पटना में फिर एक जिंदा बम मिलने से सनसनी
नई दिल्ली। बिहार की राजधानी पटना में मोदी की 'हुंकार रैली' के दिन हुए सीरियल बम ब्लास्ट के बाद भी प्लांट किये गये बमों का मिल...
पटना में हुंकार रैली के दौरान हुए धमाकों के तीन दिन बाद आज एक बार फिर से एक जिन्दा बम मिला है, जिससे सनसनी फ़ैल गई। पटना के गांधी मैदान में श्री कृष्ण मेमोरियल हॉल के सामने जिंदा बम मिलने कि खबर है।
वहीँ धमाके के मास्टरमाइंड तहसीन अख्तर उर्फ मोनू के सम्बन्ध जेडीयू से होने कि बात भी कही जा रही है। बिहार बीजेपी के सचिव रामेश्वर चौरसिया ने आरोप लगते हुए कहा कि आरोपी तहसीन अख्तर उर्फ मोनू के चाचा तकी अख्तर जेडीयू के नेता हैं और वो समस्तीपुर के जेडीयू जिला महासचिव हैं।
बीजेपी का कहना है कि जेडीयू नेता तकी अख्तर का भतीजा है पटना धमाकों का मास्टरमाइंड तहसीन अख्तर, लेकिन जेडीयू ने कहा है तकी अख्तर किसी पद पर नहीं है। एक अंग्रेजी अखबार के मुताबिक पटना पुलिस ने इम्तियाज के कबूलनामे के आधार पर एफआईआर में लिखा है आतंकियों का मकसद था आतंक फैले और भगदड़ में काफी तादाद में महिलाएं और बच्चे मरें। इम्तियाज को इसके लिए मास्टरमाइंड तहसीन अख्तर ने उकसाया था।
पटना में हुए धमाकों का आरोपी तहसीन अख्तर पहले दिल्ली में हुए धमाकों का भी आरोपी है। करीब महीने भर पहले NIA की टीम बिहार के समस्तीपुर में उसके घर पर पूछताछ के लिए भी गई थी। कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने टिवटर पर बीजेपी नेता अरुण जेटली पर निशाना साधा है। दिग्विजय ने पूछा है कि जेटली को कैसे पता चला कि बिहार में खतरे के बारे में आईबी ने अलर्ट जारी किया था, क्या आईबी ने उन्हें बताया?
बीजेपी नेता पहले ही कह चुके हैं कि आतंकियों ने रैली में भगदड़ मचाकर मोदी की हत्या करने की साजिश रची थी। गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे ने कहा है कि गृह मंत्रालय ने बिहार सरकार को अलर्ट दिया गया था। नीतीश और उनकी पुलिस लगातार कहती रही है कि कोई अलर्ट नहीं था।