अब ‘अच्छे दिन’ केवल 2019 के बाद आएंगे : राहुल गांधी
https://khabarrn1.blogspot.com/2016/03/now-the-good-days-will-come-only-after-2019-says-rahul-gandhi.html
सिलचर। असम में बराक घाटी में सिलचर में एक रैली को संबोधित करते हुए कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने केंद्र की भाजपानीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) सरकार को निशाना साधते हुए कहा कि अब ‘अच्छे दिन’ केवल 2019 के बाद आएंगे और कांग्रेस ने अभी से इस पर काम शुरू भी कर दिया है।
राहुल ने 2014 के चुनावों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बहुप्रचारित नारे पर निशाना साधते हुए कहा, “अब ‘अच्छे दिन’ केवल 2019 के बाद आएंगे। आपको चिंता करने की जरूरत नहीं है। हम इस पर काम कर रहे हैं।”
राहुल ने असम में बराक घाटी में सिलचर में एक रैली को संबोधित करते हुए ये बातें कही। राहुल ने संसद में मोदी और उनके बीच हुई बहस का हवाला देते हुए कहा कि भले ही मोदी उन पर निजी हमले करें, वह प्रधानमंत्री से सवाल पूछते रहेंगे।
कांग्रेस नेता ने भाजपा और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) पर एक खास विचारधारा को थोपने का आरोप लगाते हुए कहा कि वे नफरत फैलाना चाहते हैं और हर भारतीय को एक दूसरे से लड़ाना चाहते हैं।
उन्होंने कहा, “कांग्रेस का मानना है देश में हर किसी के लिए जगह होनी चाहिए और हर किसी को अपनी राय रखने का हक है। जबकि दूसरी तरफ भाजपा और आरएसएस अपनी विचारधारा हर किसी पर थोपना चाहते हैं। वे सरकार को केवल प्रधानमंत्री कार्यालय या नागपुर से चलाना चाहते हैं। हमारा मानना है कि लोगों को सरकार चलाना चाहिए। ”
राहुल गांधी ने कहा कि असम की बराक घाटी में कनेक्टिविटी एक समस्या है। उन्होंने कहा कि वह अपनी घोषणा-पत्र समिति के पास इस मामले को भेजेंगे जो इस क्षेत्र में संपर्क नेटवर्क विकसित करने की रणनीति बनाएगी।
राहुल ने 2014 के चुनावों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बहुप्रचारित नारे पर निशाना साधते हुए कहा, “अब ‘अच्छे दिन’ केवल 2019 के बाद आएंगे। आपको चिंता करने की जरूरत नहीं है। हम इस पर काम कर रहे हैं।”
राहुल ने असम में बराक घाटी में सिलचर में एक रैली को संबोधित करते हुए ये बातें कही। राहुल ने संसद में मोदी और उनके बीच हुई बहस का हवाला देते हुए कहा कि भले ही मोदी उन पर निजी हमले करें, वह प्रधानमंत्री से सवाल पूछते रहेंगे।
कांग्रेस नेता ने भाजपा और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) पर एक खास विचारधारा को थोपने का आरोप लगाते हुए कहा कि वे नफरत फैलाना चाहते हैं और हर भारतीय को एक दूसरे से लड़ाना चाहते हैं।
उन्होंने कहा, “कांग्रेस का मानना है देश में हर किसी के लिए जगह होनी चाहिए और हर किसी को अपनी राय रखने का हक है। जबकि दूसरी तरफ भाजपा और आरएसएस अपनी विचारधारा हर किसी पर थोपना चाहते हैं। वे सरकार को केवल प्रधानमंत्री कार्यालय या नागपुर से चलाना चाहते हैं। हमारा मानना है कि लोगों को सरकार चलाना चाहिए। ”
राहुल गांधी ने कहा कि असम की बराक घाटी में कनेक्टिविटी एक समस्या है। उन्होंने कहा कि वह अपनी घोषणा-पत्र समिति के पास इस मामले को भेजेंगे जो इस क्षेत्र में संपर्क नेटवर्क विकसित करने की रणनीति बनाएगी।