जेडीए और समिति में तालमेल का अभाव, आवेदक भुगत रहे खामियाजा
गौरतलब है कि इस योजना को लेकर गत दिनों राज्य विधानसभा में विधायक श्रीराम भींचर ने सवाल उठाया था। उक्त प्रश्न में संबंधित विभाग का जवाब आया कि इस योजना के बारे में जेडीए में रिकार्ड प्रस्तुत नहीं हो पाने के कारण देरी हुई, लेकिन सहकारी समिति और जेडीए के बीच तालमेल नहीं बैठ पाने का खामियाजा लोगों को भुगतना पड़ रहा है। राज्य सरकार की ओर से इस योजना का नियमन करने के लिए शिविर लगाने एवं पट्टे जारी करने में हो रही देरी के कारण आवेदक परेशान हैं।
उल्लेखनीय है कि महाराणा प्रताप नगर गृह निर्माण सहकारी समिति लिमेटेड की श्याम विहार योजना में आवंटित भूखण्डधारियों की सूची तथा आवासीय योजना के नक्शे पेश हो चुके हैं। इस मामले में सोसायटी ने जेडीए में योजना के सभी भूखण्डधारियों को आवंटन-पत्र जारी कर भूखण्ड आवंटित किये गये जाने की बात कही है।
वहीं दूसरी ओर, सूत्रों के मुताबिक, सोसायटी की ओर से उक्त योजना में किसी भी सदस्य को रजिस्ट्री द्वारा भूखण्ड नहीं दिया गया है। महाराणा प्रताप गृह निर्माण सहकारी समिति की इस योजना श्याम विहार का रिकॉर्ड जयपुर विकास प्राधिकरण में भी प्रस्तुत नहीं किया गया है।