देवनानी ने एन.जी.ओ एज्युकेट गर्ल्स स्थापना दिवस कार्यक्रम को किया सम्बोधित

अजमेर। जिले के प्रभारी एवं शिक्षा राज्य मंत्री वासुदेव देवनानी ने कहा कि बच्चों में शिक्षा के साथ ही संस्कारों का विकास भी आवश्यक है। प्र...

अजमेर। जिले के प्रभारी एवं शिक्षा राज्य मंत्री वासुदेव देवनानी ने कहा कि बच्चों में शिक्षा के साथ ही संस्कारों का विकास भी आवश्यक है। प्रदेश में शिक्षा के प्रति नई लहर विकसित हुई है। राज्य सरकार प्रदेश को शिक्षा के क्षेत्र में शिखर पर ले जाने की दिशा में कार्य कर रही है। इस महत्वपूर्ण कार्य में आमजन के साथ ही गैर सरकारी संगठनों का भी सक्रिय सहयोग आवश्यक है।

शिक्षा राज्य मंत्री देवनानी ने आज हटूंडी स्थित एक रिसोर्ट में गैर सरकारी संस्था एजूकेट गर्ल्स के स्थापना दिवस समारोह को सम्बोधित किया। उन्होंने कहा कि राजस्थान में शिक्षा के प्रति एक नई लहर पैदा हुई है। राज्य सरकार के प्रयासों से प्रदेश में इस साल 9 लाख नए नामांकन हुए है। सरकार शिक्षा के उन्नयन के लिए हरसंभव प्रयास कर रही है।

देवनानी ने कहा कि विद्यार्थियों को प्रोत्साहित करने के लिए प्रदेश में बोर्ड परीक्षाओं में अच्छा प्रदर्शन करने वाले करीब 43 हजार विद्यार्थियों को 13 दिसम्बर से पूर्व लैपटाॅप वितरित किए जाएंगे। प्रदेश में नवीं कक्षा की 5.25 लाख बालिकाओं को साईकिल वितरित की गई है।  जो  छात्राएं 5 किलो मीटर से अधिक दूरी से आती है उनके लिए ट्रासपोर्ट वाउचर की व्यवस्था की गई हैं। उन्हें प्रतिदिन 20 रूपए ट्रासंपोर्ट वाउचर दिया जा रहा है। प्रदेश में शिक्षा विकास के लिए शिक्षा से जुड़े विभिन्न नवाचार भी किए गए है। प्रदेश में ग्राम पंचायत मुख्यालय पर अब कक्षा एक से 12 तक की पढ़ाई एक ही स्कूल में होगी।

देवनानी ने बालिकाओं का आव्हान किया कि वे पढ़े, आगे बढ़े और देश-प्रदेश और समाज का नाम आगे बढ़ाए। प्रदेश के विद्यार्थियों को अगले शिक्षण सत्र से भारत के गौरव रहे नायकों का पाठ्यक्रम पढ़ाया जाएगा। उन्होंने कहा कि स्कूलों में पढ़ाई सुनिश्चित करने के लिए शिक्षकों को भी समय पर आकर बच्चों को प्रेरित करना होगा। विद्यार्थी भी समय प्रबंधन का महत्व समझकर पूरे मनोयोग से पढ़ाई करें।

 देवनानी ने कहा कि निशुल्क पुस्तकों, आठवीं तक के विद्यार्थियों को मिड डे मील भी दिया जा रहा है। राज्य सरकार के इन प्रयासों में आमजन एवं गैर सरकारी संगठन भी सक्रिय सहयोग करें। हम यह संकल्प लें कि प्रदेश का कोई बच्चा शिक्षा से वंचित नहीं रहे।

महापौर धर्मेन्द्र गहलोत ने कहा कि एक बालिका पढ़ती है तो उससे दो परिवार शिक्षित होते है। अजमेर साक्षरता के क्षेत्रा में अग्रणी जिला रहा है । हम बालिका शिक्षा के क्षेत्रा में भी नई मिसाल कायम करें। हमें सकारात्मक दृष्टिकोण रखते हुए अपने लक्ष्य की ओर बढ़ना होगा। पीसांगन प्रधान दिलीप पचार ने भी कार्यक्रम को सम्बोधित किया। इस अवसर पर एज्यूकेट गल्र्स के प्रतिनिधि उपस्थित थे।
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