"एक मुट्ठी बादाम, वजन एवं शुगर को नियंत्रित करने में मददगार"
https://khabarrn1.blogspot.com/2015/05/almond-can-help-to-manage-weight-and-sugar.html
जयपुर। गर्मियों के इस मौसम में बादाम जहां स्वास्थ्यकर होते हैं, वहीं इसे किसी भी पकवान में बहुमुखी संगठक के रूप में शामिल भी किया जा सकता है। इस हुनर का प्रदर्शन मंगलवार को जयपुर में पत्रकारों से चर्चा के दौरान जानी-मानी पोषाहार विशेषज्ञ रितिका समन्दर और उनके साथ आए सुदर्शन मजूमदार जो कि एल्मण्ड बोर्ड ऑफ केलिफोर्निया के लिए भारत के रीजिनल डाइरेक्टर हैं एवं नामचीन शैफ आलोक ने प्रायोगिक रूप किया, जहां उन्होंने बादाम के बहुद्देशीय स्वास्थ्य गुणों का विवेचन किया और बताया कि यह एक बहुमुखी मेवा है।
इन प्रख्यात आहार विषेशज्ञों ने बादाम के उपयोग के बारे में बनेमिथकों का रहस्योद्घाटन करते हुए कहा कि गर्मियों के महीनों में इनके उपयोग और इनकी एंटी आॅक्सीडेण्ट गुणवत्ता पर प्रकाश डाला, भूख को नियंत्रित करने के लिए इनकी विशेषता बताई और कहा कि वजन नियंत्रण में इनकी महत्वपूर्ण भूमिका होती है। इस बारे में उन्होंने बहुत से शोधों का हवाला भी दिया।
पोषाहर विषेशज्ञ रितिका समन्दर ने कहा कि ‘‘मैं प्रतिदिन बादाम के सेवन के लिए पूरे साल अपने क्लाइन्ट्स को प्रोत्साहित करती हूं। मैं उन्हें बताती हूं कि जब उन्हें भूख लगे वे इसे खाने से पहले नाश्ते के रूप में प्रयोग कर सकते है या फिर अपनी सुबह की शुरूआत बादाम के साथ कर सकते हैं। बादाम का एक तृप्ती मूल्य है, उन्हें जब भी भूख का अहसास हो वे एक मुट्ठीभर बादाम का प्रयोग कर तृप्ति का अहसास तो कर ही सकते हैं, साथ ही ये आपको अस्वास्थ्यकर भोजन से परहेज कराने मेें भी सहायक होता है।"
उन्होंने कहा कि "यूरोपीय जनरल में प्रकाशित एक अध्ययन के मुताबिक 43 ग्राम भुने हुए और हल्का सा नमकीन बादाम का प्रतिदिन सेवन भूख को कम करता है, साथ ही विटामिन ई और अच्छी वसा को शरीर तक पहुंचाता है। वह भी शरीर का वजन बढ़ाए बगैर। एंटी आॅक्सीडेंट विटामिन ई की प्रचुरता, रेशे,मैग्नेशियम तथ अन्य महत्वपूर्ण पोषकों के कारण बादाम को स्वास्थ्य का भंडार कहा जा सकता है।
उन्होंने कहा कि, "हमारे देश में यूं तो बादाम को पारम्परिक रूप से हमेशा ही दिमाग और शरीर कर लिए फायदेमंद माना जाता है, लेकिन एक शोध के अनुसार अगर हम अपनी खुराक में बादाम को नियमित एवं संतुलित तरीके से खाना शामिल करें तो यह हमें अपने वजन को नियंत्रित कर पाने में मददगार साबित होता है। इसके आलावा बादाम के सेवन से हमें शुगर को भी नियंत्रित करने मदद मिलती है।"
इन प्रख्यात आहार विषेशज्ञों ने बादाम के उपयोग के बारे में बनेमिथकों का रहस्योद्घाटन करते हुए कहा कि गर्मियों के महीनों में इनके उपयोग और इनकी एंटी आॅक्सीडेण्ट गुणवत्ता पर प्रकाश डाला, भूख को नियंत्रित करने के लिए इनकी विशेषता बताई और कहा कि वजन नियंत्रण में इनकी महत्वपूर्ण भूमिका होती है। इस बारे में उन्होंने बहुत से शोधों का हवाला भी दिया।
पोषाहर विषेशज्ञ रितिका समन्दर ने कहा कि ‘‘मैं प्रतिदिन बादाम के सेवन के लिए पूरे साल अपने क्लाइन्ट्स को प्रोत्साहित करती हूं। मैं उन्हें बताती हूं कि जब उन्हें भूख लगे वे इसे खाने से पहले नाश्ते के रूप में प्रयोग कर सकते है या फिर अपनी सुबह की शुरूआत बादाम के साथ कर सकते हैं। बादाम का एक तृप्ती मूल्य है, उन्हें जब भी भूख का अहसास हो वे एक मुट्ठीभर बादाम का प्रयोग कर तृप्ति का अहसास तो कर ही सकते हैं, साथ ही ये आपको अस्वास्थ्यकर भोजन से परहेज कराने मेें भी सहायक होता है।"
उन्होंने कहा कि "यूरोपीय जनरल में प्रकाशित एक अध्ययन के मुताबिक 43 ग्राम भुने हुए और हल्का सा नमकीन बादाम का प्रतिदिन सेवन भूख को कम करता है, साथ ही विटामिन ई और अच्छी वसा को शरीर तक पहुंचाता है। वह भी शरीर का वजन बढ़ाए बगैर। एंटी आॅक्सीडेंट विटामिन ई की प्रचुरता, रेशे,मैग्नेशियम तथ अन्य महत्वपूर्ण पोषकों के कारण बादाम को स्वास्थ्य का भंडार कहा जा सकता है।
उन्होंने कहा कि, "हमारे देश में यूं तो बादाम को पारम्परिक रूप से हमेशा ही दिमाग और शरीर कर लिए फायदेमंद माना जाता है, लेकिन एक शोध के अनुसार अगर हम अपनी खुराक में बादाम को नियमित एवं संतुलित तरीके से खाना शामिल करें तो यह हमें अपने वजन को नियंत्रित कर पाने में मददगार साबित होता है। इसके आलावा बादाम के सेवन से हमें शुगर को भी नियंत्रित करने मदद मिलती है।"