सिवाना में अलग-अलग हादसों में दो की मौत, दो घायल
https://khabarrn1.blogspot.com/2015/07/2-killed-in-siwana-accidents.html
सिवाना। शहर में शनिवार का दिन काल का पैगाम लेकर आया। पहले मिली लाश और बाद में एक के बाद एक हादसे में एक और मौत और दो घायल हो गये। सुर्योदय के साथ ही खबर मिली कि ऐतिहासिक दुर्ग के जलाशय में एक शव तैर रहा है। शहर के लोग अभी जगे ही थे कि ये सुबह की पहली अपशकुनी खबर उन्हें मिली।
इसके कुछ ही देर में पुलिस और बड़ी संख्या में शहरवासी दुर्ग पर पहुँचे। लोगों की सहायता से पुलिस ने शव को तालाब से बाहर निकलवाया। प्रथम दृष्टया शव पुराना प्रतित हो रहा हैं, पुलिस द्वारा शव को मोर्चरी में रखवाया गया है। हालांकि शव की शिनाख्त अभी तक नही हो पाई हैं।
दूसरा हादसा बस स्टैण्ट पर हुआ, जहाँ पर सुबह स्कुल जाने के लिये घर से निकले एक छात्र को रोडवेज बस ने कुचल दिया, जिससे उसकी मौत हो गई। छात्र प्रवीण कुमार पुत्र माणकचंद जीनगर सुबह स्कुल के लिये तैयार होकर घर से निकला था, किंतु तहसील के आगे एक रोडवेज बस ने उसे अपनी चपेट में ले लिया। आसपास के लोग तत्काल उसे राजकीय अस्पताल ले गये, जहाँ ईलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
इस प्रकार एक के बाद एक बुरी खबर मिलने से शहर के लोग हतप्रभ थे, तभी बालोतरा रोड़ पर आमने सामने आ रहे दो दुपहिया वाहन आपस में टकरा गये। आस-पास के लोग किसी अनिष्ट की आशंका को मन में लिये हुए भागे और उन्हें संभाला। गनीमत यह रही कि दोनों मोटरसाईकिल चालकों को मामूली चोटें ही आई।
इसके कुछ ही देर में पुलिस और बड़ी संख्या में शहरवासी दुर्ग पर पहुँचे। लोगों की सहायता से पुलिस ने शव को तालाब से बाहर निकलवाया। प्रथम दृष्टया शव पुराना प्रतित हो रहा हैं, पुलिस द्वारा शव को मोर्चरी में रखवाया गया है। हालांकि शव की शिनाख्त अभी तक नही हो पाई हैं।
दूसरा हादसा बस स्टैण्ट पर हुआ, जहाँ पर सुबह स्कुल जाने के लिये घर से निकले एक छात्र को रोडवेज बस ने कुचल दिया, जिससे उसकी मौत हो गई। छात्र प्रवीण कुमार पुत्र माणकचंद जीनगर सुबह स्कुल के लिये तैयार होकर घर से निकला था, किंतु तहसील के आगे एक रोडवेज बस ने उसे अपनी चपेट में ले लिया। आसपास के लोग तत्काल उसे राजकीय अस्पताल ले गये, जहाँ ईलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
इस प्रकार एक के बाद एक बुरी खबर मिलने से शहर के लोग हतप्रभ थे, तभी बालोतरा रोड़ पर आमने सामने आ रहे दो दुपहिया वाहन आपस में टकरा गये। आस-पास के लोग किसी अनिष्ट की आशंका को मन में लिये हुए भागे और उन्हें संभाला। गनीमत यह रही कि दोनों मोटरसाईकिल चालकों को मामूली चोटें ही आई।