मुख्य न्यायाधिपति दत्तू ने की दरगाह जियारत और पुष्कर यात्रा
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अजमेर। सर्वोच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश एच.एल. दत्तू ने आज अपनी पत्नि व अन्य परिवारजनों के साथ प्रसिद्ध सूफी सन्त ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह की जियारत की और उनकी पवित्रा मजार पर अकीदत के फूल चढ़ाए।
राजस्थान उच्च न्यायालय के न्यायाधीश अजीत सिंह एवं न्यायीक सेवा के अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी साथ थे।
खादीम मुकद्दस मोइनी ने जियारत कराई और दस्तारबंदी की। अंजुमन कमेटी की ओर से महासचिव वाहीद हुसैन अंगारा ने स्मिृती चिन्ह भेंट किया तथा कमेटी के सदर ने उनका इस्तबाल किया। दरगाह कमेटी के नाजीम अस्फाक हुसैन ने कमेटी की ओर से दस्तारबंदी की और तबरूक भेंट किया।
मुख्य न्यायाधिपति अजमेर से सीधे पुष्कर पहुंचे और उन्होंने अपनी पत्नि के साथ वैदिक मंत्रोच्चारण से गौ घाट पर सरोवर की पूजा अर्चना की। उन्होंने प्रजापिता ब्रह्मा मन्दिर के दर्शन किए महंत सोमपुरी ने शाॅल ओढ़ाकर उनका स्वागत किया। उन्होंने नए रंगजी मन्दिर के दर्शन भी किए।
राजस्थान उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश अजीत सिंह ने भी अपनी पत्नि के साथ सरोवर की पूजा अर्चना की और ब्रह्मा मन्दिर के दर्शन किए।
राजस्थान उच्च न्यायालय के न्यायाधीश अजीत सिंह एवं न्यायीक सेवा के अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी साथ थे।
खादीम मुकद्दस मोइनी ने जियारत कराई और दस्तारबंदी की। अंजुमन कमेटी की ओर से महासचिव वाहीद हुसैन अंगारा ने स्मिृती चिन्ह भेंट किया तथा कमेटी के सदर ने उनका इस्तबाल किया। दरगाह कमेटी के नाजीम अस्फाक हुसैन ने कमेटी की ओर से दस्तारबंदी की और तबरूक भेंट किया।
मुख्य न्यायाधिपति अजमेर से सीधे पुष्कर पहुंचे और उन्होंने अपनी पत्नि के साथ वैदिक मंत्रोच्चारण से गौ घाट पर सरोवर की पूजा अर्चना की। उन्होंने प्रजापिता ब्रह्मा मन्दिर के दर्शन किए महंत सोमपुरी ने शाॅल ओढ़ाकर उनका स्वागत किया। उन्होंने नए रंगजी मन्दिर के दर्शन भी किए।
राजस्थान उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश अजीत सिंह ने भी अपनी पत्नि के साथ सरोवर की पूजा अर्चना की और ब्रह्मा मन्दिर के दर्शन किए।