डेढ़ करोड़ रुपए की उधारी वापस नहीं मिलने से परेशान कांग्रेस के युवा नेता ने की आत्महत्या
https://khabarrn1.blogspot.com/2016/07/congress-youth-leader-commits-suicide-in-upset-with-borrowing-not-getting-back.html
जयपुर। झुंझुनूं पंचायत समिति के सदस्य रह चुके कांग्रेस के युवा नेता बग्गड़ निवासी अजय पूनियां ने जयपुर के होटल में फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। पुलिस ने मौके से चार पन्नों का एक सुसाइट नोट भी बरामद किया है, जिसमें दो लोगों पर उधार दिए गए रुपए नहीं चुकाने के कारण परेशान होने की बात लिखी हुई है।
जानकारी के अनुसार, अजय पूनियां कांग्रेस के युवा नेता थे और मुल रूप से इस्लामपुर गांव के रहने वाले थे। 18 जुलाई को वह व्यापार के सिलसिले में पाली जाने के लिए अपने गांव से रवाना हुए थे। जयपुर पहुंचकर उन्होंने सिंधी कैंप स्थित एक होटल में कमरा लिया, जहां 22 जुलाई की रात को उनके कमरे के वॉशरूम में उनकी लाश फांसी पर लटकी मिली।
सूचना मिलने पर सिंधी कैम्प थाना पुलिस मौके पर पहुंची और शव को नीचे उतारकर उसके परिजनों सूचित कर दिया। पुलिस को मौके से मिले सुसाइट नोट के अनुसार अजय पूनिया झुंझुनूं के दो बिल्डरों, जिनके साथ अजय पूनियां की पार्टनरशिप थी और दोनों बिल्डरों में करीब पूनियां के 1.60 करोड़ रुपए बकाया चल रहे थे, जिसके चलते वे अवसाद में थे।
सुसाइड नोट में लिखा है कि, 'दोस्त दोस्त ही होता है, लेकिन दोस्त दुश्मन से भी ज्यादा दुश्मन होता है।' इसके अतिरिक्त इसमें, दोनों बिल्डरों को 1 करोड़ 60 लाख रुपए उधार देने की बात लिखने के साथ यह भी लिखा कि दोनों ने अब रुपए देने से इनकार कर दिया। ऐसे में वह कई दिनों से परेशान होकर आत्महत्या कर रहा है।
अजय पूनियां ने इस सुसाइड नोट में विशेष रूप से एक बात पर जोर देते हुए लिखा है कि, 'इस सुसाइड नोट को जांच तक जरूर पहुंचने दें। साथ ही इसकी प्रतिलिपी जिन व्यक्तियों को भेजे जाने की बात लिखी गई है, उनमें मुख्यमंत्री राजस्थान सरकार, डीजीपी राजस्थान पुलिस, झुंझुनूं कलक्टर एवं पुलिस अधीक्षक, कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष सचिन पायलट एवं नेता प्रतिपक्ष रामेश्वर डूडी, विधानसभा सदस्य बृजेन्द्र ओला और जिलाध्यक्ष महेन्द्र झाझड़िया का नाम लिखा है।
Congress | Ajay Poonia | Suicide | Jhunjhunun | Baggar | Jaipur | Suicide Note
जानकारी के अनुसार, अजय पूनियां कांग्रेस के युवा नेता थे और मुल रूप से इस्लामपुर गांव के रहने वाले थे। 18 जुलाई को वह व्यापार के सिलसिले में पाली जाने के लिए अपने गांव से रवाना हुए थे। जयपुर पहुंचकर उन्होंने सिंधी कैंप स्थित एक होटल में कमरा लिया, जहां 22 जुलाई की रात को उनके कमरे के वॉशरूम में उनकी लाश फांसी पर लटकी मिली।
सूचना मिलने पर सिंधी कैम्प थाना पुलिस मौके पर पहुंची और शव को नीचे उतारकर उसके परिजनों सूचित कर दिया। पुलिस को मौके से मिले सुसाइट नोट के अनुसार अजय पूनिया झुंझुनूं के दो बिल्डरों, जिनके साथ अजय पूनियां की पार्टनरशिप थी और दोनों बिल्डरों में करीब पूनियां के 1.60 करोड़ रुपए बकाया चल रहे थे, जिसके चलते वे अवसाद में थे।
सुसाइड नोट में लिखा है कि, 'दोस्त दोस्त ही होता है, लेकिन दोस्त दुश्मन से भी ज्यादा दुश्मन होता है।' इसके अतिरिक्त इसमें, दोनों बिल्डरों को 1 करोड़ 60 लाख रुपए उधार देने की बात लिखने के साथ यह भी लिखा कि दोनों ने अब रुपए देने से इनकार कर दिया। ऐसे में वह कई दिनों से परेशान होकर आत्महत्या कर रहा है।
अजय पूनियां ने इस सुसाइड नोट में विशेष रूप से एक बात पर जोर देते हुए लिखा है कि, 'इस सुसाइड नोट को जांच तक जरूर पहुंचने दें। साथ ही इसकी प्रतिलिपी जिन व्यक्तियों को भेजे जाने की बात लिखी गई है, उनमें मुख्यमंत्री राजस्थान सरकार, डीजीपी राजस्थान पुलिस, झुंझुनूं कलक्टर एवं पुलिस अधीक्षक, कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष सचिन पायलट एवं नेता प्रतिपक्ष रामेश्वर डूडी, विधानसभा सदस्य बृजेन्द्र ओला और जिलाध्यक्ष महेन्द्र झाझड़िया का नाम लिखा है।
Congress | Ajay Poonia | Suicide | Jhunjhunun | Baggar | Jaipur | Suicide Note