रोज नहाने की आदत आपके लिए साबित हो सकती है नुकसानदायक
https://khabarrn1.blogspot.com/2016/01/daily-bathing-habit-may-be-harmful-for-the-health.html
साफ-सुथरा रहने के लिए यूं तो प्रतिदिन नहाना हर एक इंसान के लिए जरुरी है, लेकिन क्या आप ये भी जानते हैं कि रोज नहाने की यही आदत आपके लिए नुकसानदायक भी हो सकती है। जी हां आपको ये सुनकर भले ही ताज्जुब हो लेकिन ब्रिटेन के अखबार 'द सन' की एक खबर के मुताबिक बहुत से लोगों की प्रतिदिन नहाने की आदत उनके लिए नुकसानदायक साबित हो सकती है, क्योंकि ये आदत उन्हें बीमार भी बना सकती है।
अखबार ने एक रिसर्च के आधार पर लिखा है कि ऐसा करने से हम उस तेल को शरीर की त्वचा के साथ धो देते हैं जो शरीर के वास्तव में आवश्यक है। दरअसल ये खबर वास्तव में पश्चिमी देशों के लिए ज्यादा सही लगती है। क्योंकि वहां नहाने से पहले तेल लगाने का रिवाज नहीं है, जबकि वहां बॉडी ऑयल का कभी-कभी ही इस्तेमाल किया जाता है। ऐसे में अगर वे लोग रोज नहाएंगे तो उनके शरीर के लिए जरूरी तेल त्वचा को नहीं मिल पाएगा और उन्हें त्वचा पर लाल चकत्तेदार धब्बे और दर्द रहने लग जाएगा।
एक सर्वे के मुताबिक पांच महिलाओं में एक चार महिलाएं हर रोज नहाने से परहेज करती हैं, जबकि एक तिहाई महिलाओं का मानना है कि वे हर तीन दिन में एक बार नहाती हैं। इन दिनों वह परफ्यूम, क्रीम, बॉडी ऑयल और डियो आदि से खुद को ताजा रखती हैं।
ऑस्ट्रेलियन कॉलेज पर डर्मोटोलॉजी के अध्यक्ष प्रोफेसर स्टीफेन शुमैक के मुताबिक आपको तभी नहाना चाहिए जब आपको जरूरत महसूस हो। सनडे मॉर्निंग हेराल्ड से बोलते हुए उन्होंने कहा, ये सिर्फ पिछले 50-60 सालों में ऐसा बदलाव आया है कि लोग बाथरूम जाकर नहाने के आदी हो गए हैं, वरना पहले ऐसा नहीं होता था। अब हर दिन नहाना आम बात हो गई है।
उन्होंने कहा कि आज के समय में रोज नहाना हर किसी के लिए अपनी इच्छा से ज्यादा सामाजिक दबाव की तरह से बन गया है। हमारा शरीर प्राकृतिक तौर पर एक तैलीय पदार्थ निकालता है जो हमारी त्वचा की कोशिकाओं को सुरक्षित रखने के लिए आवश्यक होता है। अत्यधिक नहाने या धोने से त्वचा को वह तैलीय पदार्थ नहीं मिल पाता। ऐसे में त्वचा संबंधी रोग होने की संभावना बढ़ जाती है।
अखबार ने एक रिसर्च के आधार पर लिखा है कि ऐसा करने से हम उस तेल को शरीर की त्वचा के साथ धो देते हैं जो शरीर के वास्तव में आवश्यक है। दरअसल ये खबर वास्तव में पश्चिमी देशों के लिए ज्यादा सही लगती है। क्योंकि वहां नहाने से पहले तेल लगाने का रिवाज नहीं है, जबकि वहां बॉडी ऑयल का कभी-कभी ही इस्तेमाल किया जाता है। ऐसे में अगर वे लोग रोज नहाएंगे तो उनके शरीर के लिए जरूरी तेल त्वचा को नहीं मिल पाएगा और उन्हें त्वचा पर लाल चकत्तेदार धब्बे और दर्द रहने लग जाएगा।
एक सर्वे के मुताबिक पांच महिलाओं में एक चार महिलाएं हर रोज नहाने से परहेज करती हैं, जबकि एक तिहाई महिलाओं का मानना है कि वे हर तीन दिन में एक बार नहाती हैं। इन दिनों वह परफ्यूम, क्रीम, बॉडी ऑयल और डियो आदि से खुद को ताजा रखती हैं।
ऑस्ट्रेलियन कॉलेज पर डर्मोटोलॉजी के अध्यक्ष प्रोफेसर स्टीफेन शुमैक के मुताबिक आपको तभी नहाना चाहिए जब आपको जरूरत महसूस हो। सनडे मॉर्निंग हेराल्ड से बोलते हुए उन्होंने कहा, ये सिर्फ पिछले 50-60 सालों में ऐसा बदलाव आया है कि लोग बाथरूम जाकर नहाने के आदी हो गए हैं, वरना पहले ऐसा नहीं होता था। अब हर दिन नहाना आम बात हो गई है।
उन्होंने कहा कि आज के समय में रोज नहाना हर किसी के लिए अपनी इच्छा से ज्यादा सामाजिक दबाव की तरह से बन गया है। हमारा शरीर प्राकृतिक तौर पर एक तैलीय पदार्थ निकालता है जो हमारी त्वचा की कोशिकाओं को सुरक्षित रखने के लिए आवश्यक होता है। अत्यधिक नहाने या धोने से त्वचा को वह तैलीय पदार्थ नहीं मिल पाता। ऐसे में त्वचा संबंधी रोग होने की संभावना बढ़ जाती है।