देशहित से जुडी एक महा-अपील देशवासियों के नाम
हाल ही में दूरसंचार सेवा प्रदाता कम्पनियों के द्वारा मोबाइल डाटा के दाम में 100 फीसदी की बढ़ोतरी की गई है। इस बढ़ोतरी से पहले जो इन्टरनेट प...
वहीँ एक अन्य सेवा प्रदाता कंपनी के इंटरनेट पैक में 158 रुपये में जहां 2GB मिलता था, वही अब 155 में 1GB रह गया और पिछले कुछ समय पूर्व कम्पनी ने फिर से इंटरनेट के दाम बढ़ा दिये हैं, जिससे वह इंटरनेट पैक अब 155 रुपये में 500MB ही रह गया है। इसके अलावा वेलिडिटी भी 28 दिन यानि 4 हफ्ते, 14 दिन यानि 2हफ्ते और 7 दिन यानि 1 हफ्ता कर दी इन्होनें।
इस तरह से दूरसंचार सेवा प्रदाता कम्पनियों के द्वारा मोबाइल डाटा के दाम में बेतहाशा बढ़ोतरी किए जाने के
पीछे एक बेहद ही गंभीर, सोचनीय बात है और सबसे बड़ी वजह है आखिर क्या है? वजह है हम खुद। जी हाँ, ऐसा इसलिए क्योंकि हम आँखें बन्द करके इन्टरनेट का इस्तेमाल कर रहे हैं और ये कंपनियां इसी बात का फायदा उठा रही है कि भारत के लोग सोये हुए हैं और ये कभी आवाज नहीं उठायेंगे। इंग्लैण्ड में एक बार ब्रैड कम्पनी ने ब्रैड के दाम बढाये तो पूरे इंग्लैण्ड ने कुछ दिन ब्रैड ही नहीं ली, जिसके चलते मजबूरन कम्पनी को दाम वापिस वो ही करने पङे।
क्यों ना हम भी इस तरह से बेतहाशा बढ़ोतरी के खिलाफ आवाज उठायें और कम से कम एक दिन यानि 31 अक्टूबर के दिन इन्टरनेट का इस्तेमाल ना करें। आप सोच रहे होंगे कि, आखिर इससे होगा क्या और क्या फर्क पड़ जाएगा। दरअसल, ऐसा करने से इन कम्पनियों को उपभोक्ताओं (ग्राहकों) की शक्ति का पता चलेगा।
जरा सोचिए, एक व्यक्ति प्रतिदिन न्यूनतम 10 रुपए का इन्टरनेट डाटा इस्तेमाल करता है और यदि किसी कम्पनी के 20 करोड़ उपभोक्ता है तो कम्पनियों को प्रतिदिन 10×20 करोङ यानि 2अरब रुपए प्रति दिन की आमदनी होती है। इस प्रकार से यदि हम एक दिन भी इन्टरनेट का इस्तेमाल नहीं करते हैं तो कम्पनियों को जो घाटा होगा, वो उनके लिये बङा महंगा होगा और हमारे लिये 10 रुपये की बचत + समय की बचत + एक दिन परिवार के नाम + इन कम्पनियों को यूनिटी का एहसास दिलाना।
तो बस सोच लीजिए कि, "बस अब बहुत हो गया। बस एक दिन 31 अक्टूबर को इन्टरनेट का बाहिस्कार करें। भले ही आप अपने ऑफिस में इंटरनेट के इस्तेमाल को नहीं रोक सकें, लेकिन कम से कम अपने मोबाइल का डाटा कनेक्शन ऑफ़ रखें। जरा सोचिए देशभर के करोड़ों मोबाइल उपभोक्ता भी अगर इस दिन अपने मोबाइल का डाटा कनेक्शन ऑफ़ रखकर इंटरनेट का बहिष्कार करेंगे तो इन कम्पनियों को सिर्फ एक दिन में ही कितना नुक्सान होगा, जिसके बाद इन्हे उपभोक्ताओं की ताकत का भी अहसास होगा और इस उपभोक्ताओं की इस अनुकूल पहल का असर भी होगा।
आपसे अपील है कि इस सन्देश को अपने सभी मित्रों के साथ फेसबुक, ट्विटर, व्हाट्स-एप समेत तमाम सोशल नेट्वर्किंग साइट्स पर शेयर करके 31 अक्टूबर से पहले इतना फैला दीजिए कि 31 अक्टूबर के दिन पूरा भारत इंटरनेट बहिष्कार कर इन कम्पनियों को संगठन की शक्ति का अहसास करा दें।