बीकानेर में पीबीएम अस्पताल स्थित ट्रोमा सेन्टर 25 जून से होगा शुरू
https://khabarrn1.blogspot.com/2015/06/Bikaner-PBM-hospital-based-Troma-Center-tobe-start-from-June-25.html
बीकानेर। बीकानेर के पीबीएम अस्पताल में स्थित ट्रोमा सेन्टर मेंं प्रथम चरण में चिकित्सा सुविधाएं 25 जून से प्रारंभ कर दी जायेंगी एवं शीघ्र ही इस सेन्टर के शेष रहे कार्यों को चरणबद्घ रूप से पूरा किया जायेगा। यह जानकारी बीकानेर के ट्रोमा सेन्टर में आयोजित बैठक में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री राजेन्द्र राठौड़ ने दी।
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि पीबीएम अस्पताल में विविध विकास कार्यों के लिए धन की कमी नहीं आने दी जायेगी। उन्होंने ट्रोमा सेन्टर को प्रारंभ करने के लिए आधारभूत सुविधाओं तथा चिकित्सक व पैरामेडिकल स्टाफ की उपलब्धता के बारे में तथ्यात्मक जानकारी ली और कहा कि यहां आवश्यकतानुसार स्टाफ को नियुक्त किया जायेगा।
उन्होंने चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवा के संयुक्त निदेशक को निर्देश दिए कि ट्रोमा सेन्टर के लिए 10 ओटी टेक्निशियन्स की तत्काल नियुक्ति की जाये तथा आवश्यकतानुसार यहां सेवानिवृत्त कार्मिकों को भी लगाया जा सकता है। उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि सेन्टर के लिए फील्ड से अतिरिक्त स्टाफ के रूप में निश्चेतक, शल्य चिकित्सक, नर्स व अन्य तकनीकी स्टाफ को नियुक्त किया जाए।
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री ने ट्रोमा सेन्टर में नगर विकास न्यास द्वारा शेष रहे निर्माण कार्यों को तत्काल पूरा करवाने के निर्देश देते हुए कहा कि सेन्टर में एयर कन्डीशनर लगाने, मॉड्यूलर ऑपरेशन थियेटर में कूलिंग सिस्टम कार्य पूर्ण करवाने, अग्निशमन यंत्र लगवाने, विद्युत संबंधी शेष कार्य पूरे करने तथा पुख्ता पेयजल व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।
उन्होंने जिला कलक्टर पूनम को निर्देश दिए कि वे इस बात की मॉनिटरिंग करें कि आगामी एक सप्ताह तक न्यास अधिकारी प्रतिदिन इस सेन्टर की प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत करेंगे। उन्होंने कहा कि सेन्टर के बाहर खुले स्थान पर आकर्षक लॉन तैयार करवाया जाये व यहां पेड़-पौधे भी लगाए जायें। प्राचार्य डॉ. बम्ब ने मंत्री को अवगत कराया कि ट्रोमा सेन्टर के लिए विशेषज्ञ चिकित्सक, रैजिडेन्ट डॉक्टर, रेडियोग्राफर, लेब व ओ.टी. टेक्निशियन, कम्प्यूटर ऑपरेटर्स, ऑक्सीजन प्लान्टर, सफाई कर्मी व सुरक्षा प्रहरियों की आवश्यकता रहेगी।
चिकित्सा मंत्री ने कहा कि इस सेन्टर को सुचारू रूप से चलाने के लिए सभी आवश्यक मानव संसाधन उपलब्ध कराये जायेंगे। उन्होंने कहा कि जनसहभागिता योजना के तहत दानदाताओं द्वारा दी गई धन राशि का सदुपयोग हो,इस बात का पूरा ख्याल रखा जाए।
राठौड़ ने कॉलेज प्राचार्य को निर्देश दिए कि यह सुनिश्चित किया जाए कि अस्पताल परिसर में सफाई व्यवस्था दुरूस्त रहे तथा चिकित्सक समय पर अस्पताल में आएं। साथ ही अस्पताल में नि:शुल्क दवाओं का पर्याप्त भण्डारण रहे। उन्होंने बताया कि पीबीएम अस्पताल में आवश्यकतानुसार चिकित्सक एवं पैरामेडिकल स्टाफ नियुक्त किया जा रहा है।
प्रथम चरण में ट्रोमा सेन्टर में उपलब्ध सुविधाएं-प्रथम चरण में इस सेन्टर में ऑर्थोपेडिक्स की ओपीडी, फ्रेक्चर रिडक्शन के लिए प्लास्टर रूम, ड्रेसिंग रूम, डिजिटल एक्स-रे तथा दवा वितरण केन्द्र की सुविधा उपलब्ध कराई जायेगी।
शेष चरणों में न्यूरो सर्जरी विभाग की इस सेन्टर में शिफ्टिंग आईसीयू, कै ज्युल्टी, दो आपातकालीन ऑपरेशन थियेटर, पुरूष व जनाना वार्ड, पोस्ट ऑपरेटिव वार्ड, शोध, प्रशिक्षण व अध्यापन कार्य, सभी विभागों से इस सेन्टर की ऑन लाइन कनेक्टिविटी आदि सुविधाएं उपलब्ध होंगी।
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि पीबीएम अस्पताल में विविध विकास कार्यों के लिए धन की कमी नहीं आने दी जायेगी। उन्होंने ट्रोमा सेन्टर को प्रारंभ करने के लिए आधारभूत सुविधाओं तथा चिकित्सक व पैरामेडिकल स्टाफ की उपलब्धता के बारे में तथ्यात्मक जानकारी ली और कहा कि यहां आवश्यकतानुसार स्टाफ को नियुक्त किया जायेगा।
उन्होंने चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवा के संयुक्त निदेशक को निर्देश दिए कि ट्रोमा सेन्टर के लिए 10 ओटी टेक्निशियन्स की तत्काल नियुक्ति की जाये तथा आवश्यकतानुसार यहां सेवानिवृत्त कार्मिकों को भी लगाया जा सकता है। उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि सेन्टर के लिए फील्ड से अतिरिक्त स्टाफ के रूप में निश्चेतक, शल्य चिकित्सक, नर्स व अन्य तकनीकी स्टाफ को नियुक्त किया जाए।
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री ने ट्रोमा सेन्टर में नगर विकास न्यास द्वारा शेष रहे निर्माण कार्यों को तत्काल पूरा करवाने के निर्देश देते हुए कहा कि सेन्टर में एयर कन्डीशनर लगाने, मॉड्यूलर ऑपरेशन थियेटर में कूलिंग सिस्टम कार्य पूर्ण करवाने, अग्निशमन यंत्र लगवाने, विद्युत संबंधी शेष कार्य पूरे करने तथा पुख्ता पेयजल व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।
उन्होंने जिला कलक्टर पूनम को निर्देश दिए कि वे इस बात की मॉनिटरिंग करें कि आगामी एक सप्ताह तक न्यास अधिकारी प्रतिदिन इस सेन्टर की प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत करेंगे। उन्होंने कहा कि सेन्टर के बाहर खुले स्थान पर आकर्षक लॉन तैयार करवाया जाये व यहां पेड़-पौधे भी लगाए जायें। प्राचार्य डॉ. बम्ब ने मंत्री को अवगत कराया कि ट्रोमा सेन्टर के लिए विशेषज्ञ चिकित्सक, रैजिडेन्ट डॉक्टर, रेडियोग्राफर, लेब व ओ.टी. टेक्निशियन, कम्प्यूटर ऑपरेटर्स, ऑक्सीजन प्लान्टर, सफाई कर्मी व सुरक्षा प्रहरियों की आवश्यकता रहेगी।
चिकित्सा मंत्री ने कहा कि इस सेन्टर को सुचारू रूप से चलाने के लिए सभी आवश्यक मानव संसाधन उपलब्ध कराये जायेंगे। उन्होंने कहा कि जनसहभागिता योजना के तहत दानदाताओं द्वारा दी गई धन राशि का सदुपयोग हो,इस बात का पूरा ख्याल रखा जाए।
राठौड़ ने कॉलेज प्राचार्य को निर्देश दिए कि यह सुनिश्चित किया जाए कि अस्पताल परिसर में सफाई व्यवस्था दुरूस्त रहे तथा चिकित्सक समय पर अस्पताल में आएं। साथ ही अस्पताल में नि:शुल्क दवाओं का पर्याप्त भण्डारण रहे। उन्होंने बताया कि पीबीएम अस्पताल में आवश्यकतानुसार चिकित्सक एवं पैरामेडिकल स्टाफ नियुक्त किया जा रहा है।
प्रथम चरण में ट्रोमा सेन्टर में उपलब्ध सुविधाएं-प्रथम चरण में इस सेन्टर में ऑर्थोपेडिक्स की ओपीडी, फ्रेक्चर रिडक्शन के लिए प्लास्टर रूम, ड्रेसिंग रूम, डिजिटल एक्स-रे तथा दवा वितरण केन्द्र की सुविधा उपलब्ध कराई जायेगी।
शेष चरणों में न्यूरो सर्जरी विभाग की इस सेन्टर में शिफ्टिंग आईसीयू, कै ज्युल्टी, दो आपातकालीन ऑपरेशन थियेटर, पुरूष व जनाना वार्ड, पोस्ट ऑपरेटिव वार्ड, शोध, प्रशिक्षण व अध्यापन कार्य, सभी विभागों से इस सेन्टर की ऑन लाइन कनेक्टिविटी आदि सुविधाएं उपलब्ध होंगी।