वेबसाइट पर इंदिरा गांधी शासन की आलोचना पर बिहार में चला सियासी दौर

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पटना। इंदिरा गांधी के शासन को ब्रितानी शासन से भी बदतर बताने वाली बिहार की एक वेबसाइट को लेकर राज्य में सियासी पारा चढ़ने लगा है। इस मामले में एक ओर जहां राज्य में गंठबंधन सरकार में शामिल कांग्रेस ने अपनी नाराजगी जताई है, वहीं राष्ट्रीय जनता दल (राजद) ने भाजपा पर निशाना साधा है।

वहीं दूसरी ओर, भाजपा ने इस मामले को लेकर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि इतिहास के साथ किसी भी तरह की छेड़छाड़ को पार्टी बर्दाश्त नहीं करेगी।

वेबसाइट पर इंदिरा गांधी शासन की आलोचना किए जाने के मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए राजद नेता एवं उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कहा कि आपातकाल का इतिहास सबको मालूम है। इस दौरान सभी ने कांग्रेस के खिलाफ लड़ी लड़ाई थी। उन्होंने कहा कि जब वेबसाइट पर ये चीजें डाली गई थी, तब भाजपा भी सरकार में थी।

वहीं सांसद पप्पू यादव ने महागंठबंधन पर हमला बोलते हुए का कि राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव एवं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का कांग्रेस प्रेम नहीं बल्कि सत्ता प्रेम है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेताओं को इस मामले पर जवाब देना चाहिए।

भाजपा नेता नंदकिशोर यादव ने इस मामले को लेकर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि इतिहास के पन्नों को किसी भी तरह से पलटने की कोशिश किये जाने को पार्टी बर्दाश्त नहीं करेगी।

उल्लेखनीय है कि बिहार सरकार की एक वेबसाइट पर इंदिरा गांधी के शासन को ब्रितानी शासन से भी खराब बताया गया है। बिहार के इतिहास पर लिखी समीक्षा में इंदिरा गांधी के 'निरंकुश शासन' और आपातकाल के समय बढ़े ‘दमन' का हवाला दिया गया है।

समीक्षा में भारत के आधुनिक इतिहास में जय प्रकाश नारायण  के योगदान का उल्लेख करते हुए कहा गया है, यह जेपी ही थे, जिन्होंने निरंतर और मजबूती से इंदिरा गांधी के निरंकुश शासन और उनके छोटे बेटे संजय गांधी का विरोध किया था। इसके अनुसार, जेपी के विरोध पर लोगों की प्रतिक्रिया से डरकर ही इंदिरा गांधी ने 26 जून 1975 को आपातकाल की घोषणा करते हुए उन्हें गिरफ्तार करवा दिया था। उन्हें दिल्ली के पास स्थित उस तिहाड़ जेल में रखा गया था, जहां कुख्यात अपराधियों को रखा जाता है।

इससे नाराज राज्य कांग्रेस के नेता चंदन यादव ने कहा कि यह उल्लेख पूर्णतया ‘अस्वीकार्य' है और उनकी पार्टी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के समक्ष यह मुद्दा उठाएगी। एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि इसकी जांच की जाएगी।

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