जलजनित बीमारियों की रोकथाम के लिए विशेष अभियान आज से
अजमेर । अजमेर जिले में जलजनित बीमारियों की प्रभावी रोकथाम एवं आमजन को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने के लिए कल से विशेष जांच अभियान चलाया जाएगा। ...
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अजमेर । अजमेर जिले में जलजनित बीमारियों की प्रभावी रोकथाम एवं आमजन को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने के लिए कल से विशेष जांच अभियान चलाया जाएगा। जलदाय, चिकित्सा एवं पंचायतीराज विभाग सहित अन्य महकमे भी इस जांच अभियान से सीधे जुड़ेंगे। जलदाय विभाग की सहमति के बिना कोई भी विभाग सड़क नहीं खोद सकेगा। जिले के 541 अभावग्रस्त गांवों में टैंकरों से समय पर जलापूर्ति सुनिश्चित होगी। चिकित्सा विभाग को मौसमी बीमारियों की रोकथाम के लिए अलर्ट रहने के निर्देश दिए गए हैं।
जिला कलक्टर गौरव गोयल ने सोमवार को कलेक्ट्रेट में पानी, बिजली एवं मौसमी बीमारियों सहित अन्य विभागों की साप्ताहिक समीक्षा बैठक में यह निर्देश जारी किए । उन्होंने कहा कि जल शुद्धिकरण एवं जलजनित बीमारियों की रोकथाम के लिए कल 10 मई से आगामी एक सप्ताह तक विशेष जांच अभियान चलाया जाएगा। इस अभियान के तहत सभी संबंधित विभाग पानी के मूल स्त्रोत, पानी को एकत्रा करने की जगह, बड़ी एवं छोटी टंकियों, जलापूर्ति व्यवस्था, पानी की गुणवत्ता आदि की जांच करेंगे। पेयजल स्त्रोतों की सफाई एवं क्लोरीनेशन एवं इससे संबंधित अन्य जांच व आवश्यक कार्यवाही भी अभियान के तहत सम्पन्न करायी जाएगी।
गोयल ने कहा कि पानी की वजह से किसी भी तरह की बीमारी नहीं फैलनी चाहिए । सभी संबंधित विभाग यह सुनिश्चित करेंगे कि उन्होंने जांच अभियान के तहत अपने से संबंधित सभी काम समय पर पूरे कर लिए हैं। जलदाय विभाग अपने सभी स्त्रोतों की जांच एवं सफाई आदि करवाएगा। गांवों में बनी टंकियों की सफाई एवं उन पर तिथियों का अंकन विकास अधिकारियों के माध्यम से करवाया जाएगा। जलदाय महकमा यह सुनिश्चित करेगा कि सभी जगह सही समय पर जलापूर्ति हो रही है। जल स्त्रोतों से सैम्पल लेने एवं उनकी जांच का कार्य भी पूरी पारदर्शिता से सम्पन्न होगा।
उन्होंने कहा कि जलदाय विभाग, चिकित्सा विभाग एवं जवाहर लाल नेहरू चिकित्सालय, पंचायत समितियों के विकास अधिकारी, जिला शिक्षा अधिकारी, अधिशाषी अधिकारी छावनी परिषद, रेलवे विभाग एवं स्थानीय निकाय विभाग, भूतल जलाशयों, उच्च जलाशयों, स्वच्छ जलाशयों की सफाई करवाएंगे। टंकियों की नियमित सफाई के साथ ही उन पर सफाई की तिथि अंकित कराना, ग्राम पंचायतों, विभिन्न चिकित्सालयों, शैक्षणिक संस्थानों, छात्रावासों, औद्योगिक संस्थानों, रेलवे, होटल, रेस्टोरेन्ट आदि अपने से संबंधित टंकियों की सफाई सुनिश्चित करेंगे।
गोयल ने बताया कि जलदाय, चिकित्सा, रेलवे, छावनी परिषद एवं स्थानीय निकायों का जल स्त्रोतों की सफाई, शुद्धीकरण एवं स्त्रोतों के आसपास सफाई कराएंगे। खुले कुओं, नलकूप व हैण्डपम्प आदि के जल नमूनों की जांच भी करवायी जाएगी। जलदाय विभाग पाइप लाईन लीकेज की मरम्मत कराएगा।
जिला कलक्टर ने जानकारी दी कि जिले के 541 गांवों को अभावग्रस्त घोषित किया गया है। इन गांवों में टैंकरों से जलापूर्ति होगी। जलदाय विभाग को निर्देश दिए गए कि सभी टैंकरों पर दस दिन में जी.पी.एस. लगवाएं। जब तक टैंकरों पर जी.पी.एस. नहीं लग जाते तब तक सामान्य टैंकरों से जलापूर्ति होगी। कलेक्ट्रेट, उपखण्ड एवं जलदाय विभाग में स्थापित कन्ट्रोल रूप जलापूर्ति व्यवस्था पर निगरानी रखेंगे।
कलक्टर गोयल ने निर्देश दिए कि जलजनित एवं मौसमी बीमारियों की रोकथाम के लिए जलदाय एवं चिकित्सा सहित सभी विभाग प्रभावी कार्यवाही करेंगे। जहां भी इन बीमारियों का प्रकोप सामने आता है वहां पर रोकथाम के लिए पूरी संवेदनशीलता एवं गंभीरता के साथ सामूहिक प्रयास किए जाएंगे। ऐसी बीमारियां फैलते ही तुरन्त जिला प्रशासन को भी सूचित किया जाएगा।
जिला कलक्टर गौरव गोयल ने सोमवार को कलेक्ट्रेट में पानी, बिजली एवं मौसमी बीमारियों सहित अन्य विभागों की साप्ताहिक समीक्षा बैठक में यह निर्देश जारी किए । उन्होंने कहा कि जल शुद्धिकरण एवं जलजनित बीमारियों की रोकथाम के लिए कल 10 मई से आगामी एक सप्ताह तक विशेष जांच अभियान चलाया जाएगा। इस अभियान के तहत सभी संबंधित विभाग पानी के मूल स्त्रोत, पानी को एकत्रा करने की जगह, बड़ी एवं छोटी टंकियों, जलापूर्ति व्यवस्था, पानी की गुणवत्ता आदि की जांच करेंगे। पेयजल स्त्रोतों की सफाई एवं क्लोरीनेशन एवं इससे संबंधित अन्य जांच व आवश्यक कार्यवाही भी अभियान के तहत सम्पन्न करायी जाएगी।
गोयल ने कहा कि पानी की वजह से किसी भी तरह की बीमारी नहीं फैलनी चाहिए । सभी संबंधित विभाग यह सुनिश्चित करेंगे कि उन्होंने जांच अभियान के तहत अपने से संबंधित सभी काम समय पर पूरे कर लिए हैं। जलदाय विभाग अपने सभी स्त्रोतों की जांच एवं सफाई आदि करवाएगा। गांवों में बनी टंकियों की सफाई एवं उन पर तिथियों का अंकन विकास अधिकारियों के माध्यम से करवाया जाएगा। जलदाय महकमा यह सुनिश्चित करेगा कि सभी जगह सही समय पर जलापूर्ति हो रही है। जल स्त्रोतों से सैम्पल लेने एवं उनकी जांच का कार्य भी पूरी पारदर्शिता से सम्पन्न होगा।
उन्होंने कहा कि जलदाय विभाग, चिकित्सा विभाग एवं जवाहर लाल नेहरू चिकित्सालय, पंचायत समितियों के विकास अधिकारी, जिला शिक्षा अधिकारी, अधिशाषी अधिकारी छावनी परिषद, रेलवे विभाग एवं स्थानीय निकाय विभाग, भूतल जलाशयों, उच्च जलाशयों, स्वच्छ जलाशयों की सफाई करवाएंगे। टंकियों की नियमित सफाई के साथ ही उन पर सफाई की तिथि अंकित कराना, ग्राम पंचायतों, विभिन्न चिकित्सालयों, शैक्षणिक संस्थानों, छात्रावासों, औद्योगिक संस्थानों, रेलवे, होटल, रेस्टोरेन्ट आदि अपने से संबंधित टंकियों की सफाई सुनिश्चित करेंगे।
गोयल ने बताया कि जलदाय, चिकित्सा, रेलवे, छावनी परिषद एवं स्थानीय निकायों का जल स्त्रोतों की सफाई, शुद्धीकरण एवं स्त्रोतों के आसपास सफाई कराएंगे। खुले कुओं, नलकूप व हैण्डपम्प आदि के जल नमूनों की जांच भी करवायी जाएगी। जलदाय विभाग पाइप लाईन लीकेज की मरम्मत कराएगा।
जिला कलक्टर ने जानकारी दी कि जिले के 541 गांवों को अभावग्रस्त घोषित किया गया है। इन गांवों में टैंकरों से जलापूर्ति होगी। जलदाय विभाग को निर्देश दिए गए कि सभी टैंकरों पर दस दिन में जी.पी.एस. लगवाएं। जब तक टैंकरों पर जी.पी.एस. नहीं लग जाते तब तक सामान्य टैंकरों से जलापूर्ति होगी। कलेक्ट्रेट, उपखण्ड एवं जलदाय विभाग में स्थापित कन्ट्रोल रूप जलापूर्ति व्यवस्था पर निगरानी रखेंगे।
कलक्टर गोयल ने निर्देश दिए कि जलजनित एवं मौसमी बीमारियों की रोकथाम के लिए जलदाय एवं चिकित्सा सहित सभी विभाग प्रभावी कार्यवाही करेंगे। जहां भी इन बीमारियों का प्रकोप सामने आता है वहां पर रोकथाम के लिए पूरी संवेदनशीलता एवं गंभीरता के साथ सामूहिक प्रयास किए जाएंगे। ऐसी बीमारियां फैलते ही तुरन्त जिला प्रशासन को भी सूचित किया जाएगा।