'रुद्राक्ष अपहरण-हत्याकांड की सुलझी गुत्थी'
कोटा । कोटा के तलवंडी इलाके में रहने वाले बैंक मैनेजर पुनीत हांडा के मासूम बेटे रूद्राक्ष के अपहरण और उसके बाद हत्या की गुत्थी को पुलिस न...
पुलिस के अनुसार वारदात का मुख्य आरोपी शहर के ही झालावाड़ रोड स्थित ओम एनक्लेव में रहने वाला अंकुर पाडिया है, जो शहर के एक कोचिंग संस्थान परिसर में स्टेशनरी की दुकान लगाता है और उसका परिवार व्यावसायिक पृष्ठभूमि से है। नामजद करने के साथ ही पुलिस के द्वारा कोटा सहित अन्य संभावित शहरों में दबिश दी जा रही है।
शहर पुलिस अधीक्षक कार्यालय में एडीजी (क्राइम) अजीत सिंह ने पत्रकारों को बताया कि, 'जांच के आधार पर हमने यह स्पष्ट कर लिया है कि इस वारदात का मुख्य आरोपी और घटना का सूत्रधार अंकुर पाडिया है। उसके द्वारा किए गए कुछ ई-मेल्स, घर की तलाशी में मिली सामग्री, वारदात में प्रयुक्त कार, फोन कॉल्स डिटेल्स आदि से यह बात पुख्ता हो चुकी है। फिलहाल गिरफ्तारी के डर से वह भूमिगत हो गया है, उसकी तलाश में पर्याप्त पुलिस दल लगे हुए हैं। पाडिया के परिजनों से भी पुलिस ने पूछताछ की और घर पर मिली जरूरी सामग्री को साथ ले आई।
एडीजी सिंह ने बताया कि अंकुर के साथ कुछ स्थानीय लोग और हो सकते हैं, लेकिन यह फिलहाल स्पष्ट नहीं हो पाया है, जिसको लेकर जांच की जा रही है। जांच में सामने आया कि, रूद्राक्ष के अपहरण के लिए अंकुर पाड़िया की ही निसान माइक्रा कार का इस्तेमाल किया गया था, जिसे बाद में पहचान छिपाने के इरादे से अंकुर के द्वारा उसके शीशों पर चढ़ी काली फिल्म को हटा दिया गया था।
सूत्रों के मुताबिक जाँच में सामने आया कि, फिरौती की रकम मांगने के लिए इस्तेमाल किए गए मोबाइल की सिम अंकुर ने दिल्ली के चोर बाजार से खरीदी थी और अपहरण के वक्त रुद्राक्ष को बेहोश करने के लिए गुजरात की एक फर्म को मेल भेजकर क्लोरोफॉम मंगवाई गई थी।
वारदात के बाद अंकुर कोटा में ही था, लेकिन वारदात में उसके शामिल होने की जानकारी लगने के बाद वह भूमिगत हो गया। पुलिस ने फिलहाल उसका घर सील कर दिया गया है और परिजनों से पूछताछ की जा रही है। वारदात में अंकुर के घरवालों में से किसी की संलिप्तता को लेकर भी जांच की जा रही है।