कोटा में फिर सामने आया मेडिकल की तैयार कर रहे कोचिंग छात्र की खुदकुशी का मामला
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कोटा। कोचिंग सेन्टर्स का हब माने जाने वाले शहर कोटा के कोचिंग सेन्टरों में पढ़ने वाले छात्रों की खुदकुशी का सिलसिला थमता हुआ नहीं दिखाई दे रहा है। कोटा में आज एक और कोचिंग सेन्टर के छात्र द्वारा आत्महत्या कर लिए जाने का मामला सामने आया है। आत्महत्या करने वाला छात्र कोटा ग्रामीण के खातौली कस्बे मे आनाहेड़ा का रहने वाला था।
मृतक छात्र का नाम केशव मीणा उर्फ मोनू है और पिछले तीन सालों से वह कोटा की महावीर नगर विस्तार योजना में रह रहा था, जहां वह मेडिकल की तैयारी कर रहा था। गौरतलब है कि कोटा में इस वर्ष अब तक आठ छात्र आत्महत्याएं कर चुके हैं।
जानकारी के अनुसार, दो दिन पहले ही उसके अभिभावक गांव गए थे और आज अलसुबह उसके कमरे में केशव का शव फंदे से लटका मिला। सूचना मिलने पर महावीर नगर पुलिस मौके पर पहुंची और शव को एमबीएस अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया।
पुलिस ने मृतक छात्र केशव के कमरे से एक दीवार पर चिपकह एक स्लिप बरामद की है, जिसमें उसने ने अपनी तीन कमियों का जिक्र किया है। इस स्लिप को सुसाइड नोट के रूप में देखा जा रहा है। स्लिप में केशव ने लिखा है कि, 'टेस्ट सिलेबस पूरा नहीं कर पाया। टाइम वेस्ट बहुत ज्यादा करता हूं। हमेशा आज का काम कल पर छोड़ देना ही मेरी सबसे बढ़ी कमी है।'
गौरतलब है कि कोटा के कोचिंग सेन्टर्स में पढ़ने वाले छात्रों में से कई छात्रों द्वारा खुदकुशी किए जाने के अब तक कई मामले सामने आ चुके हैं, जिनको लेकर मुख्यमंत्री तक ने मुख्य सचिव एवं अन्य संबन्धित अधिकारियों के साथ बैठकें भी की है।
मृतक छात्र का नाम केशव मीणा उर्फ मोनू है और पिछले तीन सालों से वह कोटा की महावीर नगर विस्तार योजना में रह रहा था, जहां वह मेडिकल की तैयारी कर रहा था। गौरतलब है कि कोटा में इस वर्ष अब तक आठ छात्र आत्महत्याएं कर चुके हैं।
जानकारी के अनुसार, दो दिन पहले ही उसके अभिभावक गांव गए थे और आज अलसुबह उसके कमरे में केशव का शव फंदे से लटका मिला। सूचना मिलने पर महावीर नगर पुलिस मौके पर पहुंची और शव को एमबीएस अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया।
पुलिस ने मृतक छात्र केशव के कमरे से एक दीवार पर चिपकह एक स्लिप बरामद की है, जिसमें उसने ने अपनी तीन कमियों का जिक्र किया है। इस स्लिप को सुसाइड नोट के रूप में देखा जा रहा है। स्लिप में केशव ने लिखा है कि, 'टेस्ट सिलेबस पूरा नहीं कर पाया। टाइम वेस्ट बहुत ज्यादा करता हूं। हमेशा आज का काम कल पर छोड़ देना ही मेरी सबसे बढ़ी कमी है।'
गौरतलब है कि कोटा के कोचिंग सेन्टर्स में पढ़ने वाले छात्रों में से कई छात्रों द्वारा खुदकुशी किए जाने के अब तक कई मामले सामने आ चुके हैं, जिनको लेकर मुख्यमंत्री तक ने मुख्य सचिव एवं अन्य संबन्धित अधिकारियों के साथ बैठकें भी की है।