सोने के सिक्के पाने के लिए जानकीपुरा में फिर से उमड़ रहे लोग, एक-दूसरे की जान के बने दुश्मन
https://khabarrn1.blogspot.com/2016/12/people-arrives-in-jankipura-again-in-search-of-gold-coins.html
मालपुरा। एक ओर जहां देशभर में कई जगह पर लोग कैश की कवायद में बैंकों और एटीएम के बाहर लाइनों में खड़े नजर आ रहे हैं, वहीं दूसरी ओर राजस्थान में इन दिनों एक जगह ऐसी भी है, जहां आसपास के लोग अपना काम-धंधा छोड़कर यहां खजाने की खोज मेें जुटे हुए हैं। जी हां, यकीनन सुनने में आपको यह बात कुछ अजीब जरूर लग रही होगी, लेकिन बात सौ फीसदी सच है। क्योंकि लोग यहां सोने की खोज में न सिर्फ अपना काम-धंधा छोड़कर आ रहे हैं, बल्कि सोना हासिल करने के खातिर आपस में लड़ते-भिड़ते भी नजर आ रहे हैं।
भले ही सरकार ने हाल ही में सोना रखने की एक सीमा तय कर दी हो, लेकिन यहां लोग सोने की आस में अपना काम-धंधा छोड़कर आ रहे हैं और गहरे पानी में उतरकर सोना खोज रहे हैं। सिक्कों के रूप में मौजूद इस सोने के खजाने को तलाशने की कवायद टोंक जिले में मालपुरा उपखंड से करीब 15 किलोमीटर दूरी पर स्थित एक गांव जानकीपुरा में की जा रही है।
दरअसल, कुछ महीने पहले इस गांव के नजदीक ही बहने वाली दबेड़िया नाडी के पास बने तालाब में सोने के सिक्के मिलने की अफवाह ने जोर पकड़ा था, जिसके बाद यहां सोने के सिक्कों की तलाश में गांव के लोगों ने जमीन की खुदाई शुरू की थी। इस खुदाई के बाद सिक्के मिलने की अफवाह ने और भी अधिक जोर पकड़ लिया और आसपास के गांवों के लोग भी सिक्के हासिल करने के लिए यहां आने लगे। लोगों की भीड़ अधिक बढ़ जाने पर प्रशासन ने यहां पुलिस तैनात कर भीड़ को खदेड़ने का काम सौंपा।
काफी दिनों तक पुलिस की तैनातगी की वजह से सिक्के मिलने की चर्चाएं शांत होने लगी और लोगों की भीड़ कम हो गई। लेकिन कुछ समय पूर्व यहां से पुलिस बल हटा लिए जाने के बाद एक बार फिर से सोने के सिक्के मिलने की अफवाह ने जोर पकड़ा और लोग फिर से यहां सोने के सिक्के तलाशने के लिए आने लगे हैं। आजम ये है कि यहां प्रतिदिन करीब 5-6 हजार लोग सोने के सिक्कों की तलाश में आने लगे हैं।
इलाके के लोगों को कहना है कि यहां आने वाले लोगों में से किसी खुशकिस्मत को कम से कम एक सिक्का तो जरूर मिलता है। हालांकि इस बात में कितनी सच्चाई है और कितनी बनावट, इस बारे में कुछ भी कह पाना सम्भव नहीं हैं, लेकिन सिक्कों की आस में यहां आने वाले लोग कई बार आपस में लड़-भिड़ भी लेते हैं। यहां आने वाले लोगों की भीड़ काफी अधिक होने पर पुलिस को आकर हालात पर काबू पाना पड़ता है।
नाडी में मिल रहे हैं सिक्के :
लोगों का कहना है कि नाडी में कोई पुराना खजाना है, जिसमें से किसी किस्मत वाले को ही सिक्के मिल रहे हैं। ऐसे में लोग अपनी किस्मत को आजमाने और सोने के सिक्के हासिल करने की उम्मीद में यहां आते हैं और नाडी के गहरे पानी में उतरकर सिक्के पाने की उम्मीद में खुदाई करते हैं।
सिक्कों की आस और जोखिम में जान, कल भी हुई लाठी-भाटा जंग :
सोने के सिक्के हासिल करने के लिए यहां आने वाले लोगों के बीच आलम यह है कि लोग अब गहरे पानी में उतर कर खुदाई कर रहे हैं, जबकि कल खजाने की तलाश कर रहे हजारों लोगों में से दो पक्षों के बीच कहासुनी हो गई, जो बाद मे बढ़कर लाठी-भाटा जंग मे तब्दील हो गई। बहरहाल ऐसे में सोने की आस में तालाब के पास खुदाई कर रहे लोग खुदाई पर हक जमाने के लिये एक-दूसरे की जान के दुश्मन भी बन रहे हैं।
भले ही सरकार ने हाल ही में सोना रखने की एक सीमा तय कर दी हो, लेकिन यहां लोग सोने की आस में अपना काम-धंधा छोड़कर आ रहे हैं और गहरे पानी में उतरकर सोना खोज रहे हैं। सिक्कों के रूप में मौजूद इस सोने के खजाने को तलाशने की कवायद टोंक जिले में मालपुरा उपखंड से करीब 15 किलोमीटर दूरी पर स्थित एक गांव जानकीपुरा में की जा रही है।
दरअसल, कुछ महीने पहले इस गांव के नजदीक ही बहने वाली दबेड़िया नाडी के पास बने तालाब में सोने के सिक्के मिलने की अफवाह ने जोर पकड़ा था, जिसके बाद यहां सोने के सिक्कों की तलाश में गांव के लोगों ने जमीन की खुदाई शुरू की थी। इस खुदाई के बाद सिक्के मिलने की अफवाह ने और भी अधिक जोर पकड़ लिया और आसपास के गांवों के लोग भी सिक्के हासिल करने के लिए यहां आने लगे। लोगों की भीड़ अधिक बढ़ जाने पर प्रशासन ने यहां पुलिस तैनात कर भीड़ को खदेड़ने का काम सौंपा।
काफी दिनों तक पुलिस की तैनातगी की वजह से सिक्के मिलने की चर्चाएं शांत होने लगी और लोगों की भीड़ कम हो गई। लेकिन कुछ समय पूर्व यहां से पुलिस बल हटा लिए जाने के बाद एक बार फिर से सोने के सिक्के मिलने की अफवाह ने जोर पकड़ा और लोग फिर से यहां सोने के सिक्के तलाशने के लिए आने लगे हैं। आजम ये है कि यहां प्रतिदिन करीब 5-6 हजार लोग सोने के सिक्कों की तलाश में आने लगे हैं।
इलाके के लोगों को कहना है कि यहां आने वाले लोगों में से किसी खुशकिस्मत को कम से कम एक सिक्का तो जरूर मिलता है। हालांकि इस बात में कितनी सच्चाई है और कितनी बनावट, इस बारे में कुछ भी कह पाना सम्भव नहीं हैं, लेकिन सिक्कों की आस में यहां आने वाले लोग कई बार आपस में लड़-भिड़ भी लेते हैं। यहां आने वाले लोगों की भीड़ काफी अधिक होने पर पुलिस को आकर हालात पर काबू पाना पड़ता है।
नाडी में मिल रहे हैं सिक्के :
लोगों का कहना है कि नाडी में कोई पुराना खजाना है, जिसमें से किसी किस्मत वाले को ही सिक्के मिल रहे हैं। ऐसे में लोग अपनी किस्मत को आजमाने और सोने के सिक्के हासिल करने की उम्मीद में यहां आते हैं और नाडी के गहरे पानी में उतरकर सिक्के पाने की उम्मीद में खुदाई करते हैं।
सिक्कों की आस और जोखिम में जान, कल भी हुई लाठी-भाटा जंग :
सोने के सिक्के हासिल करने के लिए यहां आने वाले लोगों के बीच आलम यह है कि लोग अब गहरे पानी में उतर कर खुदाई कर रहे हैं, जबकि कल खजाने की तलाश कर रहे हजारों लोगों में से दो पक्षों के बीच कहासुनी हो गई, जो बाद मे बढ़कर लाठी-भाटा जंग मे तब्दील हो गई। बहरहाल ऐसे में सोने की आस में तालाब के पास खुदाई कर रहे लोग खुदाई पर हक जमाने के लिये एक-दूसरे की जान के दुश्मन भी बन रहे हैं।