महिला से दुष्कर्म मामला : बाबूलाल नागर ने दिया इस्तीफा
जयपुर। महिला को नौकरी का झांसा देकर दुष्कर्म करने का आरोप लगने के बाद गरमाई राजनीति के चलते राज्य के खादी व डेयरी मंत्री बाबू लाल नागर प...
https://khabarrn1.blogspot.com/2013/09/babulal-nagar-gave-resign.html
जयपुर। महिला को नौकरी का झांसा देकर दुष्कर्म करने का आरोप लगने के बाद गरमाई राजनीति के चलते राज्य के खादी व डेयरी मंत्री बाबू लाल नागर पर शिकंजा कस गया है। दुष्कर्म के आरोप में घिरे बाबू लाल नागर पर चौतरफा दबाव के बाद आज आखिरकार इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को इस्तीफा सौंफा है।
बाबू लाल नागर के मामले ने चुनाव से ठीक पहले राजस्थान की राजनीति में भूचाल ला दिया है। दूसरी ओर बाबूलाल के इस्तीफे से भाजपा से और आक्रामक हो गई है। पार्टी सवाल उठा रही है कि इतने गंभीर आरोप होने के बाद भी बाबूलाल की गिरफ्तारी अब तक क्यों नहीं हुई है। इससे पहले पुलिस की सीआईडी टीम ने नागर से सिविल लाइंस स्थित सरकारी आवास पर बुधवार रात करीब आधे घंटे तक पूछताछ की। पुलिस यहां पीडि़ता को ले गई थी।
भले ही पुलिस जांच की गोपनियता का हवाला देकर चुप हो, लेकिन नागर पर लगे आरोपो में कुछ की पुष्टी होने की खबर है। गुरूवार दोपहर को पुलिस ने मेडिकल करवाया, उसके बाद शाम को मजिस्ट्रेट के समक्ष 164 के बयान होंगे। माना जा रहा है कि दुष्कर्म मामले में नागर का बचाव करने पर कुछ कांग्रेसी नेताओं ने दिल्ली आलाकमान को शिकायत भेजी है। सूत्रों के मुताबिक नागर मामले के बाद यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी भी नाराज बताई जा रही है।
वहीं दूसरी ओर इस मामले में नागर ने अपने निवास पर मीडिया को बताया कि मैंने अपना इस्तीफा मुख्यमंत्री को भिजवा दिया है। उन्होंने कहा कि मैं बहुत ही साधारण व्यक्ति हूं तथा चौथी बार दूदू से चुनाव जीतने की स्थिति में हूं। मेरी तरक्की कुछ लोगों को पसंद नही आई इसीलिए मेरी राजनीति छवि खराब की जा रही है। मेरे खिलाफ षडयंत्र रचा गया है।
गौरतलब है कि बुधवार को जयपुर से लेकर दिल्ली तक नागर प्रकरण की चर्चा रही। चूंकि मुख्यमंत्री इस मसले पर कह चुके हैं कि कानून अपना काम करेगा। दूसरी तरफ अब पार्टी के विधायकों ने भी नागर के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।
इनकी हुई पुष्टि : गुरूवार को सीआईडी के इंस्पेक्टर ने पीडि़ता का एसएमएस अस्पताल में मेडिकल करवाया। इसके अलावा महिला द्वारा एफआईआर व बयानों में नागर के कमरे में रखी चीजों का जो उल्लेख किया था उनकी पुष्टि हो गई है। अगर बात कॉल डिटेल की करें तो नागर व पीडि़ता के बीच 11 सितंबर को फोन पर बात हुई थी, लेकिन पहला फोन किस ने किया इस पर पुलिस फिलहाल कुछ भी कहने को तैयार नहीं है।
बाबू लाल नागर के मामले ने चुनाव से ठीक पहले राजस्थान की राजनीति में भूचाल ला दिया है। दूसरी ओर बाबूलाल के इस्तीफे से भाजपा से और आक्रामक हो गई है। पार्टी सवाल उठा रही है कि इतने गंभीर आरोप होने के बाद भी बाबूलाल की गिरफ्तारी अब तक क्यों नहीं हुई है। इससे पहले पुलिस की सीआईडी टीम ने नागर से सिविल लाइंस स्थित सरकारी आवास पर बुधवार रात करीब आधे घंटे तक पूछताछ की। पुलिस यहां पीडि़ता को ले गई थी।
भले ही पुलिस जांच की गोपनियता का हवाला देकर चुप हो, लेकिन नागर पर लगे आरोपो में कुछ की पुष्टी होने की खबर है। गुरूवार दोपहर को पुलिस ने मेडिकल करवाया, उसके बाद शाम को मजिस्ट्रेट के समक्ष 164 के बयान होंगे। माना जा रहा है कि दुष्कर्म मामले में नागर का बचाव करने पर कुछ कांग्रेसी नेताओं ने दिल्ली आलाकमान को शिकायत भेजी है। सूत्रों के मुताबिक नागर मामले के बाद यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी भी नाराज बताई जा रही है।
वहीं दूसरी ओर इस मामले में नागर ने अपने निवास पर मीडिया को बताया कि मैंने अपना इस्तीफा मुख्यमंत्री को भिजवा दिया है। उन्होंने कहा कि मैं बहुत ही साधारण व्यक्ति हूं तथा चौथी बार दूदू से चुनाव जीतने की स्थिति में हूं। मेरी तरक्की कुछ लोगों को पसंद नही आई इसीलिए मेरी राजनीति छवि खराब की जा रही है। मेरे खिलाफ षडयंत्र रचा गया है।
गौरतलब है कि बुधवार को जयपुर से लेकर दिल्ली तक नागर प्रकरण की चर्चा रही। चूंकि मुख्यमंत्री इस मसले पर कह चुके हैं कि कानून अपना काम करेगा। दूसरी तरफ अब पार्टी के विधायकों ने भी नागर के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।
इनकी हुई पुष्टि : गुरूवार को सीआईडी के इंस्पेक्टर ने पीडि़ता का एसएमएस अस्पताल में मेडिकल करवाया। इसके अलावा महिला द्वारा एफआईआर व बयानों में नागर के कमरे में रखी चीजों का जो उल्लेख किया था उनकी पुष्टि हो गई है। अगर बात कॉल डिटेल की करें तो नागर व पीडि़ता के बीच 11 सितंबर को फोन पर बात हुई थी, लेकिन पहला फोन किस ने किया इस पर पुलिस फिलहाल कुछ भी कहने को तैयार नहीं है।