जल स्वावलंबन के द्वितीय चरण का आगाज, जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों ने किया श्रमदान
अजमेर । जिले को जल के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने के लिए मुख्यमंत्राी जल स्वावलंबन अभियान के दूसरे चरणों के कार्यों का आज पूरे जिले में ...
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अजमेर । जिले को जल के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने के लिए मुख्यमंत्राी जल स्वावलंबन अभियान के दूसरे चरणों के कार्यों का आज पूरे जिले में शानदार आगाज हुआ। संतों का आशीर्वाद लेकर जनप्रतिनिधियों ने जिले के विभिन्न स्थानों पर जल स्वावलंबन के लिए चयनित स्थानों पर श्रमदान किया। विधिवत पूजा अर्चना के साथ शुरू किए गए इन कार्यों में आमजन ने भी पूरा सहयोग किया। उन्होंने श्रम, समय, धन और साधनों से सहयोग का संकल्प भी लिया।
अजमेर जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में मुख्यमंत्राी जल स्वावलंबन अभियान के दूसरे चरण का जिला स्तरीय समारोह किशनगढ़ विधानसभा क्षेत्रा के रलावता गांव में आयोजित किया गया। निम्बार्क पीठ के युवाचार्य श्यामशरणदास ने विधिवत मंत्रोच्चार से अभियान की शुरुआत की। यहां रलावता तालाब में शिक्षा राज्यमंत्री प्रो. वासुदेव देवनानी, महिला एवं बाल विकास मंत्री अनिता भदेल, संसदीय सचिव सुरेश रावत, खादी ग्रामोद्योग बोर्ड के अध्यक्ष शंभूदयाल बडगुर्जर, विधायक भागीरथ चौधरी, जिला प्रमुख वंदना नोगिया, पुलिस महानिरीक्षक मालिनी अग्रवाल, जिला कलेक्टर गौरव गोयल, अध्यक्ष प्रो. बी.पी. सारस्वत एवं पुलिस अधीक्षक नितिनदीप ब्लग्गन के नेतृत्व में जिला प्रशासन की टीम, पुलिस के जवानों और ग्रामीणों ने श्रमदान किया।
तालाब की पाल पर आयोजित कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए शिक्षा राज्यमंत्री प्रो. वासुदेव देवनानी ने कहा कि एक-दूसरे का ख्याल रखना भारतीय संस्कृति है। मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे द्वारा शुरू किए गए जल स्वावलंबन अभियान का मुख्य उद्देश्य राजस्थान को जल के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाना है। हम जल संरक्षण का ख्याल रखेंगे तो पर्यावरण भी हमारा हितैषी होगा। यह अभियान नहीं बल्कि जल क्रांति है।
इसमें प्रत्येक व्यक्ति को भागीदारी निभानी चाहिए। भावी पीढ़ी को दी जा सकतने वाली यह सबसे बड़ी सौगात है। जल रहेगा तभी हमारी आने वाली पीढियां सुरक्षित रह पाएंगी। जल की रक्षा के लिए हमें उसका सदुपयोग भी करना सीखना होगा। उन्होंने सभी का आह्वान किया कि जल संरक्षण के लिए श्रम, तन,मन और धन के अलावा साधनों का भी सहयोग करें। आज का त्याग और समर्पण ही हमारा कल खुशहाल बनाएगा।
महिला और बाल विकास मंत्री अनिता भदेल ने कहा कि जो अपनी मदद करता है, भगवान उसकी मदद करते हैं। यह काम गांवों की भलाई के लिए, उनका जल स्तर और जीवन स्तर सुधारने के लिए हो रहा है। ग्रामीण भी इसमें सक्रिय भागीदारी निभाएं तो और शानदार परिणाम हासिल होंगे। मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की अभिनव सोच का ही परिणाम है कि आज हर गांव का जल बजट बनाया जा रहा है। गांव का पानी गांव में , खेत का पानी खेत में रहेगा तो भूजल स्तर सुधरेगा।
संसदीय सचिव सुरेश रावत ने कहा कि यह अभियान ऐसा है कि प्रत्येक व्यक्ति इससे जुड़ सकता है। यह पुण्य का काम है हम सभी को इसमें भागीदारी निभानी चाहिए। मुख्यमंत्री वसुंधराराजे ने राजस्थान को पानी के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने का जो बीड़ा उठाया है, वह अभूतपूर्व है। प्रथम चरण में पूरे प्रदेश में इसके शानदार परिणाम हासिल हुए हैं। उन्होंने सभी से आग्रह किया कि अभियान में भागीदारी निभाएं।
जिला कलेक्टर गौरव गोयल ने सभी से इस अभियान में तन-मन-धन से जुड़ने का आग्रह किया। उन्होंने बताया कि अब तक एक करोड़ से अधिक क्राउड फण्डिंग का आश्वासन विभिन्न औद्योगिक एसोशिएसन,जनप्रतिनिधियों, ठेकेदारों एवं विभिन्न संगठनों से प्राप्त हो चुका है। अभियान में आर्मी, पुलिस बल, धार्मिक संगठनों व आमजन का भरपुर सहयोग मिल रहा है।
अजमेर जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में मुख्यमंत्राी जल स्वावलंबन अभियान के दूसरे चरण का जिला स्तरीय समारोह किशनगढ़ विधानसभा क्षेत्रा के रलावता गांव में आयोजित किया गया। निम्बार्क पीठ के युवाचार्य श्यामशरणदास ने विधिवत मंत्रोच्चार से अभियान की शुरुआत की। यहां रलावता तालाब में शिक्षा राज्यमंत्री प्रो. वासुदेव देवनानी, महिला एवं बाल विकास मंत्री अनिता भदेल, संसदीय सचिव सुरेश रावत, खादी ग्रामोद्योग बोर्ड के अध्यक्ष शंभूदयाल बडगुर्जर, विधायक भागीरथ चौधरी, जिला प्रमुख वंदना नोगिया, पुलिस महानिरीक्षक मालिनी अग्रवाल, जिला कलेक्टर गौरव गोयल, अध्यक्ष प्रो. बी.पी. सारस्वत एवं पुलिस अधीक्षक नितिनदीप ब्लग्गन के नेतृत्व में जिला प्रशासन की टीम, पुलिस के जवानों और ग्रामीणों ने श्रमदान किया।
तालाब की पाल पर आयोजित कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए शिक्षा राज्यमंत्री प्रो. वासुदेव देवनानी ने कहा कि एक-दूसरे का ख्याल रखना भारतीय संस्कृति है। मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे द्वारा शुरू किए गए जल स्वावलंबन अभियान का मुख्य उद्देश्य राजस्थान को जल के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाना है। हम जल संरक्षण का ख्याल रखेंगे तो पर्यावरण भी हमारा हितैषी होगा। यह अभियान नहीं बल्कि जल क्रांति है।
इसमें प्रत्येक व्यक्ति को भागीदारी निभानी चाहिए। भावी पीढ़ी को दी जा सकतने वाली यह सबसे बड़ी सौगात है। जल रहेगा तभी हमारी आने वाली पीढियां सुरक्षित रह पाएंगी। जल की रक्षा के लिए हमें उसका सदुपयोग भी करना सीखना होगा। उन्होंने सभी का आह्वान किया कि जल संरक्षण के लिए श्रम, तन,मन और धन के अलावा साधनों का भी सहयोग करें। आज का त्याग और समर्पण ही हमारा कल खुशहाल बनाएगा।
महिला और बाल विकास मंत्री अनिता भदेल ने कहा कि जो अपनी मदद करता है, भगवान उसकी मदद करते हैं। यह काम गांवों की भलाई के लिए, उनका जल स्तर और जीवन स्तर सुधारने के लिए हो रहा है। ग्रामीण भी इसमें सक्रिय भागीदारी निभाएं तो और शानदार परिणाम हासिल होंगे। मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की अभिनव सोच का ही परिणाम है कि आज हर गांव का जल बजट बनाया जा रहा है। गांव का पानी गांव में , खेत का पानी खेत में रहेगा तो भूजल स्तर सुधरेगा।
संसदीय सचिव सुरेश रावत ने कहा कि यह अभियान ऐसा है कि प्रत्येक व्यक्ति इससे जुड़ सकता है। यह पुण्य का काम है हम सभी को इसमें भागीदारी निभानी चाहिए। मुख्यमंत्री वसुंधराराजे ने राजस्थान को पानी के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने का जो बीड़ा उठाया है, वह अभूतपूर्व है। प्रथम चरण में पूरे प्रदेश में इसके शानदार परिणाम हासिल हुए हैं। उन्होंने सभी से आग्रह किया कि अभियान में भागीदारी निभाएं।
जिला कलेक्टर गौरव गोयल ने सभी से इस अभियान में तन-मन-धन से जुड़ने का आग्रह किया। उन्होंने बताया कि अब तक एक करोड़ से अधिक क्राउड फण्डिंग का आश्वासन विभिन्न औद्योगिक एसोशिएसन,जनप्रतिनिधियों, ठेकेदारों एवं विभिन्न संगठनों से प्राप्त हो चुका है। अभियान में आर्मी, पुलिस बल, धार्मिक संगठनों व आमजन का भरपुर सहयोग मिल रहा है।