अब चूरू में भी सामने आया बसों के फर्जी रजिस्टे्रशन का मामला
https://khabarrn1.blogspot.com/2015/12/case-opens-of-buses-fake-registrations-in-churu.html
जयपुर। परिवहन विभाग में बिना बस बॉडी बने रजिस्ट्रेशन हुई बसों का मामला थमने का नाम नहीं ले रहा है। फर्जी तरीके से बसों के रजिस्ट्रेशन का मामला झूंझुनूं, बांसवाड़ा और गंगानगर के बाद अब चूरू में सामने आया है।
शुरुआती जांच में यहां पर 10 बसों को बिना बॉडी बने ही रजिस्ट्रेशन कर दिया। बस मालिकों ने राजस्थान लोक परिवहन सेवा में परमिटों के लिए भी आवेदन कर दिया। मामला सामने आने के बाद आरटीओ ने 10 बसों के रजिस्ट्रेशन रद्द कर दिया है। बाकी पांच महीने में रजिस्ट्रेशन हुई बसों के दस्तावेजों की जांच की जा रही है।
विभाग में फर्जी तरीके से बसों का रजिस्ट्रेशन करने वाले अधिकारियों पर कार्रवाई की अपेक्षा अतिरिक्त चार्ज दिया जा रहा है। झूंझुनूं में फर्जी बसों के रजिस्ट्रेशन का मामला सामने आने पर तत्कालीन डीटीओ जगदीश अमरावत निलंबित करके चूरू डीटीओ मनोज कुमार को अतिरिक्त चार्ज दिया गया, जबकि चूरू में भी फर्जी तरीके से बसों के रजिस्ट्रेशन मामले की जांच चल रही थी।
फर्जी बसों के रजिस्ट्रेशन के मामले में अब तक तीन डीटीओ और दो इंस्पेक्टरों को निलंबित किया जा चुका है।
शुरुआती जांच में यहां पर 10 बसों को बिना बॉडी बने ही रजिस्ट्रेशन कर दिया। बस मालिकों ने राजस्थान लोक परिवहन सेवा में परमिटों के लिए भी आवेदन कर दिया। मामला सामने आने के बाद आरटीओ ने 10 बसों के रजिस्ट्रेशन रद्द कर दिया है। बाकी पांच महीने में रजिस्ट्रेशन हुई बसों के दस्तावेजों की जांच की जा रही है।
विभाग में फर्जी तरीके से बसों का रजिस्ट्रेशन करने वाले अधिकारियों पर कार्रवाई की अपेक्षा अतिरिक्त चार्ज दिया जा रहा है। झूंझुनूं में फर्जी बसों के रजिस्ट्रेशन का मामला सामने आने पर तत्कालीन डीटीओ जगदीश अमरावत निलंबित करके चूरू डीटीओ मनोज कुमार को अतिरिक्त चार्ज दिया गया, जबकि चूरू में भी फर्जी तरीके से बसों के रजिस्ट्रेशन मामले की जांच चल रही थी।
फर्जी बसों के रजिस्ट्रेशन के मामले में अब तक तीन डीटीओ और दो इंस्पेक्टरों को निलंबित किया जा चुका है।