बून्दी , । जिले में प्रसव पूर्व एवं प्रसवोत्तर सेवाओं को गुणवतापूर्ण बनाने तथा हाईरिक्स प्रिगनेन्सी (एच.आर.पी.) महिलाओं पर विशेष ध्यान द...
बून्दी , । जिले में प्रसव पूर्व एवं प्रसवोत्तर सेवाओं को गुणवतापूर्ण बनाने तथा
हाईरिक्स प्रिगनेन्सी (एच.आर.पी.) महिलाओं पर विशेष ध्यान देकर सुरक्षित
प्रसव सुनिश्चित करने के उदेश्य से चिकित्सा विभाग के जिला स्तरीय तथा
ब्लॉक स्तरीय अधिकारियों को विशेष निर्देश दिये गये है । जिला कलक्टर
आनंदी ने चिकित्सा विभाग के सेक्टर अधिकारियों को निर्देश दिये है कि वे
अपने भ्रमण के दौरान तथा प्रत्येक बैठक में आशा एवं ए.एन.एम. को हाईरिस्क
प्रिगनेन्सी के चिन्हीकरण का महत्व तथा लक्षणों के बारे में बतावें । विजिट
के दौरान उनके क्षेत्र की कुल ए.एन.सी. में से हाईरिस्क प्रिगनेन्सी का
प्रतिशत जानकर यह आकंलन करें कि कहीं यह लगभग 15 से 25 प्रतिशत से अधिक या
बहुत कम तो नहीं है । जिला कलक्टर ने निर्देश दिये है कि सेक्टर अधिकारी
बैठक एवं फील्ड विजिट के दौरान हाईरिस्क प्रसूताओं के नाम, उसकी वर्तमान
स्थिति, विशेषज्ञ चिकित्सक को दिखाना, अतिरिक्त ए.एन.सी. सेवायें दिलवाना,
आवश्यकता होने पर रैफर करना, परिवार को सहायता करना, आवश्यकता होने पर
रक्तदान करना, सोनोग्राफी, वाहन की उपलब्धता आदि पर चर्चा करें । अधिकारीगण
इस बात का विशेष ध्यान रखे कि प्रसूता के हाईरिस्क धोषित होने तथा
चिकित्साधिकारी द्वारा उसको ए.एन.सी. सेवाऐं देने में ज्यादा अन्तराल तो
नहीं है । जिला कलक्टर ने एच.आर.पी. प्रसूता के घर के बाहर लाल रंग का
निशान लगाने तथा प्रत्येक सेक्टर अधिकारी को भ्रमण के दौरान एच.आर.पी.
प्रसूताओं के घरों की विजिट कर भौतिक सत्यापन करने के निर्देश भी दिये है ।
जिले में चिकित्सा विभाग के राष्ट्रीय कार्यक्रमों में निर्धारित किये गये लक्ष्यों की प्राप्ति हेतु जिला स्तरीय अधिकारियों को ब्लॉक क्षेत्रों का प्रभारी अधिकारी नियुक्त किया गया है । मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि अति. मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ पी.सी. मीना को ब्लॉक तालेडा का, उप. मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ अविनाश शर्मा को ब्लॉक नैनवां का, प्रभारी आर.एन.एम.सी.एल. डॉ . महेन्द्र चैहान को ब्लॉककाप्रेन का, चिकित्सा अधिकारी .डॉ घनश्याम मीना को ब्लॉक बून्दी का एवं चिकित्सा अधिकारी डॉ भरत लाल मीना को ब्लॉक हिण्डोली का प्रभारी अधिकारी नियुक्त किया गया है । सी.एम.एच.ओ. ने बताया कि ब्लॉक सी.एम.ओ. तालेडा, हिण्डोली, नैनवां, काप्रेन, बून्दी को भी निर्देश दिये गये है कि सप्ताह में 3 दिन संबंधित पी.एच.सी., सी.एच.सी. का सुबह चिकित्सालय समय के पश्चात, शाम को चिकित्सालय समय के पश्चात तथा चिकित्सालय के समय एक या दो बार निरीक्षण करें । निरीक्षण के समय पी.एच.सी., सी.एच.सी. उपकेन्द्र के समस्त रिकार्ड देखां जाये । राज्य सरकार द्वारा चलाये जा रहे समस्त कार्यक्रमों की मानिटरिंग की जाये । मुख्यालय पर निवास नहीं करने वाले अधिकारियों, कर्मचारियों की सूचना ली जाये। मिशन पूर्ण शक्ति योजना के अन्तर्गत जिले में महिलाओं एवं बालिकाओं के लिए चलाई जा रही योजनाओं का ठीक से क्रियान्वयन किया जावे । मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य दिवस को आवश्यक रूप से सूक्ष्म प्लान के अनुसार चैक करना साथ वह भी सुनिश्चित किया जायें कि क्षेत्र की हाईरिस्क प्रिगनेन्सी को एम.ओ./आई.सी. द्वारा चैक किया जावे। प्रत्येक सोमवार को सांय 3 बजे जिला स्तरीय अधिकारी तथा सभी ब्लॉक सी.एम.ओ. अपने कार्यो की रिपोर्ट साथ लेकर आये ताकि जिला कलक्टर महोदय को रिपोर्ट से अवगत कराया जा सके । मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि राष्ट्रीय कार्यक्रम, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन में गुणात्मक सुधार के लिए एन.आर.एच.एम. कार्मिकों को ब्लॉक क्षेत्र का प्रभारी नियुक्त किया गया है । जिला कार्यक्रम प्रबन्धक धर्मेन्द्र निर्विकार को नैनवां ब्लॉक का, पीसीपीएनडीटी समन्वयक राजीव लोचन गौतम को हिण्डोली ब्लॉक का, आई.ई.सी. समन्वयक श्रीमती अस्मा खान को काप्रेन ब्लॉक का, आरएमएनसीएच जिला फेसिलेटर आदित्य सिंह तोमर को तालेडा ब्लॉक का एवं ब्लॉक आशा फेसिलेटर सुनिल जांगिड़ को बून्दी ब्लॉक का प्रभारी नियुक्त किया गया है । इन जिला स्तरीय कार्मिकों को प्रत्येक सप्ताह कम से कम तीन चिकित्सा संस्थानों एवं तीन उपकेन्द्रों का निरीक्षण करने के निर्देश दिये गये है ।