किसानो ने बांटे अनुभव, सब्जियों की सेहत और सार-संभाल के सीखे गुर

कोटा । ( बूंदी ) अब फसल को खराबे से बचाना हमारे लिए आसान होगा और फसल की गुणवत्ता में भी हम इजाफा ला सकेंगे। यह कहना है बूंदी जिले से ग्राम में भाग लेकर लौटे किसानों का। बुधवार देर रात ग्लोबल राजस्थान एग्रीटेक मीट (ग्राम) में भाग लेकर लौटे क्षेत्र के किसानों ने इस आयोजन को खेती-किसानी के लिए संजीवनी सरीखा बताया। उनका कहना था कि आयोजन में पहुंच कर महसूस हुआ कि हम किसान कितने अहम हैं और हम यदि जमाने के साथ चलते हुए अपनी खेती -किसानी में नए नए प्रयोगों को अपनाएं तो हम एक नया अध्याय लिख सकते हैं।

ग्लोबल राजस्थान एग्रीटेक मीट 'ग्राम' में भाग लेना बूंदी जिले के गांव देहित निवासी किसान उत्तम मीणा के लिए किसी वरदान से कम नहीं रहा। कृषि के इस महाकुंभ में सम्मिलित होने का मौका उत्तम मीणा को मिला तो वहां इन्हें ऐसी जानकारियां मिलीं जो इनकी सब्जी की खेती के लिए गुणवद्र्धक साबित होंगी। ग्राम में भाग लेकर लौटे किसान उत्तम मीणा ने बताया कि वे भिंडी, टमाटर, बैंगन आदि सब्जियां प्रमुखता से उगाते हैं। सबसे ज्यादा समस्या फसल में रोग लग जाने और खेत में अन्य अन्य कारणों से खराबा होने से होती है।

उन्होंने बताया कि ग्राम में ऐसी तकनीकी और उपाय प्रदर्षित किए गए थे जो फसल को खराबे से बचाने और गुणवत्ता वृद्धि में कारगर साबित होंगे। उन्होंने बताया कि टमाटर की फसल में अधिक खराबा इसकी बेल खेत में ही पडे रहने के कारण होती है और इससे काफी टमाटर तो पक ही नहीं पाते। ग्राम में ऐसी तकनीक देखने को मिली जिससे टमाटर या बेलनुमा सब्जियों को तारों के सहारे बांध कर उन्हें अच्छी बढवार दी जा सकती है। इससे फल को प्रचुर प्रकाष और तापमान मिलने से गुणवत्ता वृद्धि भी होती है। इस तकनीक को हम अपनाएंगे और अपने किसान साथियों से सांझा कर उन्हें भी लाभान्वित करेंगे। इसके अलावा बहुत सी ज्ञानवद्र्धक बातें इस आयोजन से हमें हासिल हुईं।

उन्नत तकनीक से बढ़ेगी धरती पुत्रों की आमदनी 

ग्लोबल राजस्थान एग्रीटेक मीट में हिस्सा लेकर अपने गांव लौटे तालेड़ा तहसील के तीरथ गांव के काश्तकार रामनिवास  के मुताबिक कार्यक्रम में दी गई सब्जी उत्पादन की उन्नत तकनीक से धरतीपुत्रों की आमदनी में इजाफा होगा। रामनिवास ने बताया कि  कार्यक्रम में काश्तकारों को मिली जानकारी किसानों की दशा को बदलने वाली है।

उन्होंने बताया कि सब्जी उत्पादन में हर तरह की देश एवं विदेश की नवीनतम तकनीक की बारीकी से जानकारी  दी गई। इससे उत्पादन बढने से आमदनी बढेगी।  उन्होंने बताया कि जिले का तालेड़ा उपखण्ड कमाण्ड क्षेत्र होने के कारण सब्जी उत्पादन के क्षेत्र में काश्तकारों के लिए अच्छे अवसर हैं। राज्य सरकार द्वारा ग्राम का आयोजन जिले के  काश्तकारों को आधुनिक तकनीक से सक्षम बनाने में मददगार साबित होगा।


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