अजमेर में होंगे अगले तीन सालों में अरबों रूपये के विकास कार्य

अजमेर। जिले के प्रभारी एवं शिक्षा राज्य मंत्री वासुदेव देवनानी ने कहा कि मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे के नेतृत्व में राज्य सरकार के दो वर्षो...

अजमेर। जिले के प्रभारी एवं शिक्षा राज्य मंत्री वासुदेव देवनानी ने कहा कि मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे के नेतृत्व में राज्य सरकार के दो वर्षों के कार्यकाल में प्रदेश एवं जिले का अभूतपूर्व विकास हुआ है। राजस्थान तरक्की की राह पर चल पड़ा है। उद्योग, शिक्षा, चिकित्सा, सड़क, पानी, बिजली, रोजगार एवं अन्य सभी क्षेत्रों में प्रदेश में जोरदार तरक्की हुई है। विकास की यह रफ्तार आगामी वर्षों में भी इसी तरह चलती रहेगी। प्रदेश में हजारों युवाओं को नियुक्ति दी गई है। आगामी छह महीनों में शिक्षा विभाग में हजारों नई नियुक्तियां की जाएंगी।

 
देवनानी ने राज्य सरकार के दो वर्ष पूरे होने पर आज सर्किट हाउस में पत्रकार वार्ता को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे के नेतृत्व में प्रदेश तरक्की की राह पर अग्रसर है। प्रदेश की जनता से सरकार ने जो वादे किए थे। वे पूरे होते जा रहे है। सरकार हर क्षेत्र में शानदार काम कर रही है। आम जनता को राहत मिली है। लोगों को रोजगार मिल रहा है। प्रदेश में निवेश के प्रति उद्यमियों में सकारात्मक माहौल है। सरकार की जनकल्याणकारी नीतियों से हर वर्ग खुश है।

देवनानी ने कहा कि राजस्थान ने हाल ही सम्पन्न रिसर्जेन्ट राजस्थान का आयोजन कर इतिहास रच दिया है। प्रदेश में विभिन्न क्षेत्रों में 3 लाख 30 हजार करोड़ के निवेश के एम.ओ.यू. हुए हैं। प्रदेश में सिंगापुर, दक्षिण कोरिया, इटली, आस्ट्रेलिया अन्य देशों सहित देश के बड़े औद्योगिक घरानों ने ऊर्जा एवं अन्य क्षेत्रों में निवेश के लिए एम.ओ.यू. किए हैं। शहरी विकास के लिए 12 हजार 500 करोड़ रूपए के निवेश के एम.ओ.यू. हुए हैं। इस निवेश से प्रदेश में लाखों रोजगार उपलब्ध होंगे।

उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे ने गांवों के गरीब लोगों को राहत देने के लिए राजस्व लोक अदालत- न्याय आपके द्वार अभियान की अभिनव पहल की। इस अभियान के तहत प्रदेश में राजस्व से संबंधित 21 लाख 43 हजार से अधिक प्रकरणों का निस्तारण किया गया।  बड़ी संख्या में आम आदमी को राहत मिली हैं।

राजस्थान में उद्योगों की स्थापना के प्रति सकारात्मक माहौल है। नीमराणा में जापानी इन्वेस्मेन्ट जोन में 38 कंपनियों ने औद्योगिक उत्पादन प्रारम्भ कर दिया है। राजस्थान में उद्योगों को  हुनरमंद श्रमिक उपलब्ध कराने के लिए कौशल रोजगार एवं उद्यमिता विभाग का गठन किया गया है।अक्षय ऊर्जा के क्षेत्र में ऊर्जा मंत्रालय द्वारा राजस्थान अक्षय ऊर्जा निगम को 11 पुरस्कार दिए गए है। प्रदेश में 93 हजार 484 युवाओं को विभिन्न कौशल प्रशिक्षण कार्यक्रमों में प्रशिक्षित किया गया है।

उन्होंने कहा कि राजस्थान विद्युत के क्षेत्र में भी आत्मनिर्भर हो रहा है। प्रदेश में ग्रामीण क्षेत्रों में 22 से 24 घण्टे घरेलू बिजली दी जा रही है। विद्युत उत्पादन क्षमता में बढ़ोत्तरी हुई है। प्रदेश के लाखों उपभोक्ताओं को एल.ई.डी. बल्ब का वितरण किया गया है। पवन एवं सौर ऊर्जा उत्पादन में भी राजस्थान ने शानदार उपलब्धि हासिल की है।

 देवनानी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे की अगुवाई में चलाए जा रहे स्वच्छ भारत मिशन में भी राजस्थान ने मिसाल कायम की है। प्रदेश में 22 लाख 18 हजार 601 नए शौचालयों का निर्माण किया गया है। राज्य की 1128 ग्राम पंचायतों को खुले में शौच से मुक्त घोषित किया जा चुका है।

उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा शुरू की जा रही भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना प्रदेश में चिकित्सा के क्षेत्रा में मील का पत्थर साबित होगी। इस योजना से एक करोड़ परिवार लाभान्वित होंगे। राज्य के 167 निजी चिकित्सालयों में भी भामाशाह कार्ड धारकों को चिकित्सा सुविधा उपलब्ध होगा। पण्डित दीनदयाल उपाध्याय ग्राम ज्योति योजना से भी प्रदेश के लोग लाभान्वित होंगे। हर घर बिजली, डिस्काॅम आपके द्वार योजना में 2.30 लाख कनेक्शन जारी किए गए है। प्रत्येक ग्राम पंचायत में गौरव पथ का निर्माण करवाया जा रहा है।


देवनानी ने कहा कि राज्य में दो सालों में 60 हजार से ज्यादा युवाओं को नियमित नियुक्ति दी गई है। इसी तरह 71 हजार से अधिक कर्मचारियों को प्रमोशन तथा एक लाख से अधिक नई नौकरियां कतार में हैं। आगामी छः महीने में शिक्षा विभाग में 61 हजार नई नियुक्तियां होंगी। इनमें 33 हजार शिक्षा सहायक, 13 हजार शिक्षक एवं 15 हजार शिक्षकों की नियुक्ति रीट के माध्यम से होगी।

शिक्षा राज्य मंत्री ने कहा कि राजस्थान ने शिक्षा के क्षेत्र में भी शानदार उपलब्धि हासिल की हैं। शिक्षा विभाग ने लम्बे अरसे के बाद पदोन्नतियां की। राज्य में विभाग के 55 हजार कार्मिकों को पदोन्नति दी गई है। राज्य में शिक्षा के ढांचे को सुधारने के लिए 5 हजार विद्यालयों को क्रमोन्नत किया गया है। अब प्रत्येक ग्राम पंचायत मुख्यालय पर कक्षा एक से 12 तक की शिक्षा एक ही विद्यालय में उपलब्ध होगी। राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के माध्यम से रीट की परीक्षा आयोजित की जा रही है। सरकार ने शिक्षक भर्ती के लिए एक ही परीक्षा कराने का वादा किया था। जो हमने पूरा किया है। शिक्षा का अधिकार अधिनियम के तहत निजी विद्यालयों में पढ़ने वाले 25 प्रतिशत गरीब बच्चों की फीस के रूप में 265 करोड़ रूपए का भुगतान किया गया है।

उन्होंने बताया कि राज्य सरकार प्रदेश में शिक्षा के विकास के लिए हरसंभव प्रयास कर रही है। बालिकाओं को शिक्षा से जोड़ने के लिए नवीं कक्षा की 5.25 लाख बालिकाओं को साईकिल वितरित की गई है। साथ ही ऐसी बालिकाएं जो 5 किलोमीटर से अधिक दूरी से विद्यालय आती हैं। उनके लिए 20 रूपए प्रतिदिन ट्रांसपोर्ट वाउचर की व्यवस्था शुरू की गई है। प्रदेश में प्रतिभाशाली विद्यार्थियों को प्रोत्साहित करने के लिए इस साल 43 हजार लैपटाॅप वितरित किए जाएंगे। प्रदेश में 44 हजार बालिकाओं ने गार्गी पुरस्कार प्राप्त किया है। इनमें 2 हजार 500 अजमेर की है। प्रदेश के सभी स्कूलों मे ंखेल के मैदान एवं चारदीवारी विकसित की जाएगी। विभाग ने समस्या समाधान पोर्टल शुरू किया है जिस पर शिक्षा विभाग का कोई भी कर्मचारी या आम आदमी अपनी समस्या दे सकता हैं। एक महीने में उसकी समस्या का समाधान किया जाएगा।


 देवनानी ने कहा कि सरकार के दो सालों के कार्यकाल में अजमेर जिले में भी अभूतपूर्व विकास हुआ है। अजमेर में पेयजल व्यवस्था सुधारने के लिए अरबों रूपए के कार्य करवाए जा रहे है। पाईप लाईन के लिए 45.5 करोड़ रूपए खर्च किए जा रहे है।

इसी तरह हाथीखेड़ा, अजयसर एवं खरेकड़ी गांवों में बीसलपुर योजना का पानी पहुंचाने के लिए 8 करोड़ तथा लोहागल के लिए 3.58 करोड़ रूपए की योजना पर काम शुरू हो गया है। किशनगढ़ शहर की पेयजल व्यवस्था सुधारने के लिए 186 करोड़ रूपए की योजना स्वीकृत की गई है। जिसमें पहले चरण में 77 करोड़ रूपए खर्च होंगे। इसी तरह केकड़ी एवं ब्यावर सहित जिले के विभिन्न क्षेत्रों में विकास कार्यों पर करोड़ों रूपए खर्च किए जा रहे है।
अजमेर जिले में सड़कों के विकास पर भी करोड़ो रूपए खर्च किए जाएंगे। सार्वजनिक निर्माण विभाग के द्वारा सड़कों के विकास के लिए 40 करोड़ रूपए खर्च किए गए है। गांवों में गौरव पथ तैयार करवाए गए है। कई नए भवन भी तैयार करवाए जा रहे है।

उन्होंने कहा कि अजमेर शहर के विकास पर 2.50 अरब रूपए खर्च किए जाएंगे।

उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे के नेतृत्व में राज्य सरकार ने भामाशाह योजना, प्रशासनिक सुधार, विधि विभाग, वित्तीय प्रबंधन, आयोजना, कौशल विकास, ऊर्जा, परिवहन, सिंचित क्षेत्र विकास, नगरीय विकास, ग्रामीण विकास, सूचना प्रौद्योगिकी, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग, विशेष योग्यजन विकास, जनजाति क्षेत्राीय विकास, अल्पसंख्यक विकास, महिला एवं बाल विकास सहित विविध क्षेत्रों में चहुंमुखी विकास किया है।

देवनानी ने इस अवसर पर सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग द्वारा प्रकाशित अजमेर जिला दर्शन पुस्तिका का विमोचन भी किया। इस अवसर पर किशनगढ़ विधायक भागीरथ चौधरी, ब्यावर विधायक शंकर सिंह रावत, पुष्कर विधायक सुरेश सिंह रावत, जिला प्रमुख वंदना नोगिया, महापौर धर्मेन्द्र गहलोत, जिला कलक्टर डॉ. आरूषि मलिक, प्रो. बी.पी.सारस्वत, अरविंद यादव आदि ने भी पुस्तिका विमोचन किया। कार्यक्रम में अतिरिक्त जिला कलक्टर प्रथम किशोर कुमार, जिला परिषद के सीईओ राजेश चौहान, सूचना जनसम्पर्क विभाग के संयुक्त निदेशक प्यारे मोहन त्रिपाठी, जयकिशन पारवानी, ओमप्रकाश भड़ाना सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।

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