भाजपा को हरियाणा में बहुमत, महाराष्ट्र में साथी की दरकार
नई दिल्ली। महाराष्ट्र और हरियाणा में वोटों की गिनती के नतीजों को देखते हुए हरियाणा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा के सिपहसालार ब...
नतीजों के अनुसार हरियाणा में बीजेपी ने बहुमत हासिल कर लिया है, जबकि महाराष्ट्र में शिवसेना या एनसीपी के समर्थन के बिना बीजेपी की सरकार नहीं बन सकती। गौरतलब है कि चुनाव से ऐन पहले शिवसेना और बीजेपी के बीच 25 साल पुरानी शादी टूट गई थी।
नतीजों से जैसे ही ये आसार मिले कि बीजेपी अकेले दम पर सरकार नहीं बना सकती, शिवसेना अपनी शर्तों पर समर्थन के लिए आगे आई। शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा कि ये जरूरी नहीं कि सबसे बड़ी पार्टी का नेता सीएम बने। लेकिन संजय राउत ने कम से कम अपनी बात से ये संकेत दे दिया कि वो बीजेपी से गठबंधन के लिए तैयार है।
शिवसेना के एक दूसरे नेता अनिल देसाई ने कहा कि अब बीजेपी से उनकी कटूता नहीं रही है और समर्थन देने पर बात हो सकती है।
जानकारों के मुताबिक महाराष्ट्र में बीजेपी बहुमत से दूर रह गई है और पिछले विधानसभा चुनाव के मुकाबले मोदी बीजेपी को कोई बड़ी जीत नहीं दिला पा रहे हैं। साल 2009 में बीजेपी को 46 सीटें मिली थीं, इस बार बीजेपी को 123 सीटें मिल पाई है, जबकि शिवसेना को 63, कॉंग्रेस को 42, एनसीपी को 41 एवं अन्य को 19 सीटें हासिल हुई है।
हरियाणा के नतीजों से साफ है कि बीजेपी अपने दम पर सरकार बना लेगी, लेकिन इसके साथ ही ये बहस तेज़ हो गई है कि राज्य का अगला सीएम कौन होगा। अब तक की अटकलों के मुताबिक कई नाम सीएम पद की दौड़ में हैं। बीजेपी नेता कैप्टन अभिमन्यू सिंह और विदेश मंत्री सुषमा स्वराज भी सीएम पद की दौड़ में है। यहां भाजपा ने 47, इनोलो को 19, कांग्रेस को 15, एचजेसीबीएल को 2 एवं अन्य को 7 सीटें मिल पाई है।