लौटते मानसून ने किया जैसलमेर-बाड़मेर को तर
https://khabarrn1.blogspot.com/2015/09/rain-in-jaisalmer-and-barmer.html
जैसलमेर। पिछले एक माह के करीब का समय बीत जाने के बावजूद फसलों को उचित वर्षाजल नहीं मिल पाने के कारण किसानों के चेहरों पर दिखाई दे रही मायूसी कल देर रात उस वक्त कुछ कम होती दिखाई दी, जब प्रदेश मे सीमावर्ती इलाकों के जैसलमेर एवं बाड़मेर में शुरू हुई बारिश ने रातभर बरसकर शहर को तर कर दिया और गर्मी एवं उमस से परेशान हो रहे लोगों को राहत की बूंदों से भिगो दिया।
प्रदेश में औसत बरसात के बाद लौटेते हुए मानसून के बावजूद कल देर शाम जैसलमेर एवं बाड़मेर में शुरू हुई बरसात का दौर सुबह तक जारी रहा, जिससे किसानों के मुरझाए चेहरों पर उम्मीद की किरण नजर आने लगी। यहां हुई बारिश के बाद एक बार फिर से किसानों की उम्मीदें जगा दी है, जिससे किसानों को एक बार फिर से आसमान पर आस लगी है कि शायद लौटता मानसून मेहरबान हो जाए तो बाकि बची हुई फसलों में थोड़ी बहुत उपज हो सके।
जैसलमेर एवं बाड़मेर में कल देर शाम शुरू हुआ बरसात का दौर सुबह तक जारी रहा, जिससे शहर की सड़कों ने दरिया का रूप अख्तियार कर लिया और सूरज की तपन के साथ उमस से बेहाल हो रहे शहरवासियों को राहत की फुहारों से भिगौकर गर्मी से निजात दिलाई।
गौरतलब है कि पिछले करीब एक माह का समय बीत जाने के बावजूद बारिश नहीं होने से तापमान में हो रही बढ़ोतरी के कारण राजधानी जयपुर गर्मी का पारा लगातार चढ़ता रहा है। बीते एक महीने में अधिकतम तापमान में करीब 12 से 15 फीसदी की बढ़ोतरी देखी गई। मौसम विभाग के अनुसार संभावना जताई जा रही है कि अब बंगाल की खाड़ी में ताजा आर्दता के कारण चली हवाओं से प्रदेश में मानसून की सक्रियता एक बार फिर से हो सकती है और प्रदेश के कुछ इलाकों में मानसून की मेहरबानी फिर से हो सकती है।
प्रदेश में औसत बरसात के बाद लौटेते हुए मानसून के बावजूद कल देर शाम जैसलमेर एवं बाड़मेर में शुरू हुई बरसात का दौर सुबह तक जारी रहा, जिससे किसानों के मुरझाए चेहरों पर उम्मीद की किरण नजर आने लगी। यहां हुई बारिश के बाद एक बार फिर से किसानों की उम्मीदें जगा दी है, जिससे किसानों को एक बार फिर से आसमान पर आस लगी है कि शायद लौटता मानसून मेहरबान हो जाए तो बाकि बची हुई फसलों में थोड़ी बहुत उपज हो सके।
जैसलमेर एवं बाड़मेर में कल देर शाम शुरू हुआ बरसात का दौर सुबह तक जारी रहा, जिससे शहर की सड़कों ने दरिया का रूप अख्तियार कर लिया और सूरज की तपन के साथ उमस से बेहाल हो रहे शहरवासियों को राहत की फुहारों से भिगौकर गर्मी से निजात दिलाई।
गौरतलब है कि पिछले करीब एक माह का समय बीत जाने के बावजूद बारिश नहीं होने से तापमान में हो रही बढ़ोतरी के कारण राजधानी जयपुर गर्मी का पारा लगातार चढ़ता रहा है। बीते एक महीने में अधिकतम तापमान में करीब 12 से 15 फीसदी की बढ़ोतरी देखी गई। मौसम विभाग के अनुसार संभावना जताई जा रही है कि अब बंगाल की खाड़ी में ताजा आर्दता के कारण चली हवाओं से प्रदेश में मानसून की सक्रियता एक बार फिर से हो सकती है और प्रदेश के कुछ इलाकों में मानसून की मेहरबानी फिर से हो सकती है।