कह इच्छा है कि वह अप...
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अहमदाबाद। लोकसभा चुनावों में अपने पति की नरेंद्र मोदी की जीत के लिए दुआ मांगने वाली नरेन्द्र मोदी की पत्नी जशोदा बेन कह इच्छा है कि वह अपने पति के साथ गुजरात के मशहूर शक्तिपीठ अंबाजी जाए और दोनों वहां माता की पूजा-अर्चना कर उनका धन्यवाद ज्ञापित करे।
गौरतलब है कि पूरे गुजरात में उत्तरी गुजरात स्थित अंबाजी शक्तिपीठ की बड़ी मान्यता है। जशोदा बेन ने अपने पति से मिलने की आस में पिछले चार दशक से चावल और उससे बनी चीजें त्यागी हुई हैं।
गुजरात के ऊंझा में रहने वाले जशोदा बेन के भाई अशोक मोदी ने बताया कि उनकी बहन की इच्छा है कि वह अपने पति नरेन्द्र मोदी के साथ अंबाजी में पूजा करे। अशोक ने कहा कि यह तभी होगा, जब नरेंद्र मोदी इसके लिए राजी होते हैं। अशोक ने आगे कहा कि हमें मोदी की क्षमताओं पर पूरा यकीन है, इसलिए हमें उनके लिए कभी कोई विशेष पूजा की जरूरत महसूस नहीं हुई।
हालांकि, अगर वह राजी होते हैं, तो हम साथ में अंबाजी में पूजा करना चाहते हैं। अशोक बताते हैं कि पति से मिलन की आस में उनकी बहन ने पिछले 40 साल से चावल चखा तक नहीं है। वह इस जन्म में नहीं, तो अगले जन्म में नरेंद्र मोदी से मिलने की आस पाले हुई हैं।
उल्लेखनीय है कि नरेंद्र मोदी ने लोकसभा चुनाव के लिए नामांकन दाखिल करते हुए हलफनामे में पहली बार जशोदा बेन को अपनी पत्नी स्वीकार किया था। जशोदा बेन 30 अप्रेल को मेहसाणा में अपना वोट डालने जाते वक्त पहली बार कैमरे के सामने नजर आई थी।
गौरतलब है कि पूरे गुजरात में उत्तरी गुजरात स्थित अंबाजी शक्तिपीठ की बड़ी मान्यता है। जशोदा बेन ने अपने पति से मिलने की आस में पिछले चार दशक से चावल और उससे बनी चीजें त्यागी हुई हैं।
गुजरात के ऊंझा में रहने वाले जशोदा बेन के भाई अशोक मोदी ने बताया कि उनकी बहन की इच्छा है कि वह अपने पति नरेन्द्र मोदी के साथ अंबाजी में पूजा करे। अशोक ने कहा कि यह तभी होगा, जब नरेंद्र मोदी इसके लिए राजी होते हैं। अशोक ने आगे कहा कि हमें मोदी की क्षमताओं पर पूरा यकीन है, इसलिए हमें उनके लिए कभी कोई विशेष पूजा की जरूरत महसूस नहीं हुई।
हालांकि, अगर वह राजी होते हैं, तो हम साथ में अंबाजी में पूजा करना चाहते हैं। अशोक बताते हैं कि पति से मिलन की आस में उनकी बहन ने पिछले 40 साल से चावल चखा तक नहीं है। वह इस जन्म में नहीं, तो अगले जन्म में नरेंद्र मोदी से मिलने की आस पाले हुई हैं।
उल्लेखनीय है कि नरेंद्र मोदी ने लोकसभा चुनाव के लिए नामांकन दाखिल करते हुए हलफनामे में पहली बार जशोदा बेन को अपनी पत्नी स्वीकार किया था। जशोदा बेन 30 अप्रेल को मेहसाणा में अपना वोट डालने जाते वक्त पहली बार कैमरे के सामने नजर आई थी।
