सर्पदंश से किशोरी की मौत,महिला चिकित्सक के अभाव मे लाश लेकर फिरते रहे परिजन
बून्दी । देई थाना क्षेत्र के जगमुंदा गांव मे गुरूवार सुबह खेत मे चारा काटते समय सर्प के काटने से एक बालिका की मौत हो गई। जानकारी के अनु...
रक्षाबंधन पर वह घर आई थी। सुबह छह बजे ही वह पशुओ के लिए चारा काटने चली गई थी। लेकीन सर्प के काटने से कविता की मौत हो गई। कविता की मौत पर परिजनो का रो रोकर बुरा हाल था। लोगो के संभाले भी परिजन को संभालना मुश्किल हो रहा था। नैनवां उपखण्ड मुख्यालय की लचर चिकित्सा व्यवस्था की बानगी गुरूवार को उस समय देखने को मिली। जब कविता की मौत के बाद परिजनो को पोस्टमार्टम करवाना पडा।सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र देई मे महिला चिकित्सक नही होने ओर नैनवां चिकित्सालय की महिला चिकित्सक के अवकाश होने पर कविता का पोस्टमार्टम पूरे नैनवां उपखण्ड मे नही हो पाया ।
इस पर चिकित्सको ने पोस्टमार्टम के लिए किशोरी की लाश को बून्दी भेजना पडा।परिजन लाश को लेकर देई से बून्दी गए वहां पोस्टमार्टम करवाकर वापस बून्दी से देई ओर देई से जगमुंदा गए। इस दोरान परिजन ने लाश के साथ 52 किलोमीटर की दूरी तय करनी पडी। गांव मे किशोरी की मां गोरा बाई भाई सीताराम बहिने नरेशी व माना बाई का हाल बुरा हो गया था।
यही नही पिछले मंगलवार को दुष्कर्म पीडिता का मेडिकल करवाने के लिए भी बून्दी भेजना पडा था। पिछले लम्बे समय से देई चिकित्सालय मे चिकित्सको के पद रिक्त पडे । महिला चिकित्सक की नियुक्ति हुए डेढ वर्ष से अधिक समय हो गया है। गुरूवार को परिजनो ने चिकित्सालय मे महिला चिकित्सक को लेकर रोष प्रकट किया।