बच्चों को दस्त रोग से बचाएगी रोटा वायरस वैक्सीन
अजमेर। राष्ट्रीय टीकाकरण में रोटा वायरस विरोधी वैक्सीन को शामिल किया जा रहा है यह वैक्सीन बच्चों मे रोटा वायरस से होनें वाले दस्त रोग के ...
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अजमेर। राष्ट्रीय टीकाकरण में रोटा वायरस विरोधी वैक्सीन को शामिल किया जा रहा है यह वैक्सीन बच्चों मे रोटा वायरस से होनें वाले दस्त रोग के कारण होने वाली मृत्यु को रोकने के लिए दी जायेगी। वर्तमान में यह खुराक निजी स्तर पर उपलब्ध है जिसकी लागत करीब 1600 रू आती है जो कि सरकार द्वारा निःशुल्क उपलब्ध करवाई जावेगी।
पोलियों वैक्सीन की तरह ही यह वैक्सीन भी ड्राप्स के रूप में ओरल दी जायेगी। टीके की खुराक 5 बूद मुँह द्वारा दी जायेगी। यह खुराक जन्म से 6 सप्ताह पर प्रथम, 10 सप्ताह पर द्वितीय, 14 सप्ताह पर तृतीय दी जायेगी। यह टीका एक साल से छोटे बच्चों में रोटा वायरस से होने वाले दस्त रोग के बचाव के लिए दी जायेगी।
रोटा वायरस टीका मार्च 2017 से राष्ट्रीय टीकाकरण सारणी में नया जोड़ा जायेगा। उक्त टीके की खुराक समस्त राजकीय चिकित्सा संस्थानों एवं आंगनवाड़ी पर होने वाले एमसीएचएन दिवसों पर निःशुल्क दी जावेगी। पूर्व में राष्ट्रीय टीकाकरण सारणी में 8 टीके शामिल थें अब 1 नया वैक्सीन रोटा वायरस जुड़ने से 9 टीके निःशुल्क दिये जायेगें।
रोटा वायरस बीमारी सर्दियों में अधिक सक्रिय रहती है तथा मुख के माध्यम से इसका वायरस शरीर में प्रवेश करता है जिसके कारण बच्चों में दस्त रोग होता है इस बीमारी से ग्रसित बच्चें का उचित समय पर उपचार नही मिलने पर बच्चें की मृत्यु तक हो सकती है।
जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज अजमेर के सभागार में रोटा वायरस टीका हेतु अजमेर जिले की कार्यशाला आयोजित की गई। कार्यशाला में प्रत्यके ब्लॉक से ब्लॉक मुख्य चिकित्सा अधिकारी, 2 चिकित्सक एवं जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज अजमेर के कम्यूनिटी मेडिसिन विभाग की आचार्य डॉ. रेणु बेदी एवं अन्य चिकित्सा अधिकारियों ने सहभागिता की।
कार्यशाला में जिला स्तरीय अधिकारी, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. कृष्ण कुमार सोनी , जिला प्रजजन एवं शिशु स्वास्थ्य अधिकारी, डॉ रामलाल चौधरी, जिला प्रशिक्षक एवं सहायक नोडल अधिकारी डॉ. आर.सी. यादव, स्टेट तकनीकी अधिकारी लोकेश, डॉ. अंकूर मिटून्डा सब रिजनल टीम लीडर डब्ल्यूएचओं जयपुर एवं डॉ. मुनिदर शर्मा एसएमओं डब्ल्यूएचओं अजमेर, यूएनडीपी से विवेक भार्गव एवं राजेष ओझा मौजूद थे।
पोलियों वैक्सीन की तरह ही यह वैक्सीन भी ड्राप्स के रूप में ओरल दी जायेगी। टीके की खुराक 5 बूद मुँह द्वारा दी जायेगी। यह खुराक जन्म से 6 सप्ताह पर प्रथम, 10 सप्ताह पर द्वितीय, 14 सप्ताह पर तृतीय दी जायेगी। यह टीका एक साल से छोटे बच्चों में रोटा वायरस से होने वाले दस्त रोग के बचाव के लिए दी जायेगी।
रोटा वायरस टीका मार्च 2017 से राष्ट्रीय टीकाकरण सारणी में नया जोड़ा जायेगा। उक्त टीके की खुराक समस्त राजकीय चिकित्सा संस्थानों एवं आंगनवाड़ी पर होने वाले एमसीएचएन दिवसों पर निःशुल्क दी जावेगी। पूर्व में राष्ट्रीय टीकाकरण सारणी में 8 टीके शामिल थें अब 1 नया वैक्सीन रोटा वायरस जुड़ने से 9 टीके निःशुल्क दिये जायेगें।
रोटा वायरस बीमारी सर्दियों में अधिक सक्रिय रहती है तथा मुख के माध्यम से इसका वायरस शरीर में प्रवेश करता है जिसके कारण बच्चों में दस्त रोग होता है इस बीमारी से ग्रसित बच्चें का उचित समय पर उपचार नही मिलने पर बच्चें की मृत्यु तक हो सकती है।
जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज अजमेर के सभागार में रोटा वायरस टीका हेतु अजमेर जिले की कार्यशाला आयोजित की गई। कार्यशाला में प्रत्यके ब्लॉक से ब्लॉक मुख्य चिकित्सा अधिकारी, 2 चिकित्सक एवं जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज अजमेर के कम्यूनिटी मेडिसिन विभाग की आचार्य डॉ. रेणु बेदी एवं अन्य चिकित्सा अधिकारियों ने सहभागिता की।
कार्यशाला में जिला स्तरीय अधिकारी, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. कृष्ण कुमार सोनी , जिला प्रजजन एवं शिशु स्वास्थ्य अधिकारी, डॉ रामलाल चौधरी, जिला प्रशिक्षक एवं सहायक नोडल अधिकारी डॉ. आर.सी. यादव, स्टेट तकनीकी अधिकारी लोकेश, डॉ. अंकूर मिटून्डा सब रिजनल टीम लीडर डब्ल्यूएचओं जयपुर एवं डॉ. मुनिदर शर्मा एसएमओं डब्ल्यूएचओं अजमेर, यूएनडीपी से विवेक भार्गव एवं राजेष ओझा मौजूद थे।
