आरपीएससी अध्यक्ष ने ली वीसी, कलक्टर व एसपी से जानकारी
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अजमेर। राजस्थान लोक सेवा के अध्यक्ष डाॅ. ललित के.पंवार ने आज वीडियो कान्फ्रेस के माध्यम से राज्य के सभी जिलों के पुलिस अधीक्षक व कलक्टर से चर्चा की और आगामी 31 अक्टूबर को होने वाली आरएएस प्री-परीक्षा 2013 की तैयारियों एवं सुरक्षा इंतजामों के बारे में पूरी जानकारी ली।
आयोग के अध्यक्ष ने सभी कलक्टर व पुलिस अधीक्षक से कहा कि त्राुटि रहित तरीके से परीक्षा को सम्पन्न कराना उनकी जिम्मेदारी होगी। इसके लिए जिला स्तर पर सभी प्रकार के उपाय किए जाने हैं। आयोग द्वारा परीक्षा के संबंध में विस्तार से दिशा निर्देश उन्हें जारी किए गए हैं। सभी सरकारी शिक्षण संस्थाओं व संस्थानों के परीक्षा केन्द्रों पर वीक्षक (इनपीजिलेटर) रेण्डमाईजेशन से लगाए जाएंगे। निजी संस्थानों में स्थापित परीक्षा केन्द्रों पर भी 50 प्रतिशत सरकारी कर्मचारियों को रेण्डमाईजेशन से लगाया जाएगा।
डाॅ. पंवार ने बताया कि आयोग 24 घण्टे उनकी सहायता के लिए उपलब्ध है। उन्होंने प्रत्येक जिले के कलक्टर व पुलिस अधीक्षक से वहां की आवश्यकता व समस्या के बारे में भी जानकारी ली। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि परीक्षा केन्द्रों पर सभी परीक्षार्थियों की पूरी जांच करने के पश्चात ही उन्हें परीक्षा केन्द्र में प्रवेश दिया जाएगा। महिला अभ्यर्थियों की जांच महिला कर्मियों द्वारा ही की जाएगी।
वीडियो काॅन्फ्रेसिंग में डाॅ. पंवार के साथ अजमेर जिला कलक्टर डाॅ. आरूषि मलिक, सेवानिवृत उप पुलिस महानिरीक्षक एवं आयोग के विजीलेंस अधिकारी बहादुर सिंह राठौड़, आयोग के सलाहकार एवं पूर्व सदस्य के.एल. बैरवा, आयोग के संयुक्त निदेशक कम्प्यूटर अखिलेश मित्तल, उप सचिव भगवत सिंह राठौड़, अतिरिक्त जिला कलक्टर किशोर कुमार, जिला रसद अधिकारी सुरेश सिंधी सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।
आयोग के अध्यक्ष ने सभी कलक्टर व पुलिस अधीक्षक से कहा कि त्राुटि रहित तरीके से परीक्षा को सम्पन्न कराना उनकी जिम्मेदारी होगी। इसके लिए जिला स्तर पर सभी प्रकार के उपाय किए जाने हैं। आयोग द्वारा परीक्षा के संबंध में विस्तार से दिशा निर्देश उन्हें जारी किए गए हैं। सभी सरकारी शिक्षण संस्थाओं व संस्थानों के परीक्षा केन्द्रों पर वीक्षक (इनपीजिलेटर) रेण्डमाईजेशन से लगाए जाएंगे। निजी संस्थानों में स्थापित परीक्षा केन्द्रों पर भी 50 प्रतिशत सरकारी कर्मचारियों को रेण्डमाईजेशन से लगाया जाएगा।
डाॅ. पंवार ने बताया कि आयोग 24 घण्टे उनकी सहायता के लिए उपलब्ध है। उन्होंने प्रत्येक जिले के कलक्टर व पुलिस अधीक्षक से वहां की आवश्यकता व समस्या के बारे में भी जानकारी ली। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि परीक्षा केन्द्रों पर सभी परीक्षार्थियों की पूरी जांच करने के पश्चात ही उन्हें परीक्षा केन्द्र में प्रवेश दिया जाएगा। महिला अभ्यर्थियों की जांच महिला कर्मियों द्वारा ही की जाएगी।
वीडियो काॅन्फ्रेसिंग में डाॅ. पंवार के साथ अजमेर जिला कलक्टर डाॅ. आरूषि मलिक, सेवानिवृत उप पुलिस महानिरीक्षक एवं आयोग के विजीलेंस अधिकारी बहादुर सिंह राठौड़, आयोग के सलाहकार एवं पूर्व सदस्य के.एल. बैरवा, आयोग के संयुक्त निदेशक कम्प्यूटर अखिलेश मित्तल, उप सचिव भगवत सिंह राठौड़, अतिरिक्त जिला कलक्टर किशोर कुमार, जिला रसद अधिकारी सुरेश सिंधी सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।