वीरभद्र सिंह के 11 ठिकानों पर सीबीआई के छापे के बाद इस्तीफे का दबाव
बताया जा रहा है कि जिस समय इन टीमों ने वीरभद्र सिंह के आवास पर दबिश दी, उस समय मुख्यमंत्री अपनी बेटी मीनाक्षी की शादी में एक मंदिर में व्यस्त थे। जैसे ही उन्हें रेड की सूचना मिली, वह होलीलॉज पहुंचे। इस मामले को लेकर कांग्रेस नेता आनंद शर्मा ने इस कार्रवाई को बदले की बदले की भावना से की गई कार्रवाई बताया। उन्होंने कहा कि सरकार जांच एजेंसी का दुरुपयोग कर रही है।
वहीँ दूसरी ओर, हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह पर सीबीआई द्वारा मामला दर्ज करने के बाद उन पर अब इस्तीफा देने का दवाब बढ़ गया है। दरअसल पार्टी स्तर पर उन्हें पहले ही आगाह कर दिया गया था कि अगर सीबीआई मामला दर्ज करती है तो उन्हें इस्तीफा देना होगा। गौरतलब है कि पिछले दिनों ही वीरभद्र सिंह दस जनपथ होकर आए थे। हालांकि वीरभद्र सिंह पिछले कई दिनों से सीबीआई को रोकने के लिये हर कोशिश कर रहे थे। लेकिन सब प्रयास नाकाम रहे।
लिहाजा अब शिमला में इस बात को लेकर चर्चा है कि अब अगला सीएम कांग्रेस का होगा या फिर सरकार गिरेगी। बदले हालातों में कल तक जो उनके साथ थे, आज नहीं है। यही वजह है कि कांग्रेस के भीतर नए नेता की तालाश का काम जोरों पर है। लेकिन यह सब वीरभद्र सिंह पर निर्भर रहेगा कि वह नए नेता को अपना समर्थन देते भी हैं या नहीं।
बताया जा रहा है कि इस पूरी टीम का 45 आइपीएस अधिकारी नेतृत्व कर रहे हैं। अभी तक यह पता चला है कि सीबीआइ की टीम ने इसके अलावा रामपुर व सराहन में भी दबिश दी है। इसके अलावा भी प्रदेश में नौ स्थानों में यह कार्रवाई चल रही है।