हवा में जहर घोल रही छोटी फैक्ट्रियां
https://khabarrn1.blogspot.com/2015/12/air-polution-by-small-factories.html
जयपुर। शहर के सरना डूंगर, बिंदायका आकेड़ा डूंगर औद्योगिक क्षेत्रों के आसपास गैर औद्योगिक क्षेत्र कृषि भूमि पर बनी छोटी फैक्ट्रियां आसपास के इलाके में प्रदूषण फैला रही है। लगातार शिकायत दर्ज करवाने के बावजूद राजस्थान पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड बिजली कंपनी की ओर से छोटी फैक्ट्रियों उनके एसआईपी कनेक्शनों की जांच नहीं हो रही है।
शहर के औद्योगिक क्षेत्रों में प्रदूषण मापदंडों पर स ती होने के कारण कई लोगों ने आसपास के इलाकों में कृषि भूमि पर छोटी फैक्ट्रियां (स्मॉल इंडस्ट्रीज) लगा ली है।
लोगों का आरोप है कि छोटी फैक्ट्रियों यूनिट्स में दोपहर में देर रात प्लास्टिक, टायर ऑयल जलाते है। इससे लोगों का सांस लेना ही दूभर है। कई जगह एसआईपी कनेक्शनों में गलत जानकारी देकर प्रदूषण फैलाने वाली मशीनें लगा रखी है।
फैक्ट्रियों के संचालकों ने गलत तरीके से दस्तावेज प्रमाण पत्र बना कर अवैध रूप से एसआईपी श्रेणी में बिजली कनेक्शन भी ले लिए है। बिजली कंपनी के इंजीनियरों को शिकायत पर पॉल्यूशन बोर्ड को शिकायत करने की दलील देकर पल्ला झाड़ लेते है।
शहर के औद्योगिक क्षेत्रों में प्रदूषण मापदंडों पर स ती होने के कारण कई लोगों ने आसपास के इलाकों में कृषि भूमि पर छोटी फैक्ट्रियां (स्मॉल इंडस्ट्रीज) लगा ली है।
लोगों का आरोप है कि छोटी फैक्ट्रियों यूनिट्स में दोपहर में देर रात प्लास्टिक, टायर ऑयल जलाते है। इससे लोगों का सांस लेना ही दूभर है। कई जगह एसआईपी कनेक्शनों में गलत जानकारी देकर प्रदूषण फैलाने वाली मशीनें लगा रखी है।
फैक्ट्रियों के संचालकों ने गलत तरीके से दस्तावेज प्रमाण पत्र बना कर अवैध रूप से एसआईपी श्रेणी में बिजली कनेक्शन भी ले लिए है। बिजली कंपनी के इंजीनियरों को शिकायत पर पॉल्यूशन बोर्ड को शिकायत करने की दलील देकर पल्ला झाड़ लेते है।