मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने समझाया आजादी का मतलब, दरगाह में की जियारत, पुष्कर में की पूजा-अर्चना
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इससे पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने यहां आयोजित राज्यस्तरीय स्वतंत्रता दिवस समारोह में झंडारोहण किया और प्रदेश की जनता के नाम संदेश पढ़ा। उन्होंने कहा कि, 'आज न केवल राजस्थान, बल्कि पूरे देश में युवा शक्ति की महत्त्वपूर्ण भूमिका है। यह वह पीढ़ी है, जिसके लिए आज़ादी के मायने अलग-अलग हैं।
राजे ने कहा कि, 'किसी के लिए आज़ादी का मतलब स्वावलम्बन है, तो किसी के लिए अपना मकान, किसी के लिए स्वरोज़गार है तो किसी के लिए कर्ज से मुक्ति। किसी के लिए आज़ादी का मतलब अच्छी शिक्षा है तो किसी के लिए बेहतर चिकित्सा सुविधाएं। आज़ादी की इन सभी धारणाओं की गहराई में एक सशक्त, स्वाभिमानी और विकसित राजस्थान की परिकल्पना छुपी हुई है। आज हम उस परिकल्पना को साकार करने के संकल्प को पुनः दोहराते हैं।
पुष्कर सरोवर व ब्रह्मा मंदिर में की पूजा-अर्चना :
मुख्यमंत्री ने श्रवण मास के आखिरी सोमवार प्रदोष के अवसर पर पुष्कर में पवित्र सरोवर तथा ब्रह्मा मंदिर में पूजा-अर्चना कर विकसित एवं खुशहाल राजस्थान के लिए प्रार्थना की। राजे ने ग्वालियर घाट पर सरोवर की पूजा की तथा दुग्धाभिषेक किया। उन्होंने कोटेश्वर महादेव मंदिर में विधि-विधान के साथ पूजा की तथा चामुण्डा माता के मंदिर में दर्शन किए। उन्होंने ब्रह्मा मंदिर में वैदिक मंत्रोच्चार के साथ पूजन करके महंत सोमपुरी का भी आशीर्वाद प्राप्त किया।Keywords : Ajmer, Rajasthan, Vasundhara Raje, Ajmer Dargah, Khwaja Sahab, Pushkar, Brahma Mandir, अजमेर, मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे, राज्यस्तरीय स्वतंत्रता दिवस समारोह, सूफी संत, ख्वाजा मोईनुद्दीन चिश्ती, दरगाह जियारत, पुष्कर सरोवर, ब्रह्मा मंदिर