हक के लिए आवाज उठाने को एक साथ आई कई ट्रेड यूनियनें
https://khabarrn1.blogspot.com/2016/05/several-trade-unions-come-together-for-rise-right-voice.html
गुरूग्राम। दिल्ली से सटे गुरूग्राम (गुडगांव) के गौशाला मैदान में मजदूरों की एक रैली निकाली गई, जिसमें सभी ट्रेड यूनियनें शामिल हुई। इस रैली में सेंटर की सभी यूनियनों के सीनियर नेता भी पहुंचे, जिसमें सभी नेताओं ने टपुकड़ा स्थित होंडा मोटर साइकिल एवं स्कूटर के प्लांट में काम करने वाले श्रमिको के साथ हो रहे अत्याचारों की निंदा की।
इस रैली के दौरान सभी ट्रेड यूनियनों ने श्रमिकों के समर्थन में फैसला लिया कि अगर 10 दिन के अंदर श्रमिको का सम्मान जनक समझौता नहीं होता तो है तो सभी इक्कठा होकर होंडा के हैड ऑफिस पर जायेगे और वहीं धरना देंगे।
रैली में श्रम कानूनों में बदलाव लाने के लिए मोदी सरकार की भी निन्दा की गई, क्योकि उन्हीं के इशारे पर जो मजदूरों को दबाने के प्रयास किए जा रहे हैं और पुलिस द्वारा की जा रही दमनकारी नीति की भी चर्चा की गई।
होंडा कामगार यूनियन के अध्यक्ष नरेश मेहता ने कहा कि हमारे साथ हो रहे अत्याचार के खिलाफ आवाज उठाने तक के लिए भी हमें आगे नहीं आनें दिया जा रहा है। कम्पनी एवं सरकार की मजदूर दमनकारी नीति के चलते हम अपनी बात तक भी नहीं कह पा रहे हैं। इसके बावजूद भी काफी प्रयासों के बाद अब तक किए गए प्रयासों एवं वार्ताओं का कोई प्रभावी नतीजा नहीं निकल पाया है।
रैली के दौरान जमा हुए सभी ट्रेड यूनियनों एवं श्रमिकों ने फैसला लिया कि जल्द ही होंडा श्रमिकों को वापिस नहीं लिया गया तो गुडगांव का कोई भी मजदूर चुप नहीं बैठेगा और होंडा की इस लड़ाई में उनके साथ चलेगा।
रैली को कन्द्रीय नेता एटक के राष्ट्रीय महासचिव कॉमरेड गुरुदास दास गुप्ता, सीटू के राष्ट्रीय महासचिव तपन सेन, हिन्द मजदूर सभा के राष्ट्रीय महासचिव हरभजन सिंह सिधु, इंटक के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अशोक सिंह, एटक के राष्ट्रीय सचिव सत्यवान समेत कई नेताओं ने सम्बोधित किया।
इस रैली के दौरान सभी ट्रेड यूनियनों ने श्रमिकों के समर्थन में फैसला लिया कि अगर 10 दिन के अंदर श्रमिको का सम्मान जनक समझौता नहीं होता तो है तो सभी इक्कठा होकर होंडा के हैड ऑफिस पर जायेगे और वहीं धरना देंगे।
रैली में श्रम कानूनों में बदलाव लाने के लिए मोदी सरकार की भी निन्दा की गई, क्योकि उन्हीं के इशारे पर जो मजदूरों को दबाने के प्रयास किए जा रहे हैं और पुलिस द्वारा की जा रही दमनकारी नीति की भी चर्चा की गई।
होंडा कामगार यूनियन के अध्यक्ष नरेश मेहता ने कहा कि हमारे साथ हो रहे अत्याचार के खिलाफ आवाज उठाने तक के लिए भी हमें आगे नहीं आनें दिया जा रहा है। कम्पनी एवं सरकार की मजदूर दमनकारी नीति के चलते हम अपनी बात तक भी नहीं कह पा रहे हैं। इसके बावजूद भी काफी प्रयासों के बाद अब तक किए गए प्रयासों एवं वार्ताओं का कोई प्रभावी नतीजा नहीं निकल पाया है।
रैली के दौरान जमा हुए सभी ट्रेड यूनियनों एवं श्रमिकों ने फैसला लिया कि जल्द ही होंडा श्रमिकों को वापिस नहीं लिया गया तो गुडगांव का कोई भी मजदूर चुप नहीं बैठेगा और होंडा की इस लड़ाई में उनके साथ चलेगा।
रैली को कन्द्रीय नेता एटक के राष्ट्रीय महासचिव कॉमरेड गुरुदास दास गुप्ता, सीटू के राष्ट्रीय महासचिव तपन सेन, हिन्द मजदूर सभा के राष्ट्रीय महासचिव हरभजन सिंह सिधु, इंटक के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अशोक सिंह, एटक के राष्ट्रीय सचिव सत्यवान समेत कई नेताओं ने सम्बोधित किया।