नहीं पचा पा रहे श्रीमाली का टिकट
उदयपुर। नगर निगम के नेता-प्रतिपक्ष दिनेश श्रीमाली को अचानक विधायक का टिकट मिलने को अब तक शहर के दावेदार पचा नहीं पा रहे है। दावेदारों मे...
शहर में टिकट वितरण को लेकर मौजूद कई दावेदार के होने के बावजूद भी बिना दावेदारी किए ही नए युवा प्रत्याशी दिनेश श्रीमाली को टिकट मिलने से शहर के दावेदारों में खासी नाराजगी दिखाई दे रही है। शहर के दावेदार इसे पचा नहीं पा रहे है और दिन इसी बात को लेकर चर्चाएं करते रहे।
शहर के चेतक स्थित पूर्व कार्यालय के बाहर भी सुबह से ही बड़ी संख्या में कांग्रेसी कार्यकर्ता और पदाधिकारी एकत्रित हुए। इन कार्यकर्ताओं में इस बात को लेकर खासी हैरानी दिखाई दी तथा श्रीमाली को टिकिट मिलने का गणित टटोलते रहे। सूत्रों के अनुसार अन्य दावेदार यह अवश्य मान रहे है कि श्रीमाली का टिकट फाईनल होने में डॉ. जोशी का हाथ है, परन्तु किसी को यह उम्मीद नहीं थी कि अचानक इस तरह से टिकट फाईनल कर लिया जाएगा, जिसमें किसी की राय नहीं ली जाएगी।
चर्चाओं में तो यह भी रहा कि दिनेश श्रीमाली का कटारिया के सामने जीतना बेहद ही मुश्किल है। इधर दिनेश श्रीमाली मंगलवार को अपना नामाकंन पत्र दाखिल करेंगे। इसके लिए शाम को शहर कार्यालय पर एक बैठक का आयोजन किया गया।
इस बैठक में प्रत्याशी दिनेश श्रीमाली का स्वागत किया गया। इस बैठक की विशेष बात यह रही कि सुखाडिय़ा और पंकज शर्मा को छोड़कर एक भी दावेदार इस बैठक में नहीं आया, जिससे दावेदारों की नाराजगी स्पष्ट रूप से दिखाई दी। आसान नहीं है श्रीमाली की राह भले ही दिनेश श्रीमाली निर्विवाद और ब्राहम्ण प्रत्याशी है, परन्तु उनकी राह आसान नहीं दिखाई दे रही है।
श्रीमाली का सामना भाजपा के कद्दावर नेता से है। इसके साथ ही कांग्रेस में अंदरूनी चल रही गुटबाजी भी उन्हें खासा नुकसान पहुंचाएगी। जानकारी के अनुसार कांग्रेस में चल रहे विभिन्न गुट इस प्रत्याशी से खुश नहीं है। इसी कारण उनके साथ रहेंगे जरूर पर जोश के साथ काम नहीं कर पाएंगे। यह भी बताया जा रहा है कि आपसी गुटबाजी के कारण जो गुट उनके साथ रहेगा तो दूसरे गुट किनारा काट जाएंगे।