3500 अस्थाई डॉक्टरों की भर्ती मंगलवार से
जयपुर। डॉक्टरों की कमी से जूझ रहे चिकित्सा विभाग ने अस्थाई रूप से 3500 डॉक्टरों की भर्ती करने का निर्णय लिया है। वित्त विभाग की स्वीकृति ...
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जयपुर। डॉक्टरों की कमी से जूझ रहे चिकित्सा विभाग ने अस्थाई रूप से 3500 डॉक्टरों की भर्ती करने का निर्णय लिया है। वित्त विभाग की स्वीकृति के बाद सभी जिलों में मंगलवार से जिला कलक्टर की अध्यक्षता में कमेटी का गठन कर वॉक इन इंटरव्यू के जरिए चिकित्सकों की नियुक्ति की जाएगी। वॉक इन इंटरव्यू प्रत्येक सोमवार को आयोजित किए जाएंगे।
चिकित्सा मंत्री राजेन्द्र राठौड़ ने विधानसभा में चिकित्सा विभाग की अनुदान मांगों पर जबाव देते हुए चिकित्सकों के रिक्त पदों को वॉक इन इंटरव्यू के जरिए भरने की घोषणा की थी। लेकिन घोषणा के बाद यह मामला वित्त विभाग की स्वीकृति में अटक गया।
आखिर दो महीने बाद वित्त विभाग ने वॉक इन इंटरव्यू की स्वीकृति जारी कर दी। वॉक इन इंटरव्यू के जरिए प्रदेश के सरकारी चिकित्सा संस्थानों में रिक्त चल रहे चिकित्सकों के 3500 पदों को भरने की कवायद की जाएगी। वित्त विभाग ने इस भर्ती के लिए नियम कायदे बना दिए हैं।
हर सोमवार को होने वाली भर्ती के लिए पांच सदस्यों की एक कमेटी गठित की गई है। यदि किसी कारण से सोमवार को अवकाश रहता है तो इसके अगले दिन यह बैठक होगी। इसकी अध्यक्षता जिला कलेक्टर करेंगे। सदस्य के रूप में सीओ जिला परिषद, पीएमओ, कोषाधिकारी के साथ ही कमेटी का सचिव सीएमएचओ को बनाया गया है।
कम से कम एमबीबीएस योग्यताधारी डॉक्टर के लिए उम्र की सीमा 22 वर्ष से 47 वर्ष रखी गई है। साथ ही इनका वेतनमान 60 हजार रुपए से 80 हजार रुपए के बीच होगा। सभी डॉक्टरों की भर्ती वॉक इन इंटरव्यू के आधार पर ही अस्थाई रूप से दी जाएगी। इसके लिए नियम आदि भी विभाग की ओर से पूर्व में जारी किए जा चुके हैं।
शपथ पत्र के बाद ही नियुक्ति : चिकित्सा विभाग से मिली जानकारी के अनुसार प्रत्येक सोमवार को कलक्टर की अध्यक्षता में बनी कमेटी चिकित्सकों के साक्षात्कार लेगी और हाथों हाथ नियुक्ति पत्र जारी करेगी। नियुक्ति पत्र मिलने के बाद प्रत्येक चिकित्सक को दहेज न लेने व गुटखा नहीं खाने का शपथ पत्र देना होगा। विभाग के नियमों के अनुसार शपथ पत्र नहीं देने पर नियुक्ति को निरस्त कर दिया जाएगा।
चिकित्सा मंत्री राजेन्द्र राठौड़ ने विधानसभा में चिकित्सा विभाग की अनुदान मांगों पर जबाव देते हुए चिकित्सकों के रिक्त पदों को वॉक इन इंटरव्यू के जरिए भरने की घोषणा की थी। लेकिन घोषणा के बाद यह मामला वित्त विभाग की स्वीकृति में अटक गया।
आखिर दो महीने बाद वित्त विभाग ने वॉक इन इंटरव्यू की स्वीकृति जारी कर दी। वॉक इन इंटरव्यू के जरिए प्रदेश के सरकारी चिकित्सा संस्थानों में रिक्त चल रहे चिकित्सकों के 3500 पदों को भरने की कवायद की जाएगी। वित्त विभाग ने इस भर्ती के लिए नियम कायदे बना दिए हैं।
हर सोमवार को होने वाली भर्ती के लिए पांच सदस्यों की एक कमेटी गठित की गई है। यदि किसी कारण से सोमवार को अवकाश रहता है तो इसके अगले दिन यह बैठक होगी। इसकी अध्यक्षता जिला कलेक्टर करेंगे। सदस्य के रूप में सीओ जिला परिषद, पीएमओ, कोषाधिकारी के साथ ही कमेटी का सचिव सीएमएचओ को बनाया गया है।
कम से कम एमबीबीएस योग्यताधारी डॉक्टर के लिए उम्र की सीमा 22 वर्ष से 47 वर्ष रखी गई है। साथ ही इनका वेतनमान 60 हजार रुपए से 80 हजार रुपए के बीच होगा। सभी डॉक्टरों की भर्ती वॉक इन इंटरव्यू के आधार पर ही अस्थाई रूप से दी जाएगी। इसके लिए नियम आदि भी विभाग की ओर से पूर्व में जारी किए जा चुके हैं।
शपथ पत्र के बाद ही नियुक्ति : चिकित्सा विभाग से मिली जानकारी के अनुसार प्रत्येक सोमवार को कलक्टर की अध्यक्षता में बनी कमेटी चिकित्सकों के साक्षात्कार लेगी और हाथों हाथ नियुक्ति पत्र जारी करेगी। नियुक्ति पत्र मिलने के बाद प्रत्येक चिकित्सक को दहेज न लेने व गुटखा नहीं खाने का शपथ पत्र देना होगा। विभाग के नियमों के अनुसार शपथ पत्र नहीं देने पर नियुक्ति को निरस्त कर दिया जाएगा।