शिल्पी ने स्वीकारा दुष्कर्म के लिए ही बुलाया था छात्रा को
पीडिता को आसाराम के पास भेजने को मजबूर करने के लिए ही भूत-प्रेत का साया तथा बीमार होने की कहानी गढ़ी गई थी। ताकि इलाज के लिए परिजन छात्रा को लेकर आसाराम तक पहुंचे और वह अपने कुकृत्य में सफल हो सके। इसी साजिश के तहत उसने मोबाइल पर प्रकाश के जरिए आसाराम से लगातार बातचीत की थी।
पुलिस सूत्रों के अनुसार शिल्पी ने प्रकरण से जुड़े लगभग सभी बिन्दुओं की स्वीकारोक्ति की है। शिल्पी की चार दिन की रिमाण्ड अवधि समाप्त होने पर सोमवार को उसे कोर्ट में पेश किया जाएगा। शिल्पी से जांच में यह सामने आया था कि यूपी के मेरठ में आसाराम की शिकार एक और पीडिता है।
आसाराम के खिलाफ और साक्ष्य जुटाने तथा जांच को मजबूत करने के लिए पुलिस टीम वहां गई, लेकिन सफलता नहीं मिल सकी। शिल्पी ने पुलिस को बताया कि उसने गत जून में हरिद्वार में इसी छात्रा को आसाराम से मिलवाया था। उस दौरान भी आसाराम ने कथित तौर पर छेड़छाड़ का प्रयास किया।
आसाराम के देशभर में कई जगह गुरूकुल हैं, लेकिन बालिका छात्रावास सिर्फ छिंदवाड़ा के खजूरी में ही है। यहां वर्तमान में 190 छात्राएं हैं। पुलिस को आशंका है कि आसाराम के दुराचार की शिकार और भी छात्राएं हो सकती हैं। हालांकि, इस संबंध में अभी कोई शिकायत नहीं मिली है।