9 व 21 मई को बाल विवाह पर प्रशासन की रहेगी नजर
अजमेर। राज्य सरकार ने बाल विवाह की रोकथाम के लिए इस वर्ष सघन रोकथाम एवं जागरूकता अभियान चलाने के निर्देश दिए है। जिला स्तर पर अप्रेल से ज...
https://khabarrn1.blogspot.com/2016/04/9-21_28.html
अजमेर। राज्य सरकार ने बाल विवाह की रोकथाम के लिए इस वर्ष सघन रोकथाम एवं जागरूकता अभियान चलाने के निर्देश दिए है। जिला स्तर पर अप्रेल से जून तथा नवम्बर से दिसम्बर तक यह अभियान चलेगा। आगामी मई माह में 9 व 21 तारीख को आखातीज एवं पीपल पूर्णिमा होने के कारण बाल विवाह पर सरकार की पैनी नजर रहेगी। जिला व उपखण्ड स्तर पर नियंत्रण कक्ष भी स्थापित किए जाएंगे।
जिला मजिस्ट्रेट एवं जिला कलक्टर द्वारा बाल विवाह की रोकथाम के लिए अधिकारियों को विस्तृत दिशा-निर्देश जारी किए गए है। आगामी 9 मई को अक्षय तृतीया (आखातीज) एवं 21 मई को पीपल पूर्णिमा के अबूझ सावे पर बाल विवाह रोकने के लिए विशेष निगरानी रखी जाएगी। प्रशासन की टीम मुस्तैद रहकर यह सुनिश्चित करेगी कि इन अबूझ सावों पर कोई व्यक्ति बाल विवाह तो सम्पन्न नहीं करवा रहा।
जिला मजिस्ट्रेट के निर्देशानुसार अप्रेल, मई व जून तथा नवम्बर व दिसम्बर में जिला व उपखण्ड स्तर पर नियंत्रण कक्ष स्थापित रहेंगे। जो कि 24 घण्टे क्रियाशील रहेंगे। जिला स्तर पर अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट शहर एवं उपखण्ड स्तर पर उपखण्ड मजिस्ट्रेट इन नियंत्राण कक्षों के प्रभारी रहेंगे। नियंत्रण कक्ष में पुलिस, महिला एवं बाल विकास, चिकित्सा एवं पंचायतीराज विभाग की भी सहभागीता रहेगी।
जिला मजिस्ट्रेट एवं जिला कलक्टर द्वारा बाल विवाह की रोकथाम के लिए अधिकारियों को विस्तृत दिशा-निर्देश जारी किए गए है। आगामी 9 मई को अक्षय तृतीया (आखातीज) एवं 21 मई को पीपल पूर्णिमा के अबूझ सावे पर बाल विवाह रोकने के लिए विशेष निगरानी रखी जाएगी। प्रशासन की टीम मुस्तैद रहकर यह सुनिश्चित करेगी कि इन अबूझ सावों पर कोई व्यक्ति बाल विवाह तो सम्पन्न नहीं करवा रहा।
जिला मजिस्ट्रेट के निर्देशानुसार अप्रेल, मई व जून तथा नवम्बर व दिसम्बर में जिला व उपखण्ड स्तर पर नियंत्रण कक्ष स्थापित रहेंगे। जो कि 24 घण्टे क्रियाशील रहेंगे। जिला स्तर पर अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट शहर एवं उपखण्ड स्तर पर उपखण्ड मजिस्ट्रेट इन नियंत्राण कक्षों के प्रभारी रहेंगे। नियंत्रण कक्ष में पुलिस, महिला एवं बाल विकास, चिकित्सा एवं पंचायतीराज विभाग की भी सहभागीता रहेगी।