तेरे नाम पे सबकों नाज है उसका नाम गरीब नवाज है . . .
बालोतरा। मोमडन युवा ग्र्रुप व मुस्लिम समाज के तत्वाधान में शहर के रेल्वे स्टेशन के समीप स्थित हजरत भोले शाह पीर की दरगार पर सोमव ार को बा...

दरगाह खादिम युसफशाह को ग्रुप की और से साफा बंधवाकर ईस्तकबाल किया गया। इस दौरान बड़े मेले में हिन्दू-मुस्लिम एकता का प्रतिक भोलेशाह पीरकी दरगाह पर रात 9 बजे तिलावते कुराने पाक व नाते रसूल पाक से महफिल-ऐ-कव्वाली का आगाज हुआ। इसकी शुरूआत पगड़ीबंध कव्वाल ईरफान तूफेल ने हम्मदों सना से किया।
कार्यक्रम में मेरठ से आए कव्वाल आमिल आरिफ शाबरी ने तेरे नाम पे सबको नाज है तेरा नाम गरीब नवाज है व मेरी झोली भर दे सहित कई दिन को छूने वाले कलाम पेश किए। कव्वाल ईरफान तूफेल ने भोलेशाह वली की शान में रंग पढ़ा तो जायरिन झूम उठे। खचाखच भरें महफिल खाना में बैठे जायरिनों ने सुफियानें कलाम का लुत्फ देर रात तक उठाया। इससे पूर्व दरगाह को रंग बिरंगी रोशनी से सजाया गया था।
इस अवसर पर मुस्लिम समाज के अध्यक्ष हाजी फियाज शाह,उपाध्यक्ष सफी मोयल,सचिव मेहबूब सिंधी,हाजी फकीर मोहम्मद,सिकंदर सिलावट,कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राधेश्याम माली,मनोज शर्मा,भीमसिंह,लक्ष्मणसिंह गोदारा,सुभाष जोशी,हिरालाल प्रजापत,नरसिंग प्रजापत,जीतमल सुथार,रामसिंगह दाखां,भंवरलाल,पारस तीरगर,सुनील मेवाड़ा,राहुल जैन,कोषाध्यक्ष रफीक चडवा,मेला संयोजक सलीम खिलेरी,उर्स प्रभारी नसरूद्दीन सुमरों,अब्दुल रजाक मोयला,मोहसीन टांक,असलम कुरैशी सहित सैकडो मोमडन भाई उपस्थित थे। मंच का संचालन गुलाम रसूल टांक ने किया।