हार्टफुलनेस पद्धति तनाव मुक्ति एवं ध्यान की आॅनलाईन कक्षाएं 4 जनवरी तक
अजमेर। हार्टफुलनेस पद्धति से आन्तरिक प्रसन्नता प्राप्त की जा सकती है। इसके लिए संस्थान द्वारा किए गए प्रयास सराहनीय है। केन्द्रीय रैल मंत्र...
उन्होंने कहा कि पुराने समय के मुकाबले वर्तमान जीवन बहुत भिन्न है। हमारा शरीर और शारीरिक संरचना में बड़ा बदलाव नही आया है। तकनीकी विकास के कारण मानव ने खुशी के नए-नए तरीके खोजे है। इनसे बाहरी खुशी तो प्राप्त हो रही लेकिन आन्तरिक खुशी कंही खो गई है। इस आन्तरिक प्रसन्नता को प्राप्त करने के लिए अपने अन्दर झांककर आत्म विश्लेषण करना होगा।
श्री रामचन्द्र मिशन एवं हार्टफुलनेस संस्थान ध्यान के माध्यम से इस कार्य को आगे बढ़ा रहे है। यह प्रसन्नता का विषय है। ध्यान के माध्यम से उस स्थिति को प्राप्त किया जा सकता है जब मानव के रूप में यात्रा आरम्भ की गई थी। तनाव मुक्त होकर जीवन जीने तथा ध्यान की आॅनलाईन निःशुल्क कक्षाएं 2 से 4 जनवरी तक आयोजित की जा रही है।
हार्टफुलनेस संस्थान के अजमेर केन्द्र समन्वयक भगवान सहाय शर्मा ने बताया कि इस ध्यान पद्धति से ध्यान करने के लिए केन्द्रीय रैल मंत्री सुरेश प्रभु ने भी आह्वान किया है। संस्थान के मार्गदर्शक एवं अन्तर्राष्ट्रीय प्रशिक्षक कमलेश डी.पटेल (दाजी) द्वारा 3 दिवसीय आॅनलाईन मास्टर क्लासेस का आयोजन किया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि हार्टफुलनेस अभ्यास मूल रूप से तनावमुक्ति, ध्यान एवं आत्मिक विकास के लिए एक प्रभावकारी तथा व्यवहारिक दृष्टिकोण प्रदान करता है। यह हमारे अन्दर नेकख्याली को पोषित करता है। इससे अन्तर्निहित शक्ति विकसित होती है, जो कि आज के तनाव एवं चिन्ताओं से ग्रस्त विश्व के लिए एक प्राथमिक आवश्यकता है।
उन्होंने बताया कि मास्टर क्लासेस सम्पूर्ण विश्व में इन्टरनेट पर एक आॅनलाईन आयोजन है। इसमें 15 वर्ष से अधिक आयु के व्यक्ति भाग ले सकते है। 2 से 4 जनवरी तक आयोजित मास्टर क्लास की अवधि 40 से 60 मिनट की होगी। इसमें कोई भी व्यक्ति अपने सुविधाजनक समय पर कम्प्यूटर अथवा स्मार्ट फोन के माध्यम से भाग ले सकता है। इस संबंध में टोल फ्री नम्बर 18001037726 पर भी सम्पर्क किया जा सकता है।