बून्दी, । राजस्थान दिवस के उपलक्ष में जिला प्रशासन एवं पर्यटन विभाग द्वारा पर्यटक स्वागत केन्द्र में आयोजित पाच दिवसीय चित्रकला प्रदर्शनी ग...

बून्दी, । राजस्थान दिवस के उपलक्ष में जिला प्रशासन एवं पर्यटन विभाग द्वारा पर्यटक स्वागत केन्द्र में आयोजित पाच दिवसीय चित्रकला प्रदर्शनी गुरूवार को सम्पन्न होगी । प्रदर्शनी दर्शकों के निःशुल्क अवलोकनार्थ दोपहर 12 बजे से सांय 8 बजे तक खुली रहेगी । दो वर्गो में आयोजित इस प्रदर्शनी में बून्दी के 35 चित्रकारों की 65 चित्रकृतिया प्रदर्शित की गई है । प्रदर्शनी में पंकज सिसोदिया द्वारा बनाये गये भारतीय ऐतिहासिक धरोहरों से संबंधित लेण्डस्केप एवं जल रंगों के सीस्केप प्रदर्शित है । डा.युवराज सिंह के आधुनिक थीम चित्रों में दरकते सामाजिक रिश्तों को समझाने का प्रयास किया गया है। सुनील जांगिड के लेण्डस्केप व मोडर्न कम्पोजिशन में आध्यात्मिकता से आधुनिकता एवं एकाग्रता व समर्पण की भावना दिखाने का प्रयास किया गया है । विजय सिंह का जलरंग चित्र मार्डन आर्ट तूफान में संघर्षरत किश्ती तथा इकबाल हुसैन के तैल चित्र में यथार्थवादी शैली में श्रृंगारित भारतीय नारी का मनोहारी चित्राकंन है । यहीं पर लगे लेण्डस्केप बहुत मनोहारी है । नन्द प्रकाश नंजी की तैल चित्रकृति में आधुनिकता की दौड़ में प्रकृति बचाव अभियान का संदेश तथा रेहाना चिश्ती का सायंकालीन प्रभाव लिए हुए शिकार बुर्ज का चित्र अपने अनुपम सौन्दर्य की छटा बिखेर रहा है । चित्रकार वर्ग प्रतियोगिता में शामिल डा. अरविन्द मैन्दोला के ध्यानमग्न बुद्ध, हेमराज मालव के लोक जीवन पर आधारित उमंग व संघर्ष अपने कान्ट्रास कलर में अप्रतिम आभा बिखेर रहे है । महेश श्रृंगी के चित्रों में प्रणय व वण्डर आफ नेचर तैलरंग चित्र तथा नीतू गोस्वामी के चित्रों में, ड्रायपेस्टल से निर्मित फिगरेटिव कम्पोजिशन में लोक जीवन व देवी देवताओं के दर्शन कराये गये है। मधुश्री बंसल की मिनियेचर पेटिंग भी आकर्षक है । आयशा हुसैन के चित्र अमूर्त शैली मे बनाये गये है, जो चटकीले रंगों के कारण प्रभावित करते नजर आ रहे है । देवराज बैरवा के चित्रों में आदिवासी चेहरा ग्रामीण दृश्य व रिसाईक्लिंग नेचर चित्रों में अनुपम सौन्दर्य है । सतीश शर्मा के उपदेश देते बुद्ध चित्र, अशोक गुप्ता की गजलक्ष्मी का लघु चित्र, गुलाम मुस्तफा के चित्र में प्रकृति व जीवन, भीमसिंह यादव का पोट्र्रेट आफ रविशंकर, मीनाक्षी शर्मा, का अमूर्त चित्र, रविना यादव का लेण्डस्केप, आरती सोनी के चित्र में आधुनिक अमूर्त चित्रण, हरीश मेहर के ग्रामीण लोक जीवन, सोनालिका गौतम एवं कविता गोस्वामी के आधुनिक अमूर्त चित्र, ज्योति मेवाडा के तेल चित्र, आर्यन जांगिड की बाल सुलभ कला, आयुष गुप्ता के जलरंग चित्र, तृप्ति सोनी, अन्तिमा पंवार व प्रीति सरोजा के तैल चित्र, किरण नागर का राधाकृष्ण, शिप्रा सोनी रेन्ड्रिंग, नेहा कुमारी का कोलाज, दिव्या आर्य व रामावतार गुर्जर के पोस्टर चित्र यहां प्रदर्शित है ।दर्शकों ने प्रदर्शनी आयोजन की सराहना करते हुए सभी प्रतिभागी चित्रकारों, विशेष रूप से उभरते युवा चित्रकारों की भूरि-भूरि प्रशंसा की है । चित्रकारों की संस्था बून्दी ब्रश के पदाधिकारियों ने चित्रकला प्रदर्शनी आयोजन के लिए जिला प्रशासन एवं पर्यटन विभाग के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा है कि निश्चित रूप से इस प्रदर्शनी के आयोजन से बून्दी के चित्रकारों को पूरा मान-सम्मान एवं प्रोत्साहन मिला है, जिसके लिए जिला प्रशासन साधुवाद का पात्र है ।